शास्त्रों में लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी को भी उतनी ही मान्यता है जितनी लक्ष्मी को एक तरफ लक्ष्मी जहां सौभाग्य कर्मठता और धन प्रदान करती हैं वहीं दूसरी ओर अलक्ष्मी कुकर्म और अधर्म तथा दरिद्रता को जन्म देती हैं परंतु लक्ष्मी और अलक्ष्मी सदा साथ ही चलती हैं। शास्त्रों में अलक्ष्मी से निजात पाने के लिए और लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए अनेक प्रयास बताए गए हैं। जिसे करना आम आदमी के बस की बात नहीं है। अलक्ष्मी से मुक्ति और लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए हम ये उपाय कर विजय श्री प्राप्त कर सकते हैं:
- दुकान में मोर पंख से झाड़ा करें। अलक्ष्मी को दूर करने के लिए हर शनिवार एक नींबू और सात मिर्च मौली में रोली के साथ बांध कर घर या दुकान के मुख्यद्वार पर लगाएं।
- एक पुराना जूता घर की छत पर लटका दें।
- काली हांडी पर सिंदूर से एक राक्षस का चित्र बनाकर घर में इस तरह लगाएं की वो मुख्य द्वारा से दिखे।
- घर में बैठी लक्ष्मी का छाया चित्र लगाएं।
- दुकान में खड़ी लक्ष्मी का चित्र लगाएं।
- देवी लक्ष्मी पर चढ़े हुए 16 कमल गट्टे लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में स्थापित करें।
- हर अमावस्या घर में शेष बचे कुड़े को जला दें।
~ आचार्य कमल नंदलाल