इमोजी की कहानी Story of Emoji in Hindi

इमोजी की कहानी Story of Emoji in Hindi

इन दिनों सोशल मीडिया पर चैटिंग करने वालों के पास चुनने के लिए हजारों तरह के इमोजी हैं परंतु कुछ लोगों को अभी भी ये कम लगते हैं। उन्हें लगता है कि इनमें उनके समुदाय या उनकी लुक वाले लोगों का जरा भी प्रतिनिधित्व नहीं है।

इमोजी (Emoji) की शुरुआत 1990 के दशक में 176 रंग-बिरंगे आइकन्स (Icons) से हुई थी। आज इनकी संख्या 2500 से अधिक है। ज्यादा से ज्यादा नए जुड़ रहे इमोजी स्मार्टफोन्स पर चैटिंग की आदतों को बदल रहे हैं।

स्माइलीज तथा उनका प्रयोग करने वालों का अध्यन्न बर्लिन फ्री यूनिवर्सिटी के एक भाषा विज्ञानी अनातोत स्टेफानोवित्स कर रहे हैं। वह जानना चाहते हैं कि लोग इनका उपयोग किस तरह से करते हैं और यह भी कि लोग कितनी तरह के इमोजी चाहते हैं और क्या इनकी कोई सीमा भी है। वैबसाइट यूनिकोड सभी सोशल मीडिया पर उपलब्ध इमोजी की जानकारी रखती है। इसके अनुसार वर्तमान में इनकी कुल संख्या 2,623 है। अमेरिका आधारित यह संकाय टैक्स्ट सॉफ्टवेयर के लिए कोडिंग तैयार करती है।

Use of Emoji icons in smartphones
Use of Emoji icons in smartphones

कोई भी इसके पास नए इमोजी कैरक्टर का सुझाव भेज सकता है परंतु प्रस्ताव के साथ उसे जारी किए जाने के लिए दमदार दलील तथा इसका अर्थ भी बताना होता है। धैर्य भी खूब चाहिए क्योंकि इमोजी जारी होने की पूरी प्रक्रिया में सालों लग सकते हैं। विशेषज्ञों को नए इमोजी के लिए लगातार आग्रह मिलते रहते हैं और उन्हें यह तय करना पड़ता है कि किन्हें डिवैल्प करना है।

लम्बे समय से नए रंग या आकार वाले इमोजी तैयार करने की बजाय सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व पर जोर देने की मांग ज्यादा होने लगी है। शायद यही वजह है कि सिर पर खिजाब पहने चेहरा उन इमोजी का हिस्सा है जिन्हें हाल ही में जारी किया है। जानकारों के अनुसार यह तो बस शुरुआत है। जल्द ही अन्य धार्मिक संकेतों वाले इमोजी भी लांच होंगे। इस तरह के इमोजी की मांग इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि लोग इनमें खुद को देखने की चाह रखते हैं।

स्कॉटलैंड में तो लाल बालों वाली इमोजी लांच किए जाने को लेकर बाकायदा एक पटीशन पेश की गई। यह इमोजी अगले वर्ष तक आ सकता है जिस पर इस वर्ष की शुरुआत में यूनिकोड में सहमत बनी है। 2015 में ऑक्स्फोर्ड डिक्शनरी ने एक इमोजी को ‘वर्ड ऑफ द यीअर’ घोषित किया था जो इनकी अहमियत को साफ जाहिर करता है। जिस इमोजी को इसने ‘वर्ड ऑफ दी यीअर‘ के रूप में चुना था उसे ‘फेस विद टियर्स ऑफ जॉय‘ (खुशी के आसुओं वाला चेहरा) के नाम से जाना जाता है।

डिक्शनरी के प्रवक्ता के अनुसार इमोजी का अब संवाद का महत्वपूर्ण अंग बन चुके हैं, ऐसे अंग जो भाषाओं के बंधन से भी मुक्त हैं। जानकारों के अनुसार चैटिंग करने वालों को अब केवल शब्दों से संतुष्टि नहीं होती इसीलिए वे सोशल मीडिया पर संवाद का अटूट हिस्सा हैं जिनसे विभिन्न भावों को तुरंत जाहिर किया जा सकता है।

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