हम यहाँ पर हिन्दी साहित्य के समुद्र की अंतहीन गहराइयों से चुनी कुछ मधुर रचनाएँ / कविता / बालगीत / दोहे / हास्य व्यंग्य इत्यादि का अनूठा संग्रह प्रस्तुत कर रहे है। आप भी इस संग्रह के विकास में हाथ बंटा सकते हैं।
Poems Homepage Poems In Hindi – Page 2इस पेज में 1000 से भी अधिक कवितायेँ listed हैं – खोजने के लिए Ctrl+F key दबाएं और search box में कविता या कवि के नाम से search करें।
अ आ इ ई उ ऊ: Poems In Hindi
- 15 अगस्त – मीनाक्षी भालेराव
- 15 अगस्त 1947 – शील
- 15 अगस्त 1947 – सुमित्रानंदन पंत
- आओ चिड़िया – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- अँखियों के झरोखों से
- अँधेरी रात में दीपक जलाये कौन बैठा है – हरिवंश राय बच्चन
- अँधेरे का दीपक – हरिवंश राय बच्चन
- अंग से अंग लगाना सजन – डर
- अंतर – कुंवर बेचैन
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – 21 जून – अंकित जैसवाल
- अंतहीन यात्री – धर्मवीर भारती
- अंतिम मिलन – बाल कृष्ण राव
- अंधा युग – धर्मवीर भारती
- अकेले हम अकेले तुम – मजरूह सुल्तानपुरी
- अक्कड मक्कड़ – भवानी प्रसाद मिश्र
- अकड़ – दीनदयाल शर्मा
- अगर कहीं मैं घोड़ा होता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- अगर डोला कभी इस राह से गुजरे – धर्मवीर भारती
- अगर पेड़ भी चलते होते – दिविक रमेश
- अगर होता मैं – राहुल राज पसरीचा
- अग्निपथ – हरिवंश राय बच्चन
- अच्छा अनुभव – भवानी प्रसाद मिश्र
- अच्छा तो हम चलते हैं – आनंद बक्षी
- अच्छा नहीं लगता – संतोष अर्श
- अच्छा लगा – रामदरश मिश्र
- अच्छे बच्चे – विजय अरोड़ा
- अज्ञात साथी के नाम – गोपाल दास नीरज
- अधिकार – महादेवी वर्मा
- अधूरी याद – राकेश खण्डेलवाल
- अनकहे गीत – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- अनुभव परिपक्व – सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
- अनोखा घर – प्रतिक दुबे
- अन्त में हम दोनों ही होंगे
- अपना गाँव – निवेदिता जोशी
- अपना घर
- अपना घर है सबसे प्यारा
- अपनापन – बुद्धिसेन शर्मा
- अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं – लीडर
- अपनी इज्जत न दाँव पर रखिये – राजीव कृष्ण सक्सेना
- अपने ही मन से कुछ बोलें – अटल बिहारी वाजपेयी
- अपुन बोला तू मेरी लैला – जोश
- अब के बरस तुझे धरती की रानी कर देंगे – संतोष आनंद
- अब घर लौट आओ – महेश्वर तिवारी
- अब तो पथ यही है – दुष्यन्त कुमार
- अभागा – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- अभिनन्दन नव वर्ष – सतीश चन्द्र उपाध्याय
- अभी तो झूम रही है रात – गिरिजा कुमार माथुर
- अभी न सीखो प्यार – धर्मवीर भारती
- अमरुद बन गए – डॉ. श्री प्रसाद
- अम्बर की एक पाक सुराही – अमृता प्रीतम
- अरसे के बाद – राजीव कृष्ण सक्सेना
- अरी छोड़ दे सजनिया – राजेंद्र कृष्णा
- अरुण यह मधुमय देश हमारा – जय शंकर प्रसाद
- अरुणाचल शिवा साईं शंकरा – महाशिवरात्रि भजन
- अरे जा रे हट नटखट – भरत व्यास
- अवगुंठित – सुमित्रानंदन पंत
- असमर्थता – राजेंद्र पासवान ‘घायल’
- अहा टमाटर बड़ा मजेदार
- अहिंसा – भारत भूषण अग्रवाल
- आ गया पावन दशहरा (विजय दशमी) – सत्यनारायण सिंह
- आ रही रवि की सवारी – हरिवंश राय बच्चन
- आ री आजा निंदिया तू – कुंवारा बाप
- आँगन – धर्मवीर भारती
- आँगन की रौनक – प्रीती गांधी
- आँचल बुनते रह जाओगे – राम अवतार त्यागी
- आई अब की साल दीवाली – कैफी आज़मी
- आई रे आई दिवाली – टीना जिंदल
- अक्ल कहती है – बाल स्वरूप राही
- अंधियारे से डरना कैसा – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- आई है होली – डॉ. सरस्वती माथुर
- आओ कुछ राहत दें – दिनेश मिश्र
- आओ खेलें आज होली – शशि पाधा
- आओ जलाएं – महेंद्र भटनागर
- आओ फिर से दिया जलाएँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- आओ बच्चों तुम्हें दिखाये झाँकी हिंदुस्तान की – कवि प्रदीप
- आओ भाई आओ
- आओ मन की गांठें खोलें – अटल बिहारी वाजपेयी
- आओ मिलकर पेड़ लगायें – सुरिंदर शर्मा
- आके तेरी बाँहों में – वंश
- आगे गहन अंधेरा है – नेमीचन्द्र जैन
- आज का दिन – रविन्द्र भ्रमर
- आज की रात बहुत गर्म हवा चलती है – कैफी आज़मी
- आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे – नरेंद्र शर्मा
- आज मानव का सुनहला प्रात है – भगवती चरण वर्मा
- आज मुझसे दूर दुनियाँ – हरिवंश राय बच्चन
- आज ही होगा – बालकृष्ण राव
- आजा री निंदिया आजा – प्रतिभा सक्सेना
- आज्ञा – राजीव कृष्ण सक्सेना
- आठवाँ आने को है – अल्हड़ बीकानेरी
- आदमी का आकाश – राम अवतार त्यागी
- आप मिले तो – दिनेश प्रभात
- आम
- आया फागुन – मदन मोहन अरविन्द
- आया वसंत – सोहनलाल द्विवेदी
- आया है फागुन – डॉ. सरस्वती माथुर
- आया है भाई हैप्पी क्रिसमस – विपिन
- आयी होली आयी – दीपा जोशी
- आरती कुंजबिहारी की – श्री कृष्ण आरती
- आरती श्री गणेश जी की
- आरती श्री सत्यनारायण जी की
- आरम्भ है प्रचंड – पीयूष मिश्रा
- आराम करो – गोपाल प्रसाद व्यास
- आर्य – मैथिली शरण गुप्त
- आलपिन का सिर होता – रामनरेश त्रिपाठी
- आलू – ओमप्रकाश बजाज
- आलू बोला
- आल्हाखंड: संयोगिता का अपहरण
- आशा कम विश्वास बहुत है – बलबीर सिंह ‘रंग’
- आशा का दीपक – रामधारी सिंह दिनकर
- आसमान – गोविन्द भारद्वाज
- आसमान में सूरज एक
- आसान रास्ते – विक्रम मुरारक
- आहिस्ता चल जिंदगी
- आदत – सहने की – ओम प्रकाश बजाज
- इक पल – राजीव कृष्ण सक्सेना
- इतिहास की परीक्षा – ओम प्रकाश आदित्य
- इस घर का यह सूना आंगन – विजय देव नारायण साही
- इंकार कर दिया – राम अवतार त्यागी
- इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना – शैलेन्द्र
- इंतजार – मनु कश्यप
- इतनी शक्ति हमें देना दाता – अभिलाष
- इतने ऊँचे उठो – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
- इधर भी गधे हैं‚ उधर भी गधे हैं – ओम प्रकाश आदित्य
- इन्साफ़ की डगर पे – शकील बदायूंनी
- इब्नबतूता बगल में जूता – गुलजार
- इस तरह तो – बालस्वरूप राही
- इस नदी की धार में ठंडी हवा आती तो है – दुष्यंत कुमार
- इस पार – उस पार – हरिवंश राय बच्चन
- इस मोड़ से जाते हैं – गुलज़ार
- ईद का त्यौहार – प्रो सी.बी. श्रीवास्तव
- उँगलियाँ थाम के खुद – कुंवर बेचैन
- उठो लाल अब आँखें खोलो – शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
