एक के बाद एक 12 वर्षों के नाम किसी न किसी जानवर के नाम पर रखे जाते हैं और जन्मकुंडली बनाते समय यह ध्यान रखा जाता है कि बच्चा किस ‘पशु’ के वर्ष में पैदा हुआ, उसके जन्म के समय पंचतत्वों यानी जल, लकड़ी, आग, धरती और धातु की दशा क्या थी? मौसम कैसा था, महीना क्या था?
वर्षों के नाम पशुओं के नाम पर रखे जाने की एक रोचक दास्तान है। चीनी कहावत के अनुसार एक बार महात्मा बुद्ध ने नववर्ष के उपलक्ष्य में संसार के सारे जानवरों को दावत दी लेकिन उस भोज में केवल 12 ही जानवर आ सके। ये पशु थे चूहा, बैल, सिंह, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, भेड़, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर। तब महात्मा बुद्ध ने इनमें से हर पशु को एक-एक वर्ष से सम्मानित करने की घोषणा की। इस व्यवस्था में वातावरण की नर और मादा शक्तियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
चूहे का वर्ष: (1900, 1912, 1924, 1936, 1948, 1960, 1984, 1996, 2008) जानवरों के हिसाब से तो चूहा एक भद्दा और गंदा पशु है लेकिन इसके वर्ष में पैदा होने वाले बच्चे बड़े प्यारे-प्यारे और बुद्धिमान व मिलनसार होते हैं इसलिए उनके दोस्तों की संख्या भी अधिक होती है लेकिन यह मित्रता लम्बी नहीं चल पाती क्योंकि ‘चूहा वर्ष’ में लोग कान के कच्चे होते हैं। ये जल्दी क्रोधित हो उठते हैं लेकिन उसे तुरंत प्रकट नहीं करते। ये बंद मुट्ठी के भी होते हैं और सुरक्षा के भाव से पाई-पाई जोड़कर रखते हैं।
बैल का वर्ष: (1901, 1913, 1925, 1937, 1949, 1961, 1973, 1985, 1997, 2009) बैल के वर्ष में पैदा होने वाले शांत, लेकिन दृढ़निश्चयी और स्थिरतावादी होते हैं। वे शालीनता के साथ अड़चनों को हटाते हुए अपनी मंजिल की ओर बढ़ते हैं। ये लोग किसी पर जल्दी भरोसा नहीं करते लेकिन जब इनकी किसी से दोस्ती हो जाए तो उसकी राह में दिलोजान कुर्बान करने को तैयार रहते हैं। ये सहनशील होते हैं लेकिन तंग किया जाए तो खतरनाक भी सिद्ध होते हैं।
सिंह का वर्ष: (1902, 1914, 1926, 1938, 1950, 1962, 1974, 1986, 1998, 2010, 2022) इस वर्ष पैदा होने वाले लोग सिंह की तरह बहादुर और ताकतवर होते हैं। इनके विचार मौलिक और सृजनात्मक होते हैं। इन विशेषताओं के कारण वे हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहते हैं लेकिन समाज में उच्च स्थान पाकर इस राशि के लोग कभी-कभी जिद्दी और स्वार्थी भी हो जाते हैं। उनमें हमेशा विद्रोह की ज्वाला धधकती रहती है। ऐसे लोग किसी भी काम से शीघ्र उकता जाते हैं।
खरगोश का वर्ष: (1903, 1915, 1927, 1939, 1951, 1963, 1975, 1987, 1999, 2011) इस वर्ष के दौरान जन्मे शिशु संवेदनशील और अपराज्ञानी होते हैं। इन्हें दोस्ती करना पसंद होता है लेकिन ये मित्रता बराबरी और सच्चाई की बुनियाद पर करना चाहते हैं। ये बहुत सोच-समझ कर दोस्ती करते हैं और अगर एक बार दोस्ती कर लेते हैं तो निभाते भी हैं। ये हर कीमत पर शांति बनाए रखना चाहते हैं। ये बहुत भाग्यशाली होते हैं और जुआ खेलें तो अक्सर जीत उन्हीं की होती है।
ड्रैगन का वर्ष: (1904, 1916, 1928, 1940, 1952, 1964, 1976, 1988, 2000, 2012) ड्रैगन कथालोक का एक भीमकाय प्राणी है इसलिए इसके वर्ष में पैदा होने वाले लोग सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं।
