तुर्की में वैज्ञानिकों को 13 हजार साल पुराना कैलेंडर मिला है। यहां पर पत्थर के एक विशाल खम्भे पर इस तरह की नक्काशी को उकेरा गया है, जिसे वैज्ञानिक दुनिया का सबसे 20 और चंद्र कैलेंडर मान रहे हैं। अनुमान है कि यह किसी विनाशकारी धूमकेतु के गिरने को चिह्ित करने के लिए बनाया गया हो सकता है।
सबसे पुराना केलेंडर: Gobeklitepe, in Sanliurfa, Türkiye
पुरातत्व वैज्ञानिकों को दक्षिणी तुर्की में गोबेकली टेपे में कुछ नक्काशी मिली है, जो पत्थर पर उकेरी गई है। गोबेकली टेपे दक्षिणी तुर्की का मशहूर पुरातत्व स्थल है, जो अपने बड़ी संख्या में पाए जाने वाले मंदिरों के लिए जाना जाता है। इन पर मिलने वाली चित्रकारी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र है। ‘टाइम एंड माइंड‘ नामक जर्नल में एक स्टडी पब्लिश की गई, जिसमें 13 हजार साल पुराने कैलेंडर का जिक्र किया गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के अनुसार, स्टडी कहती है कि पिलर पर V (वी) शेप के 365 निशान हैं। शोधकर्त्ता मान रहे हैं कि हरेक निशान एक दिन को दिखा रहा है।
वहीं, पूरे कैलेंडर में 12 चंद्र महीने हैं और 11 अतिरिक्त दिन हैं। वी शेप के निशानों के अलावा यहां पर शोधकर्त्ताओं को पक्षी जैसा एक दानव भी छपा मिला है जिसकी गर्दन के आसपास भी ऐसा ही वी शेप का निशान बना हुआ है। माना जा रहा है कि यह चित्र उस समय के ‘ग्रीष्म संक्रांति नक्षत्र’ को दिखा रहा है।
इन चित्रों के बारे में एक और महत्वपूर्ण बात यह बताई गई है कि ये 10850 ईसा पूर्व के आसपास बनाए गए होंगे और उस समय पृथ्वी से कोई धूमकेतु टकराया होगा, जिसको रिकॉर्ड करने के लिए यह नक्काशी की गई होगी। चित्र बताते हैं कि उस समय के लोग सर चंद्रमा और नक्षत्रों की अपनी स्टडी को सौर कैलेंडर के रूप में रिकॉर्ड कर सकते थे।
शोधकर्त्ताओं का मानना है कि धूमकेतु के टकराने का प्रभाव इतना रहा होगा कि उसने धरती पर एक हिमयुग की शुरुआत कर दी होगी। यह घटना गोबेकली तेपे में सांस्कृतिक बदलाव के लिए काफी रही होगी और इसी के परिणामस्वरूप यहां पर किसी नए पंथ या धर्म की शुरुआत हुई होगी।