- उठो लाल अब आँखें खोलो – सोहनलाल द्विवेदी
- उड़ी पतंग – डॉ. मोहम्मद साजिद खान
- उतना तुम पर विश्वास बढ़ा – रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’
- उदास तुम – धर्मवीर भारती
- उदास सांझ – मैत्रेयी अनुरूपा
- उपवन – गोविन्द भारद्वाज
- उफ़ यह प्यास – ओम प्रकाश बजाज
- उम्र बढ़ने पर – महेश चंद्र गुप्त ‘खलिश’
- उर्वशी (नर प्रेम – नारी प्रेम) – रामधारी सिंह दिनकर
- ऊपर चन्दा गोल-गोल
- उठो स्वदेश के लिये – क्षेमचंद सुमन
ए ऐ ओ औ अं: Poems In Hindi
- एक आशीर्वाद – दुष्यंत कुमार
- एक कण दे दो न मुझको – अंचल
- एक चिड़िया के बच्चे चार
- एक तिनका – अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध
- एक पूरा दिन – राजीव कृष्ण सक्सेना
- एक बरस बीत गया – अटल बिहारी वाजपेयी
- एक बूंद – अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध
- एक भी आँसू न कर बेकार – राम अवतार त्यागी
- एक सीढ़ी और – कुंवर बेचैन
- एहसास – मनोज कुमार ‘मैथिल’
- ऐ खुदा हर फैसला तेरा मुझे मंज़ूर है – अब्दुल्लाह
- ऐ मालिक तेरे बंदे हम
- ऐ मेरे बेटे सुन मेरा कहना – साहिर लुधियानवी
- ऐ मेरे वतन के लोगों – कवि प्रदीप
- ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना
- ऐसा देस है मेरा – वीर ज़ारा
- ऐसा नया साल – मनोज भावुक
- ऐसा नियम न बाँधो – आनंद शर्मा
- ऐसी लागि लगन, मीरा हो गई मगन – अनूप जलोटा
- ओ पालनहारे – जावेद अख्तर
- ओढ़ ली चुनरिया तेरे नाम की – समीर
- ओम जय जगदीश हरे – आरती विष्णुजी की
- ओम जय सरस्वती माता – अनुराधा पौडवाल
- और काम सोचना – नीलम सिंह
क ख ग घ ङ: Poems In Hindi
- कच्ची सड़क – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- कछुआ जल का राजा है – राजीव कृष्ण सक्सेना
- कदम कदम बढ़ाये जा – राम सिंह ठाकुर
- कदम मिला कर चलना होगा – अटल बिहारी वाजपेयी
- कनुप्रिया (इतिहास: अमंगल छाया) – धर्मवीर भारती
- कनुप्रिया (इतिहास: उसी आम के नीचे) – धर्मवीर भारती
- कनुप्रिया (इतिहास: एक प्रश्न) – धर्मवीर भारती
- कनुप्रिया (इतिहास: विप्रलब्धा) – धर्मवीर भारती
- कनुप्रिया (इतिहास: शब्द – अर्थहीन) – धर्मवीर भारती
- कनुप्रिया (इतिहास: समुद्र – स्वप्न) – धर्मवीर भारती
- कनुप्रिया (इतिहास: सेतु – मैं) – धर्मवीर भारती
- कबीर के दोहे
- कभी कभी – साहिर लुधियानवी
- कभी नहीं देखा
- कभी नहीं – ओम व्यास ओम
- कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है – साहिर लुधियानवी
- कभी राम बनके कभी श्याम बनके – तृप्ति शाक्य
- कमरे में धूप – कुंवर नारायण
- करवा चौथ – सीमा सच
- करवा चौथ का चाँद – बीना गुप्ता
- करो हमको न शर्मिंदा – कुंवर बेचैन
- कर्मवीर – अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
- कलाकार और सिपाही – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- कल्पना और जिंदगी – वीरेंद्र मिश्र
- कवि कभी मरा नहीं करता – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- कवि कभी रोया नहीं करता – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- कवि का पत्र प्रेमिका को – बालस्वरूप राही
- कस्बे की शाम – धर्मवीर भारती
- कहने को घर अब भी है – वीरेंद्र मिश्र
- कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर के लिये – दुष्यंत कुमार
- कहां रहेगी चिड़िया – महादेवी वर्मा
- कहीं तुम पंथ पर पलकें बिछाए तो नहीं बैठीं – बालस्वरूप राही
- काका की अमरीका यात्रा – काका हाथरसी
- काका के उपदेश – काका हाथरसी
- काँधे धरी यह पालकी – कुंवर नारायण
- कामायनी – जयशंकर प्रसाद
- कारवां गुजर गया – गोपाल दास नीरज
- काली आरती – जय काली माता
- कितनी बड़ी दिखती होगी – श्रीनाथ सिंह
- कितने दिन चले – किशन सरोज
- किताब – हिमानी जैन
- किताबें कुछ कहना चाहती हैं – सफ़दर हाश्मी
- किसान – मैथिली शरण गुप्त
- कील पुरानी है – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- कुंजी – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- कुम्हलाये हैं फूल – ठाकुर गोपाल शरण सिंह
- कुछ रफ़्तार धीमी करो – मेरे दोस्त – गुलज़ार
- कुछ कहना है मेरी भूल हुई – श्याम अनुरागी
- कुछ छोटे सपनों के बदले – कुमार विश्वास
- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना – आनंद बक्षी
- कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ – काका हाथरसी
- कुछ न हम रहे – श्रीकृष्ण तिवारी
- कुछ रफ़्तार धीमी करो – मेरे दोस्त – गुलज़ार
- कृष्ण मुक्ति – राजीव कृष्ण सक्सेना
- केजरीवाल चालीसा – शम्भू नाथ
- कैपोचे – हम दिल दे चुके सनम – समीर
- कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है – कुमार विश्वास
- कोई पार नदी के गाता – हरिवंश राय बच्चन
- कोई भीगा है रंग से – समीर
- कोयल – सुभद्रा कुमारी चौहान
- कोशिश करने वालों की हार नहीं होती: सोहनलाल द्विवेदी
- कोशिश कर, हल निकलेगा
- कौन जाने – बालकृष्ण राव
- कौन तुम मेरे हृदय में? – महादेवी वर्मा
- कौन थकान हरे जीवन की – गिरिजा कुमार माथुर
- कौन यह तूफ़ान रोके! – हरिवंश राय बच्चन
- कौन यहाँ आया था – दुष्यंत कुमार
- कौन सिखाता है चिड़ियों को – सोहनलाल द्विवेदी
- क्या इनका कोई अर्थ नही – धर्मवीर भारती
- क्या करूँ संवेदना ले कर तुम्हारी – हरिवंश राय बच्चन
- क्या करेगी चांदनी – हुल्लड़ मुरादाबादी
- क्या कहा? – जेमिनी हरियाणवी
- क्या बताएं आपसे – हुल्लड़ मुरादाबादी
- क्या वह नहीं होगा – कुंवर नारायण
- क्या तुम न आओगे – टी एन राज
- क्यों – श्रीनाथ सिंह
- क्यों ऐसा मन में आता है – दिविक रमेश
- क्यों करते हो झगड़े – शम्भू नाथ
- क्यों नहीं देखते – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- क्यों पैदा किया था? – हरिवंश राय बच्चन
- क्यों प्रभु क्यों? – राजीव कृष्ण सक्सेना
- क्यों मो पे रंग की मारी पिचकारी – बहादुर शाह जफर
- क्योंकि अब हमें पता है – मनु कश्यप
- क्योंकि सपना है अभी भी – धर्मवीर भारती
- क्रांति गीत – संतोष अर्श
- क्रिसमस – राहुल उपाध्याय
- क्रिसमस आया क्रिसमस आया – वर्षा रस्तोगी
- क्लास मॉनिटर – जसलीन कौर
- क्षुद्र की महिमा – श्यामनंदन किशोर
- खग उड़ते रहना जीवन भर – गोपाल दास नीरज
- खतरा है – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- ख़य्याम की मधुशाला (भाग एक) – हरिवंश राय बच्चन
