इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना - शैलेन्द्र

इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना: शैलेन्द्र

इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना, इचक दाना…
छज्जे ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना, इचक दाना…

बोलो क्या?
प्रनाम, इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना इचक दाना

छोटी सी छोकरी लालबाई नाम है…
पहने वोह घाघरा एक पैसा दाम है…
मुह मे सबके आग लगाए आता है रुलाना, इचक दाना…
बोलो क्या?
मिच्री!!, इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना, इचक दाना

हरी थी मन भरी थी लाख मोती जड़ी थी…
रजा जी के बाग़ मे दुशाला ओढ़े कड़ी थी…

कच्चे-पक्के बाल है उसके मुखड़ा है सुहाना, इचक दाना…
बोलो क्या? बोलो बोलो
बुद्धी
भुट्टा!!, इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना, इचक दाना

एक जानवर ऐसा जिसके दूम पर पैसा…
सर पे है ताज भी बादशाह के जैसा…
बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना, इचक दाना…
बोलो क्या? बोलो ना
मोर.., इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना, इचक दाना

छज्जे ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना, इचक दाना…
इचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना, इचक दाना…
चाले वोह चलकर दिल मे समाया
आप ही गया वोह किया है सफाया
तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर मे न आना, इचक दाना…
राज, बोलो क्या?
घूम?
हुह!, हम…

शैलेन्द्र

चित्रपट : श्री 420 (१९५५)
गीतकार : शैलेन्द्र
संगीतकार : शंकर-जयकिशन
गायक : लता मंगेशकर, मुकेश
सितारे : राज कपूर, नर्गिस, नादिरा

Shree 420 is a 1955 Bollywood film directed, produced by and starring Raj Kapoor and Nargis. The number 420 refers to Section 420 of the Indian Penal Code, which prescribes the punishment for the offence of cheating; hence, “Mr. 420” is a derogatory term for a cheat. The film centers on Raj, a poor but educated orphan who comes to Bombay with dreams of success. Kapoor’s character is heavily influenced by Charlie Chaplin‘s “little tramp”, much like Kapoor’s character in his 1951 Awaara. It was written by Khwaja Ahmad Abbas, and the music was composed by the team of Shankar Jaikishan. The lyrics were penned by Shailendra.

Check Also

हिन्द की चादर: श्री गुरु तेग बहादर

हिन्द की चादर: श्री गुरु तेग बहादुर – सिखों के नौवें गुरु

हिन्द की चादर: सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी विश्व के एकमात्र …