International Mountain Day: It is observed on 11 December annually to spread awareness about the importance of mountains in our lives and to our planet. Check here for the International Mountain Day theme, history, significance, celebration & facts etc.
International Mountain Day: The day was designated by the United Nations General Assembly to celebrate International Mountain Day on 11 December. According to the UN, “Mountain hosts about half of the world’s biodiversity hotspots and 30% of all key Biodiversity Areas.”
International Mountain Day: Date
- 2024: 11 December, 2024 [Wednesday]
- 2025: 11 December, 2025 [Thursday]
- 2026: 11 December, 2026 [Friday]
- 2027: 11 December, 2027 [Saturday]
More than half of humanity’s everyday life relies on mountain freshwater. 80% of the world’s food is supplied by 20 plant species and six of them originated and have been diversified in mountains namely maize, potatoes, barley, sorghum, tomatoes and apples.
International Mountain Day raises awareness about the threats and needs to protect the avalanche. Their conservation is the key factor for sustainable development and is part of Goal 15 of the SDGs. Due to climate change and overexploitation, mountains are under threat. The conservation of mountains is a crucial factor.
Mountains are not only important for inhabitants but also for millions of people living in lowlands. They are the sources of the world’s major rivers and also play a crucial role in the water cycle.
This day also focuses on the opportunities and the development of mountains. It also educates people in understanding the role of mountains in the environment and their impact on life. It is celebrated every year with a particular theme.
International Mountain Day: Theme
- 2024: Mountain solutions for a sustainable future – innovation, adaptation and youth
- 2023: Restoring mountain ecosystems
- 2022: Women Move Mountains
- 2021: Sustainable mountain tourism
- 2020: Mountain biodiversity
- 2019: Mountains Matter for Youth
- 2018: #MountainsMatter
- 2017: Mountains under pressure: climate, hunger, migration
- 2016: Mountain cultures: celebrating diversity and strengthening identity
History:
The formation of International Mountain Day history dates back to 1992 when Agenda 21 “Managing Fragile Ecosystems: Sustainable Mountain Development” of Chapter 13 was adopted at the United Nations Conference on Environment and Development. No doubt, it put a milestone in the history of mountain development. By seeing the increasing attention towards the importance of mountains, the UN General Assembly declared in 2002 the UN International Year of Mountains and designated 11 December as International Mountain Day from 2003 onwards. Therefore we can say that the first time International Mountain Day was celebrated on 11 December 2003. Every year it is celebrated with a particular theme.
Celebrations:
It is celebrated in various ways. On this day various forums, hand-on-activities, presentations, student debates, photos, art competitions, hikes, and events targeted at specific groups are organized. You can also join the conversation on social media using the #MountainsMatter hashtag. You can also write about your planning for the event on International Mountain Day at info-IMD@fao.org so that it can be published on the website of International Mountain Day. You can also share your experience in mountain life, photos of your favorite mountain, moments, etc with your friends, relatives etc.
Interesting Facts about Mountains:
Mountains are the most beautiful structures of nature, majestic, and solid they stand against the sky and feel like that they can catch the entire countryside in their shadow. They are the sources of recreation and resources. They are the source of agriculture and provide ample space on the slopes for production.
- Mountains play an important role in the water cycle.
- The precipitation of snow in the mountains remains and is stored in the mountains until it melts in the spring and summer seasons and provides essential water for settlements, agriculture, and industries downstream.
- In fact, in the semi-arid and arid regions, around 90% of the river comes from the mountains.
- In temperate Europe, the Alps that occupy around 11% of the area of the Rhine River basin supply 31% of the annual flow and in summer more than 50%.
- Water coming from the mountains is also the source of hydroelectric power.
- The fuel of wood in developing countries is the predominant source of energy in mountain settlements and is also essential whether as wood or charcoal to many people living in urban lowlands and on the plains.
- Mountain wood is also used in several ways.
- The ecosystems of the mountain play an important role in biological diversity etc.
Therefore, International Mountain Day is celebrated every year on 11 December to raise awareness and focus on the importance of Mountains not only for our lives but also for our inhabitants, the ecosystem, and the environment.