- खिलौने ले लो बाबूजी – राजीव कृष्ण सक्सेना
- खुशियो का दिन आया है – समीर
- खून फिर खून है – साहिर लुधियानवी
- खूनी हस्ताक्षर – गोपाल प्रसाद व्यास
- खेल – निदा फ़ाज़ली
- खोलो खोलो दरवाज़े – प्रसून जोशी
- गंगा – राम प्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- गंगा की विदाई – माखनलाल चतुर्वेदी
- गंगा मैया हो एक भाई दे दो
- गंगाजल – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- गणतंत्र दिवस मनाएंगे – विकास कौशिक
- गणपति अपने गाँव चले – आनंद बक्षी
- गरीबों की जवानी – देवी प्रसाद शुक्ल ‘राही’
- गर्मी और आम – राजीव कृष्ण सक्सेना
- गाल पे काटा – ज़िया उल हक़ कासिमी
- गाली अगर न मिलती – राम अवतार त्यागी
- गाँव की तरफ – उदय प्रताप सिंह
- गाँव के कुत्ते – सूंड फैजाबादी
- गाँव जा कर क्या करेंगे – रामकुमार चतुर्वेदी ‘चंचल’
- गाँव जाना चाहता हूँ – राम अवतार त्यागी
- गिरिधर की कुंडलियाँ – गिरिधर कविराय
- गीत का पहला चरण हूं – इंदिरा गौड़
- गीत फरोश – भवानी प्रसाद मिश्र
- गीली शाम – चन्द्रदेव सिंह
- गुड़िया – महजबीं
- गेंद (बॉल) – पूर्णिमा वर्मन
- गोरी तेरा गाँव बड़ा प्यारा – रविन्द्र जैन
- गोरी बैठी छत पर – ओम प्रकाश आदित्य
- गौरी पुत्र गजानन देवात महान
- गरीब की दिवाली
- गड़बड़ घोटाला – सफ़दर हाश्मी
- घर की बात – प्रेम तिवारी
- घर की याद – भवानी प्रसाद मिश्र
- घर वापसी – राजनारायण बिसारिया
- घर: दो कविताएं – निदा फ़ाज़ली
- घड़ी
- घड़ी – ओम प्रकाश बजाज
च छ ज झ ञ: Poems In Hindi
- चंद अशआर गुनगुनाते हैं – अरुणिमा
- चंदन बन डूब गया – किशन सरोज
- चंदा रे चंदा रे, कभी तो ज़मीं पर आ – जावेद अख्तर
- चंपा और चमेली – प्रतिभा सक्सेना
- चंपा और चमेली कह दूँ – योगेश समदर्शी
- चक्कर पे चक्कर – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- चक्के में चक्का, चक्के पे गाड़ी – शैलेन्द्र
- चतुर चित्रकार – रामनरेश त्रिपाठी
- चल उठ नेता – अशोक अंजुम
- चल प्यार करेगी – आनंद बक्षी
- चल मियाँ – जेमिनी हरियाणवी
- चलती रहीं तुम – बुद्धिनाथ मिश्र
- चली चली रे पतंग – राजिंदर कृष्ण
- चले नहीं जाना बालम – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- चलो तिरंगे को लहरा लें – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- चलो हम दोनों चलें वहां – नरेंद्र शर्मा
- चश्मा – ओम प्रकाश बजाज
- चाँद – गोविन्द भारद्वाज
- चाँद ने कुछ कहा – आनंद बक्षी
- चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है – साहिर लुधियानवी
- चाँद सिफारिश – प्रसून जोशी
- चांद का कुर्ता – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- चंदा ओ चंदा – ओम प्रकाश बजाज
- चंदा से होगा वो प्यारा – राजेंद्र कृष्ण
- चारु चंद्र की चंचल किरणें (पंचवटी) – मैथिली शरण गुप्त
- चिट्ठी आई है – आनंद बक्षी
- चिट्ठी है किसी दुखी मन की – कुंवर बेचैन
- चिड़ियों का बाज़ार – प्रतिभा सक्सेना
- चित्र – नरेश अग्रवाल
- चित्रकार – नरेश अग्रवाल
- चिराग जलते रहें – दीपक शर्मा
- चिड़िया और चुरुगन – हरिवंश राय बच्चन
- चुप सी लगी है – नीलकमल
- चूं चूं चूं चूं म्याऊं म्याऊं – अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
- चूड़ी का टुकड़ा – गिरिजा कुमार माथुर
- चेतक की वीरता – श्याम नारायण पाण्डेय
- चोरी का गंगाजल – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- छाया मत छूना – गिरिजा कुमार माथुर
- छिप छिप अश्रु बहाने वालों – गोपाल दास नीरज
- छोटा चूहा – पूर्णिमा वर्मन
- छोटे शहर की यादें – शार्दुला नोगजा
- छोडो कल की बातें कल की बात पुरानी – प्रेम धवन
- जंगल की होली – पवन चन्दन
- जन गण मन अधिनायक जय हे – रबीन्द्रनाथ टैगोर
- जनतंत्र का जन्म – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- जनम दिन – गोपाल दास नीरज
- जन्म दिन मुबारक हो – मूलचंद गुप्ता
- जब इस धरती पर राजपूत आया
- जब जब सिर उठाया – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- जब जीरो दिया मेरे भारत ने – इन्दीवर
- जब दीप जले आना – रविन्द्र जैन
- जब नींद नहीं आती होगी – रामेश्वर शुक्ल अंचल
- जब मिलेगी रोशनी मुझसे मिलेगी – राम अवतार त्यागी
- जय शिव शंकर – महाशिवरात्रि भजन
- जय पार्वती माता – संजीवनी भेलंडे
- जय मां काली – इन्दीवर
- जय माता दी – देव कोहली
- जय जय शिव शंकर – आनंद बक्षी
- जय संतोषी माता – दुर्गा जसराज
- जय हिन्द – महजबीं
- जयद्रथ वध – मैथिली शरण गुप्त
- जरूरत क्या थी? – हुल्लड़ मुरादाबादी
- जल – किशन सरोज
- जश्न नए साल का – प्रेम माथुर
- जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियां करती है बसेरा – राजेंद्र कृष्ण
- जाग तुझको दूर जाना – महादेवी वर्मा
- जब तुम आओगी – मदन कश्यप
- जाने क्या हुआ – ओम प्रभाकर
- जागे हैं अब सारे लोग तेरे देख वतन – जावेद अख्तर
- जागो जागो शंकरा – महाशिवरात्रि भजन
- जानते हो क्या क्या छोड़ आये – राज कुमार
- जाहिल मेरे बाने – भवानी प्रसाद मिश्र
- जितना नूतन प्यार तुम्हारा – स्नेहलता स्नेह
- जिंदगानी मना ही लेती है – बालस्वरूप राही
- ज़िंदगी कैसी है पहेली हाय – योगेश
- ज़िन्दगी की शाम – राजीव कृष्ण सक्सेना
- ज़िन्दगी प्यार का गीत है – सावन कुमार
- जिन्दा रावण बहुत पड़े हैं – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- जिस दिल में माँ का मंदिर है – नरेंद्र चंचल
- जिसका कोई नहीं उसका तो ख़ुदा है यारों – अनजान
- जिसकी धुन पर दुनिया नाचे – कुमार विश्वास
- जिस्म संदल – राजमूर्ति सिंह ‘सौरभ’
- जिन-दर्शन – सौरभ जैन ‘सुमन’
- जीकर देख लिया – शिव बहादुर सिंह भदौरिया
- जीवन – सारिका अग्रवाल
- जीवन एक अभिलाषा – तेजपाल गुलिया
- जीवन कट गया – गोपाल दास नीरज
- जीवन की ही जय है – मैथिली शरण गुप्त
- जीवन क्रम – बालस्वरूप राही
- जीवन दर्शन – काका हाथरसी
- जीवन दीप – विनोद तिवारी
- जीवन बीत चला – अटल बिहारी वाजपेयी
- जुगनू – हरिवंश राय बच्चन
- जेब में कुछ नहीं है – अभिनव शुक्ला
- जैसी माँ – निदा फ़ाज़ली
- जो तुम आ जाते एक बार – महादेवी वर्मा
- जो बीत गई सो बात गई – हरिवंश राय बच्चन
- जो हवा में है – उमाशंकर तिवारी
- जोगी हम तो लुट गए तेरे प्यार मे – प्रेम धवन
- ज्योति कलश छलके – नरेंद्र शर्मा
- झाँसी की रानी – सुभद्रा कुमारी चौहान
