नए वर्ष में नयी पहल हो – सजीवन मयंक

Naye Varsh Mein Nai Pahal Hoनए वर्ष में नई पहल हो।
कठिन ज़िंदगी और सरल हो॥

अनसुलझी जो रही पहेली।
अब शायद उसका भी हल हो॥

जो चलता है वक्त देखकर।
आगे जाकर वही सफल हो॥

नए वर्ष का उगता सूरज।
सबके लिए सुनहरा पल हो॥

समय हमारा साथ सदा दे।
कुछ ऐसी आगे हलचल हो॥

सुख के चौक पुरें हर द्वारे।
सुखमय आँगन का हर पल हो॥

∼ सजीवन मयंक

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