Facebook Covers:
‘पहाड़ों को जानें’
पहाड़ प्रकृति के अमूल्य रत्न हैं। वे न केवल अपनी भव्यता और सुंदरता से हमें मंत्रमुग्ध करते हैं, बल्कि हमारे ग्रह के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य भी करते हैं। पहाड़ जलवायु संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, वे नदियों और झरनों का स्रोत होते हैं, जो हमें पीने का पानी और सिंचाई के लिए जल प्रदान करते हैं।
इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्र जैव विविधता के हॉटस्पॉट होते हैं, जहां विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां और जीव-जंतु पाए जाते हैं।
पहाड़ों का महत्व
पर्वत को गिरी, अचल, शैल, धरणीधर, धराधर, नग, भूधर और महिधर भी कहा जाता है । कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत में एक से एक शानदार पहाड़ हैं, पहाड़ों की श्रृंखलाएं हैं और सुंदर एवं मनोरम घटियां हैं।
हजारों वर्षो में बनते पहाड़
पहाड़ों का बनना एक लम्बी भूवैज्ञानिक प्रक्रिया है और यह प्रक्रिया हमेशा पहाड़ों के अंदर होती रहती है। यह प्रक्रिया पृथ्वी के अंदर मौजूद क्रस्ट में तरह-तरह की हलचल होने के कारण होती है। पहाड़ टैक्टॉनिक खिसकाव या ज्वालामुखी से बनते हैं। ये सारी चीजें मिलकर पहाड़ को 10,000 फुट तक ऊपर उठा देती हैं ।उसके बाद नदियां, ग्लेशियर और मौसम इसे घटाकर कम कर देते हैं।
भारत में पर्वतों के कारण ही अच्छे तौर पर पांच ऋतुएं होती हैं, जो किसी अन्य देश में शायद ही देखने को मिलें। ये ऋतुएं हैं वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर। ये मौसम प्रत्येक 2 माह के होते हैं लेकिन अरावली और विंध्याचल की पर्वत श्रृंखलाओं को काट देने के कारण भारत में अब मौसम परिवर्तन होने लगा है । इस परिवर्तन के कारण भारत की कृषि पर भी असर पड़ा है। विकास के नाम पर काट दी गई कई शहरों की छोटी-मोटी पहाड़ियों से भी जलवायु परिवर्तन होने लगा है।
भारत की प्रमुख पर्वत श्रेणियां
हिमालय, अरावली, सतपुड़ा, विध्याचल, पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट, नीलगिरि पर्वत, अनामलाई पर्वत, काडिमोम पहाड़ियां, गारोखासी पहाड़ियां, नागा पहाड़ियां आदि भारत की कुछ पर्वत श्रेणियां हैं।
संसार के अनेक पर्वतीय क्षेत्रों की ही भांति भारत के पर्वतों का पर्यावरण भी निरंतर बिगड़ रहा है क्योंकि पर्वतों के वनों को अंधाधुंध तरीके से काट दिया गया है। किसी समय हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के अनेक क्षेत्रों में अनेक जंगल थे लेकिन इनमें से अनेक क्षेत्रों का जंगल कृषि भूमि के लिए अथवा व्यावसायिक निर्माण कार्य हेतु साफ हो चुका है।
इसके चलते यहां से दुर्लभ वन्यजीव भी लुप्त हो चुके हैं। जंगल के काटने से हुई अनेक क्षतियों में वन््य जीवन पर संकट भी विशेष महत्व रखता है। इससे सम्पूर्ण भारत का परिस्थितिकी तंत्र गड़बड़ा गया है।
खास बातें
- पहाड़ों का निर्माण याद रूप से टैक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकराव के कारण होता है।
- पहाड़ पृथ्वी की सतह का लगभग 24 प्रतिशत भाग कवर करते हैं।
- दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ माऊंट एवेरेस्ट है, जो हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित है। यह लगभग 8,848.86 मीटर (29,031.7 फुट) ऊंचा है।
- पहाड़ों पर हवा के दबाव को बैरोमीटर नामक उपकरण से मापा जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र 11 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस के तौर पर घोषित किया है।
- धरती की तुलना में पहाड़ों पर ऑक्सीजन कम होती है।
- ऑस्ट्रेलिया में स्थित माऊंट वायेचेप्रूफ को दुनिया का सबसे छोटा पहाड़ माना जाता है । यह केवल 43 मीटर (141 फुट) ऊंचा है।
- पहाड़ के सबसे ऊपरी सिरे को चोटी, पीक, शिखर या सम्मिट कहा जाता है।
- हिमालय पर्वत श्रृंखला विश्व की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला है।
- दक्षिण अमरीका में स्थित एण्डीज, विश्व की सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला है।
पहाड़ों से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम तेजी से बदलते हैं।
- पर्वतारोहण दुनिया भर में एक लोकप्रिय साहसिक खेल है।
- माऊंट एकरैस्ट हर साल लगभग 4 मिलीमीटर की दर से बढ़ता (ऊंचा होता) है।
- विश्व की कई महान नदियां पर्वतीय क्षेत्रों से ही निकलती हैं।
- पहाड़ों में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव तेजी से देखा जा सकता है।
- माऊंट एवरैस्ट पर चढ़ाई करने में लगभग 2 महीने लगते हैं।
- पर्वतीय क्षेत्रों में दिग और रात के तापमान में बहुत अंतर होता है।
- मंगल ग्रह पर स्थित ओलम्पस मोन्स, सौरमंडल में सबसे ऊंचा पर्वत है।
- हमारे ग्रह का लगभग 80 प्रतिशत से अधिक ताजा पानी पहाड़ों से आता है।
- समुद्र की सतह के नीचे भी विशाल पर्वत श्रृंखलाएं मौजूद हैं।