- झूठे लोग: WhatsApp से ली गयी
ट ठ ड ढ ण: Poems In Hindi
- टल नही सकता – कुंवर बेचैन
- टिकिया साबुन की
- टिम्बकटू भई टिम्बकटू – डॉ. फहीम अहमद
- टूटने का सुख – भवानी प्रसाद मिश्र
- टूटा पहिया – धर्मवीर भारती
- ट्रांसफर – ओम प्रकाश बजाज
- ठंडा लोहा – धर्मवीर भारती
- ठंडे ठंडे पानी से नहाना चाहिए – आनंद बक्षी
- ठहर जाओ – रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’
- ठुकरा दो या प्यार करो – सुभद्रा कुमारी चौहान
- डम डम डमरू डमरू नाथः शिव – महाशिवरात्रि भजन
- डाकिया आया
- डाल डाल टेसू खिले – सुनीता चोटिया
- डाल पर बन्दर
- डू मी अ फेवर लेट्स प्ले होली – समीर
- डैडी जी मेरी मम्मी को सताना नहीं अच्छा – राजेंद्र कृष्ण
- ढूंढते रह जाओगे – अरुण जैमिनी
त थ द ध न: Poems In Hindi
- नहीं व्यर्थ बहाओ पानी – श्याम सुन्दर अग्रवाल
- तकिया (पिलो) – ओम प्रकाश बजाज
- तन बचाने चले थे – राम अवतार त्यागी
- तन हुए शहर के – सोम ठाकुर
- तपस्या – डॉ. रीता हजेला ‘आराधना’
- ताजमहल – अरुण प्रसाद
- ताजमहल – कृष्ण कुमार यादव
- ताजमहल – राम प्रसाद शर्मा
- तारे – शम्भू नाथ
- तारे – ओम प्रकाश बजाज
- तारे ज़मीन पर – प्रसून जोशी
- तिल (सेसमे) – ओम प्रकाश बजाज
- तीर पर कैसे रुकूँ मैं – हरिवंश राय बच्चन
- तुक्तक – बरसाने लाल चतुर्वेदी
- तुझे कैसे भूल जाऊं – दुष्यंत कुमार
- तुम – कुंवर बेचैन
- तुम – नवीन कुमार अग्रवाल
- तुम असीम – घनश्याम चन्द्र गुप्त
- तुम कभी थे सूर्य – चंद्रसेन विराट
- तुम जानो या मैं जानूँ – शंभुनाथ सिंह
- तुम निश्चिन्त रहना – किशन सरोज
- तुमको रुप का अभिमान – रामकुमार चतुर्वेदी ‘चंचल’
- तुमुल कोलाहल कलह में मैं हृदय की बात रे मन – जयशंकर प्रसाद
- तुम्हारा साथ – रामदरश मिश्र
- तुम्हारी उम्र वासंती – दिनेश प्रभात
- तुम्हारी हंसी – कुसुम सिन्हा
- तुम्हारे पत्र – अनिल वर्मा
- तुम्हारे पाँव मेरी गोद में – धर्मवीर भारती
- तुम्हारे हाथ से टंक कर – कुंवर बेचैन
- तुम्हें नमन – सोहनलाल द्विवेदी
- तुम्हे मैं प्यार नहीं दे पाऊँगा – कुमार विश्वास
- तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है – आनंद बक्षी
- तू ना रोना, के तू है भगत सिंह की माँ – प्रेम धवन
- तू बावन बरस की – जेमिनी हरियाणवी
- तूफ़ान – नरेश अग्रवाल
- तूफानों की ओर घुमा दो नाविक – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- तेरा राम नहीं – निदा फ़ाज़ली
- तेरे बिन – रमेश गौड़
- तेली कौ ब्याह – काका हाथरसी
- दफ्तर का बाबू – सुरेश उपाध्याय
- दमा दम मस्त कलंदर – रुना लैला
- दरवाजे बंद मिले – नरेंद्र चंचल
- दर्द माँ-बाप का – शिल्पी गोयल
- दाढ़ी महिमा – काका हाथरसी
- दादी माँ – मीनल दधीच ‘मींटू’
- दाने – केदार नाथ सिंह
- दिन जल्दी-जल्दी ढलता है – हरिवंश राय बच्चन
- दिल्ली देश की शान – तेजपाल गुलिया
- दिवंगत मां के नाम पत्र – अशोक वाजपेयी
- दिवा स्वप्न – राम विलास शर्मा
- दिन होली के – यतीन्द्र राही
- दिल विल प्यार व्यार मैं क्या जानू रे – मजरूह सुल्तानपुरी
- दीवाली आने वाली है – राजीव कृष्ण सक्सेना
- दिवाली आई, दिवाली आई
- दिवाली रोज मनाएं
- दिवाली रोज़ मनाएं – संदीप फाफरिया ‘सृजन’
- दीदी का भालू – राजीव कृष्ण सक्सेना
- दीदी के धूल भरे पाँव – धर्मवीर भारती
- दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे
- दीप मेरे जल अकम्पित (दीपशिखा) – महादेवी वर्मा
- दीपक जलाना कब मना है – हरिवंश राय बच्चन
- दीवाना ले के आया है – मजरुह सुलतानपुरी
- दीवाली आने वाली है – राजीव कृष्ण सक्सेना
- दुखी मन मेरे सुन मेरा कहना – साहिर लुधियानवी
- दुनिया एक खिलौना – निदा फ़ाज़ली
- दुनिया से दूर जा रहा हूँ – आनंद बक्षी
- दुपहरिया – केदार नाथ सिंह
- दुर्गा है मेरी माँ – संतोष आनंद
- दुल्हन चली, ओ पहन चली, तीन रंग की चोली – इन्दीवर
- दूर का सितारा – निदा फ़ाज़ली
- दे दे प्यार दे प्यार दे – अनजान
- देखो एक मदारी आया – रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’
- देखो, टूट रहा है तारा – हरिवंश राय बच्चन
- देवा हो देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कौन – रविंदर रावल
- देश किन्नरों को दे दो – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूँ – राम अवतार त्यागी
- देश की माटी देश का जल – रबीन्द्रनाथ टैगोर
- देश की मिट्टी – शम्भू नाथ
- देश मेरे – राजीव कृष्ण सक्सेना
- देश हमारा आँख का तारा – पूर्णिमा वर्मन
- देह के मस्तूल – चंद्रसेन विराट
- दो अनुभूतियाँ – अटल बिहारी वाजपेयी
- दो चूहे
- दो दिन ठहर जाओ – रामकुमार चतुर्वेदी ‘चंचल’
- दो नयन मेरी प्रतीक्षा में खड़े हैं – हरिवंश राय बच्चन
- दो भाई
- दोस्ती की मिसाल रखियेगा – राजमूर्ति सिंह ‘सौरभ’
- धन्य हुआ रे राजस्थान – क्षत्रिय सवाई सिंह भाटी
- धन्यवाद – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- धर्म है – गोपाल दास नीरज
- धुंधली नदी में – धर्मवीर भारती
- धुंधले सपने – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- धूप की चादर – दुष्यंत कुमार
- धूप ने बुलाया – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- धूप सा तन दीप सी मैं – महादेवी वर्मा
- धोबी आया
- ध्यान रखेंगे – दिविक रमेश
- न मिलता गम – शकील बदायुनी
- न होते तुम, तो क्या होता – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
- नई सहर आएगी – निदा फ़ाज़ली
- नए वर्ष का हो अभिनंदन – गौरव ग्रोवर
- नए वर्ष पर – देवराज
- नये वर्ष में नयी पहल हो – सजीवन मयंक
- नए साल की शुभकामनाएं – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- नए साल में – नचिकेता
- नटखट हम, हां नटखट हम – सभामोहन अवधिया ‘स्वर्ण सहोदर’
- नन्हा मुन्ना राही हूँ – शकील बदायूंनी
- नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है – शैलेन्द्र
- नफरत की लाठी तोड़ो मेरे देश प्रेमियों – आनंद बक्षी
- नया वर्ष द्वार पर – राकेश खण्डेलवाल
- नया वर्ष मंगलमय सबको – डॉ. यशोधरा राठौर
- नया साल – पूर्णिमा वर्मन
- नया साल आएगा एक और संकल्प – वीणा सिंह चौधरी
- नया साल मंगलमय हो – पूर्णिमा वर्मन
- नया साल मुबारक – घनश्याम दास आहूजा
- नया सूरज लायेंगे – क्षेत्रपाल शर्मा
- नर हो, न निराश करो मन को – मैथिली शरण गुप्त
- नव वर्ष की अभिलाषा – प्रतिमा पाण्डेय
