अपने बच्चों को रोज प्रोत्साहित करें

अपने बच्चों को रोज प्रोत्साहित करें

हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई-लिखाई में अच्छे नंबर लाए। पर अगर आपका बच्चा अच्छे नंबर नहीं ला पाता तो अापके अपने बच्चों का डाटना नहीं चाहिएं। एेसा करने से वह सोचते है कि वह अकेले है अौर वच्चें अपना आत्मविश्वास खो देते है। बच्चे हमेशा वही करते हैं जो अाप उनके सामने करते या फिर बोलते हैं। एेसे में कभी भी बच्चों की खामियों को न गिनाते रहें बल्कि उन्हें इस काबिल बनाए कि वह जिन्दगी में अागे बढ़ सकें। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिन्हें आपके बच्चों के मोटिवेट करने के लिए उन्हें हर रोज कहनी चाहिए। तो अाइए जानते है ये बातें…
  • बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने अौर सकारात्मक ऊर्जा देने के लिए उन्हें कहें कि हमें तुम पर गर्व है। अगर अापके बच्चें पढ़ाई या खेल में नंबर वन हो या नहीं फिर भी उन पर गर्व करें।
  • अगर अापके बच्चा ज्यादा शरारते करता है, बदमाश या शांत है तो भी उसे कहें कि अाप दोनों उनसे बहुत प्यार करते है। अगर अाप अपने बच्चे से किसी बात को लेकर गुस्सा है तो रात के समय उसे अपने पास सुलाएं, ताकि वह अपने आप को अकेला महसूस न करें।
  • हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में अच्छे नम्बर लाएं। पर अगर आपका बच्चा अच्छे नंबर नहीं लाता तो अाप उन पर प्रेशर न डाले अौर उसमें विश्वास दिखाएं ताकि उन्हें मोटिवेट किया जा सके और वह कोशिश करें अच्छे नम्बर लेने के लिए।
  • घर में अगर अाप कोई चीज लाने का सोच रहें है तो बच्चों की राय जरूर लें या फिर उनसे चर्चा करें। कभी कभार बच्चों की राय जानने से चीजों का पता अच्छे से चल पाता है।
  • अगर आपके बच्चे कोई गलती करते है तो उन्हें ना तो डांटे और ना ही दंड दें। साथ उन्हें जीत अौर हार के बारे में बताएं। बच्चों को बताए कि सफलता पाने के लिए वह जितनी महनत करते है, अागे चल कर यही सफलता उनके काफी काम अाएगी।
  • अगर बच्चा पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नंबर नहीं ला पाता तो इसका यह मतलब नहीं कि वह स्मार्ट नहीं है। ऐसे बच्चे दूसरे कामों को करने में अच्छे होते है। इसलिए उन्हें हमेंशा कहें कि वह बहुत ही स्मार्ट हैं।

Check Also

National Philosophy Day: Date, History, Wishes, Messages, Quotes

National Philosophy Day: Date, History, Wishes, Messages, Quotes

National Philosophy Day: This day encourages critical thinking, dialogue, and intellectual curiosity, addressing global challenges …