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दुग्धेश्वर नाथ मंदिर, रुद्रपुर, देवरिया जिला, उत्तर प्रदेश

दुग्धेश्वर नाथ मंदिर, रुद्रपुर, देवरिया जिला, उत्तर प्रदेश

आज तक आपने बहुत से शिवलिंग देखे होंगे जिनका आकारा अलग-अलग प्रकार का होता है। कहते हैं हर शिवलिंग का अपना एक विभिन्न महत्व होता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में सुनकर आप शायद हैरान हो जाएंगे। तो आइए देर न करते हुए आपको बताएं इस अनोखे शिवलिंग …

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डोकहर राज राजेश्वरी मंदिर, बिहार

डोकहर राज राजेश्वरी मंदिर, बिहार

भारत में बहुत से मंदिर हैं जो अपने चमत्कारों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। अब तक हम आपको ऐसे कई चमत्कारिक मंदिरों के बारे में बता चुके हैं जहां मूर्ति का आकार बढ़ता कम होता हो या प्रतिमा रंग बदलती हो। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां …

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दक्षेश्वर महादेव मंदिर, कनखल, हरिद्वार

दक्षेश्वर महादेव मंदिर, कनखल, हरिद्वार उत्तराखण्ड

भारत देश में इतने मंदिर है कि इनकी गिनती करना बड़ा ही मुश्किल है। समय-समय पर हम आपको कई ऐतिहासिक मंदिरों के बारे में जानकारी प्रदान करते रहते हैं। हमेशा की तरह आज भी हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि शिव और उनके ससुराल से जुड़ा है इसके निर्माण के पीछे की …

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दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

भारत के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर (Mahakaleshwar Jyotirlinga) उज्जैन शहर में स्थित है। उज्जैन की पश्चिम दिशा में शिप्रा नदी प्रवाहमान है। जहां हर बारह वर्ष में कुंभ का मेला लगता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में भूमिगत पानी का स्रोत धार्मिकता बढ़ाता है। इसी कारण उज्जैन शहर धार्मिक नगरी के रूप में ज्यादा प्रसिद्ध …

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चूड़ामणि देवी मंदिर, चुड़ियाला गांव, रुड़की, उत्तराखंड

चूड़ामणि देवी मंदिर, चुड़ियाला गांव, रुड़की, उत्तराखंड

उत्तराखंड में एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां से चोरी करने पर हर शख्स की मनोकामना पूरी होती है। रुड़की के चुडिय़ाला गांव स्थित प्राचीन सिद्धपीठ चूड़ामणि देवी मंदिर में पुत्र प्रप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति माथा टेकने आते है। यहां पर मान्यता है कि जिन्हें पुत्र की चाह होती है वह जोड़ा मंदिर में आकर माता के चरणों …

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चामुंडा नंदीकेश्वर मंदिर, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश

चामुंडा नंदीकेश्वर मंदिर, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश

श्री चामुंडा नंदीकेश्वर मंदिर हिमाचल प्रदेश में स्थित लगभग 2000 मंदिरों में से एक धर्मस्थल तथा शक्ति धाम होने के साथ ही ऐसी नैसर्गिक प्राकृतिक सुंदरता से ओत-प्रोत मंदिर है जिसके आसपास के कुदरती नजारों को शब्दों में बयां करना कठिन है। धौलाधार पर्वतमाला की गोद में कांगड़ा घाटी की पहाड़़ी ढलानों पर झर-झर बहते अनेकों प्राकृतिक चश्मों में घिरी …

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भगवान विष्णु बुढानिलकण्ठ मन्दिर, काठमांडू, नेपाल

भगवान विष्णु बुढानिलकण्ठ मन्दिर, काठमांडू, नेपाल

आज कल आपने ऐसे कई मंदिरों के बारे में सुना होगा, जिनके बारे में मान्यताएं प्रचलित हैं कि वहां साक्षात भगवान का वास होता है। लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि भगवान का बसेरा किसी तालाब आदि में भी हो सकता है। जी हां, आप सही पढ़ रहे हैं। अब इतना तो सब जानते ही हैं कि भगवान …

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बृहदेश्वर मंदिर, तंजावुर, तमिलनाडु: द्रविड़ वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण

बृहदेश्वर मंदिर, तंजावुर, तमिलनाडु

तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर: नींव नहीं फिर भी सब कुछ भव्य-विशाल, 200 फुट की ऊँचाई और 81000 किलो का पत्थर बृहदेश्वर मंदिर की वास्तुकला न केवल विज्ञान और ज्यामिति के नियमों का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है, बल्कि इसकी संरचना कई रहस्य भी उत्पन्न करती है। मंदिर का निर्माण द्रविड़ वास्तुशैली के आधार पर हुआ है। तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित बृहदीश्वर …

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ब्रज के महादेव मंदिर: आश्वेश्वर, रंगेश्वर और गोपेश्वर महादेव मंदिर

ब्रज के महादेव मंदिर: आश्वेश्वर, रंगेश्वर और गोपेश्वर महादेव मंदिर

देश भर में भगवान शंकर के ऐसे कई नामचीन मंदिर हैं, जिनके बारे में बताने की किसी को ज़रूरत नहीं। वो अपने आप में इतने प्रसिद्ध हैं कि उनकी प्रसिद्ध पर किसी को प्रकाश डालने की कोई ज़रूरत नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है कि आज भी कई ऐसे भी मंदिर हैं, जिन से जुड़ा इतिहास लोगों से रूबरू …

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भीमाकाली मंदिर शक्तिपीठ, सराहन, हिमाचल प्रदेश

भीमाकाली मंदिर शक्तिपीठ, सराहन, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के सराहन में भीमाकाली मंदिर अवस्थित है। देवी सती का बायां कान इस स्थान पर गिरा था इसलिए यह स्थान शक्तिपीठ कहलाता है। मान्यता है की इस मंदिर का निर्माण लगभग 800 वर्ष पूर्व हुआ था। दन्त कथा के अनुसार, देवी भीमाकाली महान हिंदू ऋषि ब्रह्मगिरी के लकड़ी के स्टाफ में सबसे पहले दिखाई दी। भीमाकाली मंदिर परिसर …

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