- नव वर्ष के कोरे पन्नों पर – रजनी भार्गव
- नव वर्ष के स्वागत में – रंजना सोनी
- नव वर्ष मुबारक – शबनम शर्मा
- नवकार मंत्र
- नवम्बर की दोपहर – धर्मवीर भारती
- नववर्ष तुम लेकर आना – पूनम मिश्रा
- नारियल – ओम प्रकाश बजाज
- ना धिन धिन्ना – रमेश चन्द्र शाह
- नाच भालू नाच
- नाजायज बच्चे – हुल्लड़ मुरादाबादी
- नानक दुखिया सब संसार – जेमिनी हरियाणवी
- नानी का घर
- नाम बड़े दर्शन छोटे – काका हाथरसी
- नाम बड़े हस्ताक्षर छोटे – काका हाथरसी
- नारी – सुमित्रानंदन पंत
- नाव चलती रही – वीरबाला भावसार
- नाव चली नानी की नाव चली – हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय
- निदा फ़ाज़ली के दोहे
- निर्वाण षटकम् – आदि शंकराचार्य
- निष्क्रियता – राजीव कृष्ण सक्सेना
- नींद की पुकार – वीरबाला भावसार
- नींद भी न आई (तुक्तक) – भारत भूषण अग्रवाल
- नींद में सपना बन अज्ञात – महादेवी वर्मा
- नीम के फूल – कुंवर नारायण
- नूतन वर्ष – राजीव रंजन प्रसाद
- नूर-ए-खुदा – निरंजन येंगर
- नेह के सन्दर्भ बौने हो गए – कुमार विश्वास
- न्यूयार्क की एक शाम – गिरिजा कुमार माथुर
प फ ब भ म: Poems In Hindi
- बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज (भाग 2)
- बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज
- बाल-कविताओं का संग्रह: प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- बाल श्रमिक – सायरा कुरैशी
- बर्फी की शादी – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- पक्षी और बादल – रामधारी सिंह दिनकर
- पक्षी होते प्यारे सारी दुनिया माने
- पगली लड़की – कुमार विश्वास
- पतंगों का मौसम – शिव मृदुल
- पति पत्नी की नोकझोंक
- पति-पत्नि का सम्बन्ध
- पथ भूल न जाना – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- पंथ होने दो अपरिचित प्राण रहने दो अकेला – महादेवी वर्मा
- पथ-हीन – भारत भूषण अग्रवाल
- पंद्रह अगस्त: 1947 – गिरिजा कुमार माथुर
- प्रताप की प्रतिज्ञा – श्याम नारायण पांडेय
- परमगुरु – अनामिका
- परम्परा – रामधारी सिंह दिनकर
- परशुराम की प्रतीक्षा – रामधारी सिंह दिनकर
- पर्व है पुरुषार्थ का, दीप के दिव्यार्थ का
- पलायन संगीत – राजीव कृष्ण सक्सेना
- पहला नशा, पहला खुमार – मजरूह सुल्तानपुरी
- पहली बातें – भवानी प्रसाद मिश्र
- पानी और धुप – सुभद्रा कुमारी चौहान
- पानी की कमी – राजकुमार जैन ‘राजन’
- पानी बरसा छम छम छम
- पापा ऑफिस गए – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा – मजरूह सुल्तानपुरी
- पापा की परी हूँ मैं – देव कोहली
- पिता का रूप – रचना श्रीवास्तव
- पिता की भावनाएं – निशीथ द्विवेदी
- पिता दिवस : Fathers Day Special [Set of 8 Poems]
- पी जा हर अपमान – बालस्वरूप राही
- पीढ़ियां – सुषम बेदी
- पीथल और पाथल – कन्हैयालाल सेठिया
- पीर मेरी – वीरेंद्र मिश्र
- पुनः स्मरण – दुष्यंत कुमार
- पुराना इतवार
- पुण्य पर्व पन्द्रह अगस्त – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- पुण्य फलिभूत हुआ – अमरनाथ श्रीवास्तव
- पुत्र वधू से – प्रतिभा सक्सेना
- पुरबा जो डोल गई – शिव बहादुर सिंह भदौरिया
- पुरुस्कार – शकुंतला कालरा
- पुष्प की अभिलाषा – माखनलाल चतुर्वेदी
- पूर्व चलने के बटोही – हरिवंश राय बच्चन
- प्यार का नाता हमारा – विनोद तिवारी
- प्यार की अभिलाषा – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
- प्यार जब जिस्म की चीखों में दफ़न हो जाये – कुमार विश्वास
- प्यारे पापा सच्चे पापा – सीमा सचदेव
- प्यारे बच्चे – गोविन्द भारद्वाज
- प्यारे बापू – आदित्य चोटिया
- प्रथम प्रणय – धर्मवीर भारती
- प्रबल झंझावात साथी – हरिवंश राय बच्चन
- प्रभाती – रघुवीर सहाय
- प्रवासी गीत – विनोद तिवारी
- प्राण तुम्हारी पदरज फूली – सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
- प्रार्थना – हे भगवान
- प्रार्थना की एक अनदेखी कड़ी – धर्मवीर भारती
- प्रिय कैसे, फिर तुम्हें मनाऊँ – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
- प्रिया – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- प्रेम–पगी कविता – आशुतोष द्विवेदी
- प्रेमिका का उत्तर कवि को – बालस्वरूप राही
- फरियाद – प्रीत अरोड़ा
- फागुन की शाम – धर्मवीर भारती
- फागुन के दिन की एक अनुभूति – धर्मवीर भारती
- फागुनी संगीत में – डॉ. सरस्वती माथुर
- फिर आया है नया साल – मानोशी चटर्जी
- फिर एक बार – महादेवी वर्मा
- फिर क्या होगा – बालकृष्ण राव
- फूटा प्रभात – भारत भूषण अग्रवाल
- फूल – ओम प्रकाश बजाज
- फूलवाली – राम कुमार वर्मा
- फूल और कांटे – अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
- फूल और मिट्टी – वीरबाला भावसार
- फूल, मोमबत्तियां, सपने – धर्मवीर भारती
- फूले फूल बबूल – नरेश सक्सेना
- फूलों का तारों का सबका का कहना है – आनंद बक्षी
- बंदर आया – अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
- बाल गोपाल – राम प्रसाद शर्मा
- बचपन – बाल दिवस स्पेशल – अवधेश गुप्ता
- बचपन – वर्तिका खण्डेलवाल
- बच्चे की नींद – दिवांशु गोयल ‘स्पर्श’
- बच्चे मन के सच्चे – साहिर लुधियानवी
- बच्चों की रेल
- बढ़े चलो, बढ़े चलो – सोहनलाल द्विवेदी
- बतूता का जूता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- बन्दर पेड़ पर बैठा है
- बन्दर मामा – मनीष पाण्डेय
- बबम बम बबम बम बम लहरी – कैलाश खेर – Eng
- बम बम भोला हो शिवजी बिहाने चले – शैलेन्द्र
- बरसों के बाद – गिरिजा कुमार माथुर
- बस इतना सा समाचार है – अमिताभ त्रिपाठी
- बसंती हवा – केदार नाथ अग्रवाल
- बस्ता – महजबीं
- बहक गए टेसू – क्षेत्रपाल शर्मा
- बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है – इन्दीवर
- बाकी रहा – राजगोपाल सिंह
- बाँधो न नाव इस ठाँव, बन्धु – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
- बांसुरी दिन की – माहेश्वर तिवारी
- बागन काहे को जाओ पिया – रसखान
- बात कम कीजे – निदा फ़ाज़ली
- बात बात में – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- बातचीत की कला – राजीव कृष्ण सक्सेना
- बातें – धर्मवीर भारती
- बादल – नेक राम अहिलवर
- बादलों की रात – रामकुमार चतुर्वेदी ‘चंचल’
- बाल कविता-सीखा हमने – परशुराम शुक्ल
- बाल पत्रिकाएं – ओम प्रकाश बजाज