सांप का वर्ष: (1905, 1917, 1929, 1941, 1953, 1965, 1977, 1989, 2001, 2013) इस वर्ष पैदा होने वाले लोग आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक तो होते ही हैं, कुछ व्यक्तिगत व विशेष साधनों से अपने आकर्षण में और भी वृद्धि कर लेते हैं। इनमें संभावनाओं का पता लगाने और अवसरों का दोहन करने की अद्भुत क्षमता होती है। दूसरों को ये अपनी काबिलियत का एहसास बहुत चालाकी से करा देते हैं लेकिन सफेद झूठ का सहारा नहीं लेते। लोगों के मूड का भी ख्याल नहीं रखते हैं।
घोड़े का वर्ष: (1906, 1918, 1930, 1942, 1954, 1966, 1978, 1990, 2002, 2014) इस वर्ष जन्मे लोग अक्सर लोकप्रिय और मैत्रीपूर्ण होते हैं लेकिन मन ही मन इनमें अंदर विद्रोह की ज्वाला भी हो सकती है। ये मेहनती, मजबूत और सहनशील होते हैं। कभी-कभी अधिक जोश और बेसब्री के कारण इनके काम खराब भी हो जाते हैं। सैर और मनोरंजन के रसिया, खुल कर खर्च करने वाले ये अक्सर प्यार में असफल रहते हैं।
भेड़ का वर्ष: (1907, 1919, 1931, 1943, 1955, 1967, 1979, 1991, 2003 और 2015) ये सीधे और नि:स्वार्थ भाव के लोग होते हैं लेकिन मौलिकता नहीं अनुसरण को पसंद करते हैं। नतीजा यह होता है कि ये अच्छे चित्रकार या कलाकार न बनकर सफल दस्तकार बन जाते हैं। यदि सलाह और मार्गदर्शन न मिले तो ये गैर जिम्मेदार और अव्यावहारिक हो जाते हैं। बीच बचाव कर शांति बहाल करने की इनमें अद्भुत क्षमता होती है। सुरक्षा को ये सर्वोपरि मानते हैं।
बंदर का वर्ष: (1908, 1920, 1932, 1944, 1956, 1968, 1980, 1992, 2004, 2016) ये लोग बहुत प्रतिभाशाली और तेजी से काम करने वाले होते हैं। हर तरह के वातावरण के अनुरूप ढल जाते हैं। इन्हें हंसी-मजाक की आदत होती है जिसके कारण समाज में इन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता। झटपट सौदा करने की क्षमता के कारण इस राशि के लोग व्यापार में बहुत कामयाब रहते हैं। इनकी संगत में तो बहुत आनंद आता है, लेकिन ये थोड़े बेईमान भी होते हैं इसलिए इन पर पूरा भरोसा नहीं किया जा सकता। ये डबल क्रास भी कर सकते हैं।
मुर्गे का वर्ष: (1909, 1921, 1933, 1945, 1957, 1969, 1981, 1993, 2005, 2017) ये लोग कर्मठ, कुशल और लगनशील होते हैं। जो काम हाथ में लेते हैं उसे अंजाम तक पहुंचा कर ही दम लेते हैं लेकिन अति आत्मविश्वास के कारण एक ही समय में कई कामों में उलझ जाते हैं और नाकामी देखते हैं। इन्हें अपने तरीके से काम करना पसंद है। हस्तक्षेप होने पर इनमें सख्त प्रतिक्रिया होती है।
कुत्ते का वर्ष: (1910, 1922, 1934, 1946, 1958, 1970, 1982, 1994, 2006, 2018) इनमें मानव स्वभाव की चुनिंदा खूबियां होती हैं। ये भरोसेमंद होते हैं, काम को बेहतर अंदाज से करने की लालसा रहती है लेकिन खराबी यह है कि ये रुढि़वादी होते हैं। विकास के लिए जरूरी नित नए विचारों से इन्हें नफरत होती है इसलिए इनकी सीखने की प्रक्रिया धीमी होती है। इन्हें दूसरों से अंतरंग संबंधों की जरूरत होती है। इनमें हमदर्दी, सहायता और क्षमा का भाव होता है और ये जीवन में फूंक-फूंककर कदम रखते हैं, लेकिन ये आपको नापसंद करने लगे तो आलोचनाओं और व्यंग्यों के बाण चलाने में नहीं चूकते। ऐसे लोगों को रोमांस छूकर भी नहीं गुजरता।
सूअर का वर्ष: (1911, 1923, 1935, 1947, 1959, 1971, 1983, 1995, 2007 और 2019) ये लोग दूसरों का बहुत ख्याल रखते हैं। अपना परिवार इन्हें जान से प्यारा होता है। मानव स्वभाव में इन्हें दृढ़ विश्वास होता है। दूसरों की गलतियों और कमजोरियों को ये हंसकर सह जाते हैं। किसी भी बात को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं। ये दिल लगाकर और मेहनत व बारीकी से काम करते हैं। सिफारिश या रिश्वत से नहीं अपनी क्षमता के बल पर कामयाबी हासिल करना चाहते हैं। इनके दोस्त कम लेकिन जीवन भर साथ निभाने वाले होते हैं।