हैरानी की बात यह है कि इस कुएं के अंदर प्रकाश की कोई व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में रोशनी कहां से आती है यह रहस्य है। लेडीरिनथिक ग्रोटा नाम का यह कुआं दिखने में उल्टे टावर की तरह है। इसे विशिंग वैल भी माना जाता है। यहां आने वाले लोग इसमें सिक्का डालकर मन्नत मांगते हैं। इनका मानना है कि ऐसा करने से इच्छा पूरी होती है। हालांकि, जो भी पर्यटक यहां घूमने आता हैं, उनके बीच हमेशा यह सवाल उठता है कि कुएं के अंदर से आने वाली रोशनी कहां से आती है, लेकिन आज तक यह रहस्य अनसुलझा है।