- बाल गोपाल – राम प्रसाद शर्मा
- बाज़ लोग – अनामिका
- बड़ी बात है – राजा चौरसिया
- बाढ़ की संभावनाएं सामने हैं – दुष्यंत कुमार
- बिखर रहा हूँ मेरे दोस्त – दीपक शर्मा
- बिल्ली मौसी, बिल्ली मौसी
- बिल्ली रानी – जितेंद्र कुमार ‘वैद’
- बिस्कुट का पेड़
- बिहारी के प्रसिद्द दोहे – बिहारीलाल
- बीते दिन वर्ष – विद्यासागर वर्मा
- बुनी हुई रस्सी – भवानी प्रसाद मिश्र
- बुरा न मानो होली है – अनुष्का सूरी
- बूँद टपकी एक नभ से – भवानी प्रसाद मिश्र
- बेजगह – अनामिका
- बैरागी भैरव – बुद्धिनाथ मिश्र
- बोआई का गीत – धर्मवीर भारती
- बोलो माँ – अंजना भट्ट
- बोलो राम जय जय राम – जगजीत सिंह
- ब्याह की शाम – अजित कुमार
- ब्रह्मा मुरारी सदा पूजितः – महाशिवरात्रि भजन
- भँवरा बड़ा नादान हाय – शकील बदायूंनी
- भंगुर पात्रता – भवानी प्रसाद मिश्र
- भये प्रगट कृपाला – गोस्वामी तुलसीदास
- भर दिया जाम – बालस्वरूप राही
- भागी रे भागी ब्रिज बाला – आनन्द बक्शी
- भारत के त्यौहार – सविता दत्ता
- भारत की शान
- भारत देश हमारा प्यारा
- भारत देश हमारा है
- भारत देश हमारा है यह
- भारत महिमा – जयशंकर प्रसाद
- भारत माँ के लाल – तरुश्री माहेश्वरी
- भारत हमको जान से प्यारा है – पी.के. मिश्रा
- भारतमाता ग्रामवासिनी – सुमित्रानंदन पंत
- भारतीय रेल – हुल्लड़ मुरादाबादी
- भारतीय सभ्यता का फ़िल्मी इंटरवल
- भारतीय सभ्यता के नाम
- भारतीय समाज – भवानी प्रसाद मिश्र
- भालू की शादी
- भिन्न – अनामिका
- भीग रहा है गाँव – अखिलेश कुमार सिंह
- भीगी पलकें – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
- भूले हुओं का गीत – गिरिजा कुमार माथुर
- भेड़ियों के ढंग – उदयभानु ‘हंस’
- भैंसागाड़ी – भगवती चरण वर्मा
- भौंचक – ओम प्रकाश बजाज
- भोर हुई – रूप नारायण त्रिपाठी
- भोला नाथ हरे जगदीशा – महाशिवरात्रि भजन
- भोली सी सूरत आंखो मे मस्ती – आनंद बक्षी
- भोले ओ भोले – अंजान
- मंगल दीप दिवाली – गौरव ग्रोवर
- मंगलम कोसलेन्ड़ृअय – Eng
- मंगलमय हो नव वर्ष – बाबूलाल मधुकर
- मंहगाई मार गई – वर्मा मलिक
- मकान – नरेश अग्रवाल
- मछली जल की रानी है – Short Hindi Nursery Rhymee
- मत कहो आकाश में कोहरा घना है – दुष्यंत कुमार
- मदारी आया
- मदारी का वादा – राजीव कृष्ण सक्सेना
- मदीने वाले से मेरा सलाम कहना – आनंद बक्षी
- मधुर मधुर मेरे दीपक जल – महादेवी वर्मा
- मधुशाला – हरिवंश राय बच्चन
- मन ऐसा अकुलाया – वीरबाला भावसार
- मन करता है – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
- मन को वश में करो, फिर चाहे जो करो – रमानाथ अवस्थी
- मन पाखी टेरा रे – वीरबाला भावसार
- मन रे तू काहे न धीर धरे – साहिर लुधियानवी
- मल दे गुलाल मोहे आई होली आई रे – इन्दीवर
- महाकाली कालिके – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- महात्मा गांधी – कमला प्रसाद चौरसिया
- माँ – अनिल शर्मा
- माँ – ओम व्यास ओम
- माँ तो माँ होती है – ओम प्रकाश बजाज
- मां के हाथ का खाना
- माँ कह एक कहानी – मैथिली शरण गुप्त
- माँ का रूप – शाहीन अवस्थी
- माँ की ममता – Mother’s Day Special Poem
- माँ की ममता: मातृ दिवस पर हिंदी कविताएँ
- माँ की याद – सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
- माँ भूखी रहती है – सीता चौधरी
- माँ शेरांवालिये – देव कोहली
- मां, मेरी मां, प्यारी मां मम्मा – कैलाश खेर
- मातृभूमि – मैथिली शरण गुप्त
- मान जाओ – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- मानसून – ओम प्रकाश बजाज
- मास्टर की छोरी – प्रतिभा सक्सेना
- मास्टरजी की आ गयी चिट्ठी – गुलज़ार
- मिट्टी की महिमा – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- मिठाई – ओम प्रकाश बजाज
- मीत ना मिला रे मन का – मजरूह सुल्तानपुरी
- मीलों तक – कुंवर बेचैन
- मुखौटे – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- मुझ पर पाप कैसे हो – धर्मवीर भारती
- मुझको सरकार बनाने दो – अल्हड़ बीकानेरी
- मुझे अकेला ही रहने दो – ठाकुर गोपाल शरण सिंह
- मुझे अभिमान हो – दिवांशु गोयल ‘स्पर्श’
- मुझे पुकार लो – हरिवंश राय बच्चन
- मुनादी – धर्मवीर भारती
- मुन्ना और दवाई – रामनरेश त्रिपाठी
- मुबारक ईद मुबारक – जलीस शेरवानी
- मुरझाया फूल – महादेवी वर्मा
- मुस्कुराने के लिए – हुल्लड़ मुरादाबादी
- मेंढक मामा खेल खेलते – श्री प्रसाद
- मेरा गाँव – किशोरी रमण टंडन
- मेघ आये बड़े बन ठन के, सँवर के – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- मेरा नया बचपन – सुभद्रा कुमारी चौहान
- मेरा रंग दे बसंती चोला – प्रेम धवन
- मेरी किताब – सारिका अग्रवाल
- मेरी थकन उत्तर जाती है – राम अवतार त्यागी
- मेरी प्यारी माँ तू कितनी प्यारी है
- मेरी बात रही मेरे मन में – शकील बदायूंनी
- मेरी बिल्ली काली पीली
- मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
- मेरी दादी – परिणीता सुनील इंदुलकर
- मेरी रेल – सुधीर
- मेरे पापा मेरे अपने: क्षेत्रपाल शर्मा
- मेरे देश की धरती सोना उगले – गुलशन बावरा
- मेरे नदीम मेरे हमसफ़र उदास न हो – साहिर लुधियानवी
- मेरे पिया गए रंगून – राजिंदर कृष्ण
- मेरे राम जी – अल्हड़ बीकानेरी
- मेरे सपने बहुत नहीं हैं – गिरिजा कुमार माथुर
- मैं रहूं या ना रहूं भारत ये रहना चाहिए : प्रसून जोशी
- मैं और मेरा पिट्ठू – भारत भूषण अग्रवाल
- मैं कभी बतलाता नहीं, पर अँधेरे से डरता हूँ मैं माँ – प्रसून जोशी
- मैं जीवन में कुछ न कर सका – हरिवंश राय बच्चन
- मैं तो झोंका हूँ हवा का उड़ा ले जाऊँगा – कुमार विश्वास
- मैं नहीं आया तुम्हारे द्वार – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- मैं फिर जन्म लूंगा – गगन गुप्ता ‘स्नेह’
- मैं सबसे छोटी होऊं – सुमित्रानंदन पंत
- मैं हूँ अपराधी किस प्रकार – ठाकुर गोपाल शरण सिंह
- मैंने माँ को देखा है – आनंद बक्षी
- मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो – सूरदास
- मॉर्डन रसिया – अल्हड़ बीकानेरी
- मोहब्बत बड़े काम की चीज है – साहिर लुधियानवी
- मोहे छेड़ो न नन्द के लाला – आनंद बक्षी
- मोहे तू रंग दे बसंती – प्रसून जोशी
- मौन निमंत्रण – सुमित्रानंदन पंत
य र ल व: Poems In Hindi
- यदि – ओम प्रकाश बजाज
- यशोमती मैया से बोले नंदलाला – विट्ठलभाई पटेल
- यह अरुण चूड़ का तरुण राग – हरिवंश राय बच्चन
