रसगुल्ले पर हुई लड़ाई।
चुन्नू बोला, मैं लूंगा,
मुन्नू बोला, कभी न दूंगा।
झगड़ा सुनकर मम्मी आई,
प्यार से एक बात बताई।
आधा ले तू चुन्नू बेटा,
आधा ले तू मुन्नू बेटा।
ऐसा झगड़ा कभी न करना,
दोनों मिलकर प्रेम से रहना।
अनोखी दोस्त: देवांश के दादा जी और दादी जी गांव में जमीदार थे। एक दिन …