बन्दर और बटेर।
हाथी आया, अजगर आया,
आया बूढ़ा शेर।
बन्दर ने ढोलकी बजाई,
कोयल ने शहनाई।
बिल्ली मौसी बेहद खुश थी,
खाकर दूध–मलाई।
बन्दर और बटेर।
हाथी आया, अजगर आया,
आया बूढ़ा शेर।
बन्दर ने ढोलकी बजाई,
कोयल ने शहनाई।
बिल्ली मौसी बेहद खुश थी,
खाकर दूध–मलाई।
National Philosophy Day: This day encourages critical thinking, dialogue, and intellectual curiosity, addressing global challenges …