- यह कदम्ब का पेड़ – सुभद्रा कुमारी चौहान
- यह बच्चा कैसा बच्चा है – इब्ने इंशा
- यह बात किसी से मत कहना – देवराज दिनेश
- यह भी जानो – Short Hindi Poetry – ओमप्रकाश बजाज
- यह भी दिन बीत गया – रामदरश मिश्र
- यह लघु सरिता का बहता जल – गोपाल सिंह नेपाली
- यह है भारत देश हमारा – सुब्रह्मण्यम भारती
- यहाँ भी, वहाँ भी – निदा फ़ाज़ली
- याचना – रघुवीर सहाय
- यात्रा और यात्री – हरिवंश राय बच्चन
- याद आती रही – प्रभा ठाकुर
- याद आये – किशन सरोज
- यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िन्दगी – गुलशन बावरा
- युगावतार गांधी – सोहनलाल द्विवेदी
- यूं ही होता है – जावेद अख्तर
- ये तारा वो तारा हर तारा – जावेद अख्तर
- ये बन्धन तो प्यार का बन्धन है – इन्दीवर
- ये शिक्षक कहलाते हैं
- ये सुबह तुम्हारी है – प्रदीप मिश्रा
- योग दिवस – अर्चना व राज
- रंग उड़ाती आई होली – नीलम जैन
- रंग दुनिया ने दिखाया है निराला देखूँ – कुमार विश्वास
- रंग बरसे भीगे चुनर वाली – हरिवंश राय बच्चन
- रंग-बिरंगे गुब्बारे
- रंजिश ही सही – अहमद फ़राज़
- रत्नम गीता सार – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- रब को याद करूँ एक फ़रियाद करूँ – आनंद बक्षी
- रम्भा – रामधारी सिंह दिनकर
- रश्मिरथी – रामधारी सिंह दिनकर
- रहने को घर नहीं है – हुल्लड़ मुरादाबादी
- रहीम के दोहे
- राख – कैफ़ी आज़मी
- राणा प्रताप की तलवार – श्याम नारायण पाण्डेय
- रात और शहनाई – रमानाथ अवस्थी
- रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- रात रात भर श्वान भूकते – हरिवंश राय बच्चन
- राधा कैसे ना जले – जावेद अख्तर
- राम जी की निकली सवारी – आनंद बक्षी
- राष्ट्रगान मुझको भी आता है – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- राह कौन सी जाऊं मैं – अटल बिहारी वाजपेयी
- राही के मुक्तक – बालस्वरूप राही
- राही के शेर – बालस्वरूप राही
- रिम झिम बरस रहा है पानी – राजीव कृष्ण सक्सेना
- रिश्तों पर दीवारें – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- रुके न तू – हरिवंश राय बच्चन
- रूप के बादल – गोपी कृष्ण गोपेश
- रे प्रवासी जाग – रामधारी सिंह दिनकर
- रेखा चित्र – प्रभाकर माचवे
- रेलगाड़ी – महजबीं
- रेलगाड़ी रेलगाड़ी छुक छुक छुक छुक – हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय
- रेशमी नगर – रामधारी सिंह दिनकर
- रोज़ ज़हर पीना है – श्रीकृष्ण तिवारी
- रोते रोते हँसना सीखो – आनंद बक्षी
- राहत इंदौरी की शायरी
- लक्ष्य – योगी सारस्वत
- लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा – गुलज़ार
- लाला जी ने केला खाया
- लाखों तारे आसमां में, एक मगर ढूँढे ना मिला – हसरत जयपुरी
- लाल पीली मोटर है
- लाल बहादुर शास्त्री – कमला प्रसाद चौरसिया
- लिखे जो खत तुझे, वो तेरी याद में – नीरज
- लुका चुप्पी बहुत हुई – जावेद अख्तर
- ले लो भवानी माँ मुरादें बांटती : नरेंद्र चंचल
- लो आ गयी लोड़ी वे : जावेद अख्तर
- लो वही हुआ : दिनेश सिंह
- लहर सागर का नहीं श्रृंगार : हरिवंशराय बच्चन
- वतन पे जो फ़िदा होगा : आनंद बख्शी
- वतन वालो वतन ना बेच देना : आनंद बक्षी
- वीर शिवाजी : रोहित सुलतानतुरी
- वन्दे मातरम् : बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय
- वह कौन है : हंस कुमार तिवारी
- वह युग कब आएगा : बेधड़क बनारसी
- वही बोलें : संतोष यादव ‘अर्श’
- वादी ए कश्मीर का क्या ये हाल हो गया : मनोज कुमार ‘मैथिल’
- वालिद की वफ़ात पर – निदा फ़ाज़ली
- विजय भेरी – मैथिली शरण गुप्त
- विजयी के सदृश जियो रे – रामधारी सिंह दिनकर
- विज्ञान और मानव मन (कुरुक्षेत्र से) – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- विज्ञान विद्यार्थी का प्रेम गीत – धर्मेंद्र कुमार सिंह
- विदा की घड़ी है – राजनारायण बिसरिया
- विद्रोह – प्रसिद्ध नारायण सिंह
- विप्लव गान – बालकृष्ण शर्मा ‘नविन’
- विवशता – राजीव कृष्ण सक्सेना
- विश्व सारा सो रहा है – हरिवंश राय बच्चन
- वीणा की झंकार भरो – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
- वीर सिपाही – श्याम नारायण पाण्डेय
- वीरों का कैसा हो वसंत – सुभद्रा कुमारी चौहान
- वे और तुम – जेमिनी हरियाणवी
- वो आदमी नहीं है मुकम्मल बयान है – दुष्यंत कुमार
- वो तेरे प्यार का ग़म, एक बहाना था सनम – आनंद बक्षी
- वो सुबह कभी तो आएगी – साहिर लुधियानवी
- व्यक्तित्व का मध्यांतर – गिरिजा कुमार माथुर
श ष स ह: Poems In Hindi
- सेक्युलर हिन्दू: हिन्दू ही क्यों होता है – मुस्लिम क्यों नहीं होता है सेक्युलर
- सिपाही – मनोज मुंतशिर
- सब दोस्त थकने लगे है – व्हात्सप्प से ली गयी
- शक्ति और क्षमा – रामधारी सिंह दिनकर
- शाकाहार – सौरभ जैन सुमन
- शब्द
- शिकायत – राम अवतार त्यागी
- शिक्षक – विनीता सैमुअल
- शीशे का घर – श्रीकृष्ण तिवारी
- शुभ दीपावली – अमृता गोस्वामी
- शेर निराला हिम्मतवाला
- शौक गुलाबी पंखुड़ियों का – मनोज कुमार ‘मैथिल’
- श्वेत कबूतर – वीरबाला भावसार
- सखि वे मुझसे कहकर जाते – मैथिली शरण गुप्त
- संग बसंती अंग बसंती – आनंद बक्षी
- सच हम नहीं सच तुम नहीं – जगदीश गुप्त
- सड़क बनी है लम्बी चौड़ी
- सतपुड़ा के घने जंगल – भवानी प्रसाद मिश्र
- सद्य स्नाता – प्रतिभा सक्सेना
- सन्नाटा – भवानी प्रसाद मिश्र
- सपन न लौटे – उदय भान मिश्र
- सपनों का अंत नहीं होता – शिव बहादुर सिंह भदौरिया
- सबसे अधिक तुम्हीं रोओगे – राम अवतार त्यागी
- सभा – अजीत सिंह
- सभा का खेल – सुभद्रा कुमारी चौहान
- समय की शिला – शंभुनाथ सिंह
- समाधान – राजीव कृष्ण सक्सेना
- समोसे – घनश्याम चन्द्र गुप्त
- सम्पाती – धर्मवीर भारती
- सम्पूर्ण यात्रा – दिविक रमेश
- सरफ़रोशी की तमन्ना – राम प्रसाद बिस्मिल
- सरसों पीली – गोविन्द भारद्वाज
- सरस्वती वंदना मंत्र
- साइंस टीचर – आयुष डांगी
- साकेत: अष्टम सर्ग – मैथिली शरण गुप्त
- साकेत: कैकेयी का पश्चाताप – मैथिलि शरण गुप्त
- साकेत: दशरथ का श्राद्ध, राम भारत संवाद – मैथिली शरण गुप्त
- साकेत: भरत का पादुका मांगना – मैथिली शरण गुप्त
- साकेत: राम का उत्तर – मैथिली शरण गुप्त
- साक्षात्कार – श्रीप्रकाश शुक्ल
- सागर के उर पर नाच नाच – ठाकुर गोपाल शरण सिंह
- सांता आओ – शिवांगी गोस्वामी
- साथ – साथ – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
