सोना पहनने के प्रभाव - Astrological effects of wearing gold jewellery

सोना पहनने के प्रभाव – Astrological effects of wearing gold jewellery

सोना यानि गोल्ड धरती पर पाई जाने वाली पवित्र और मूल्यवान धातुओं में से एक है। इसके बहुत सारे शुभ-अशुभ प्रभाव हैं जिनसे भाग्य के द्वार खुलते भी हैं और बंद भी हो जाते हैं। सोने का खोना और पाना दोनों ही अच्छा नहीं माना जाता। ज्योतिष में इसे बहुत सारे ग्रहों के साथ जोड़ा जाता है लेकिन मुख्य रूप से इसका संबंध देव गुरू बृहस्पति के साथ माना जाता है। सोना केवल दूसरों के सामने आपका आकर्षण नहीं बढ़ाता बल्कि इसे पहनने के कुछ नियम भी निर्धारित किए गए हैं।
  • सर्दी-जुकाम अथवा सांस से संबंधित कोई बीमारी हो तो कनिष्ठा अंगुली में सोने की अंगुठी पहनें।
  • बढ़े पेट वाले, मोटे, क्रोधी और वाचाल लोगों को सोना धारण नहीं करना चाहिए।
  • कुंडली में बृहस्पति अशुभ हो तो सोना धारण नहीं करना चाहिए।
  • मेष, कर्क, सिंह और धनु लग्न वाले सोना धारण करें तो शुभ प्रभाव मिलते हैं। वृश्‍चिक और मीन लग्न वालों को मध्यम एवं वृषभ, मिथुन, कन्या और कुंभ लग्न वालों के लिए उत्तम नहीं होता। तुला और मकर लग्न के जातक जितना हो सके सोना कम धारण करें।
  • शनि से संबंधित किसी भी चीज का व्यवसाय करने वालों को सोना धारण नहीं करना चाहिए अन्यथा आए दिन व्यापार में घाटा पड़ता रहता है।
  • गर्भवती और वृद्ध महिलाओं को सोना नहीं पहनना चाहिए।
  • बाएं हाथ में सोना पहनना अशुभ प्रभाव देता है और दाएं हाथ में शुभ।
  • सोने का दान और उपहार केवल अपने प्रिय को दें।
  • किसी भी तरह की सोने की धातु पैरों में नहीं पहननी चाहिए।
  • कमर में सोना धारण करने से पाचन तंत्र, गर्भाशय और पेट संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं।
  • शराब और मांस खाते समय सोना नहीं पहनना चाहिए।
  • सोने को सिरहाने के नीचे रखने से नींद संबंधी समस्याओं के साथ-साथ अन्य घरेलु परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
  • घर के ईशान या नैऋत्य कोण में सोना रखना उत्तम होता है। ध्यान रखें इसे लाल कपड़े में बांधकर रखें। सोने के साथ नकली आभूषण अथवा लौहा न रखें।

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