- साथी अंत दिवस का आया – हरिवंश राय बच्चन
- साथी साँझ लगी अब होने – हरिवंश राय बच्चन
- साथी हाथ बढ़ाना – साहिर लुधियानवी
- साधारण का आनंद – भवानी प्रसाद मिश्र
- साधारण जन – राजीव कृष्ण सक्सेना
- सांध्य सुंदरी – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
- साँप – धनंजय सिंह
- साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल – कवि प्रदीप
- साबुत आईने – धर्मवीर भारती
- सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं – आनंद बक्षी
- सारे जहां से अच्छा – मुहम्मद इक़बाल
- सारे दिन पढ़ते अख़बार – माहेश्वर तिवारी
- साल आया है नया – हुल्लड़ मुरादाबादी
- साल मुबारक – हरिहर झा
- सासों की डोर – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- सिरमौर (भारत–भारती से) – मैथिली शरण गुप्त
- सीपों से मोती पाने को – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- सफलता – ओमप्रकाश बजाज
- सच झूठ – ओमप्रकाश बजाज
- सूरज भाई – इंदिरा गौड़
- सूना घर – दुष्यंत कुमार
- सुख का दुख – भवानी प्रसाद मिश्र
- सुदामा चरित – नरोत्तम दास
- सुनो गौर से दुनिया वालो – समीर
- सुन्दर तितली
- सुप्रभात – प्रभाकर शुक्ल
- सुबह – श्री प्रसाद
- सुबह सुबह ले शिव का नाम – महाशिवरात्रि भजन
- सूने घर में – सत्यनारायण
- सूरज डूब गया बल्ली भर – नरेंद्र शर्मा
- सूरज डूब चुका है – अजित कुमार
- सूर्य की अब किसी को जरूरत नहीं – कुमार शिव
- सूर्य ढलता ही नहीं है – रामदरश मिश्र
- सृष्टि – सुमित्रानंदन पंत
- सोच सुखी मेरी छाती है – हरिवंश राय बच्चन
- सोच के ये गगन झूमे – आनंद बक्शी
- सोने के हिरन – कन्हैया लाल वाजपेयी
- स्त्री – सुमित्रानंदन पंत
- स्वामी विवेकानंद – श्वेता राय
- स्त्री बनाम इस्तरी – जेमिनी हरियाणवी
- स्त्रीलिंग पुल्लिंग – काका हाथरसी
- स्नेह निर्झर बह गया है – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
- स्मृति बच्चों की – वीरेंद्र मिश्र
- हो हल्ला है होली है – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- हंगामा – कुमार विश्वास
- हनुमान चालीसा – गोस्वामी तुलसीदास
- हम को मन की शक्ति देना – गुलज़ार
- हम जीवन के महा काव्य – देवेंद्र शर्मा ‘इंद्र’
- हम तुम – रामदरश मिश्र
- हम देखेंगे – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हम तो मस्त फ़क़ीर – गोपाल दास नीरज
- हम न रहेंगे – केदार नाथ अग्रवाल
- हम ने देखा है
- हम पंछी उन्मुक्त गगन के – शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
- हम भी वापस जायेंगे – अभिनव शुक्ला
- हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के – कवि प्रदीप
- हम सब सुमन एक उपवन के – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
- हम होंगे कामयाब – गिरिजा कुमार माथुर
- हमराही – राजीव कृष्ण सक्सेना
- हमारा अतीत (भारत–भारती से) – मैथिली शरण गुप्त
- हमारा तुम्हारा वतन एक है – वर्षा दीक्षित
- हमारा देश – अज्ञेय
- हर घट से – गोपाल दास नीरज
- हरी मिर्च – सत्यनारायण शर्मा ‘कमल’
- हल्दीघाटी: अष्टादश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: अष्ठम सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: एकादश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: चतुर्थ सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: चतुर्दश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: झाला का बलिदान – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: तृतीय सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: त्रयोदश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: दशम सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: द्वादश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: द्वितीय सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: नवम सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: पंचदश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: पंचम सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: प्रथम सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: युद्ध – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: युद्ध के लिये प्रयाण – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: षष्ठ सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: षोडश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: सप्तदश सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी: सप्तम सर्ग – श्याम नारायण पाण्डेय
- हवाएँ ना जाने – परमानन्द श्रीवास्तव
- हाथी बोला – दिविक रमेश
- हाथी राजा बहुत भले
- हाशिया – मनोज कुमार ‘मैथिल’
- हिंदी दोहे गणतंत्र के – डॉ. शरद नारायण खरे
- हिन्दुस्तान के लिए – मनोहर लाल ‘रत्नम’
- हिमाद्रि तुंग शृंग से – जयशंकर प्रसाद
- हिमालय – सोहनलाल द्विवेदी
- हुल्लड़ के दोहे – हुल्लड़ मुरादाबादी
- हे राम हे राम – जगजीत सिंह
- हे सांझ मइया – शलभ श्रीराम सिंह
- है मन का तीर्थ बहुत गहरा – वीरबाला भावसार
- है यह पतझड़ की शाम, सखे – हरिवंश राय बच्चन
- हैप्पी न्यू इयर – सरदार टूक टूक
- हो गई है पीर पर्वत – दुष्यंत कुमार
- हो चुका खेल – राजकुमार
- होकर मगन आया है बसंत – विवेल हिरदे
- होगा तभी दशहरा (विजय दशमी) – प्रकाश मनु
- होली – अरुण प्रसाद
- होली आई रे होली आई रे
- होली आई होली आई देखो होली आई रे – जावेद अख्तर
- होली आती याद दिलाती – नीलकमल वैष्णव ‘अनिश’
- होली आयी रे कन्हाई – शकील बदायूंनी
- होली का रंग – आनंद – तेज पाल सिंह
- होली की शुभकामनाएं – सुरेशचन्द्र ‘विमल’
- होली के दिन दिल खिल जाते हैं – आनंद बक्षी
- होली त्योहार है – लक्ष्मीनारायण गुप्त
- होली यूं मनायेंगे – सुजीत सिंह
- होली है भई होली है – पूर्णिमा वर्मन
क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः Poems In Hindi
- ऋतु होली की आई – नीलम जैन
- ऋतुओं की ऋतू बसंत – सुमित्रानंदन पंत
- श्री गणेश चालीसा
- श्री गणेश मन्त्र एवं आराधना
2 comments
Pingback: Hindi Diwas Activities For Students - Kids Portal For Parents
Pingback: पुण्य पर्व पन्द्रह अगस्त: शिवमंगल सिंह 'सुमन' की देशभक्ति कविता - Kids Portal For Parents