ओ ओ… वन्दे मातरम् x 8 यहाँ वहां सारा जहाँ देख लिया है कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है अस्सी नहीं सौ दिन दुनिया घूमा है नहीं कहीं तेरे जैसा कोई नहीं मैं गया जहाँ भी बस तेरी याद थी जो मेरे साथ थी मुझको तड़पाती रुलाती सबसे प्यारी तेरी सूरत प्यार है बस तेरा प्यार ही माँ तुझे …
Read More »40 डॉलर में किराए की मां
नीना कैनिएल्ली (Nina Keneally) 40 बच्चों की मां हैं और कई अन्यों की मां बन सकती हैं। दरअसल, अमेरिकी महानगर न्यूयार्क की 64 वर्षीय यह महिला एक ‘प्रोफेशनल मदर‘ यानी पेशेवर मां हैं जो ‘नीड ए मॉम‘ (माँ चाहिए) नामक सेवा प्रदान करती हैं। इस सेवा के तहत वह अपने ममता कौशल की ‘बिक्री‘ मातृत्व उपचार के जरूरतमंद न्यूयॉर्क की नई पीढ़ी को …
Read More »एषा मम धन्या माता: Sanskrit Poem on Mother
एषा मम धन्या माता एषा मम धन्या माता । एषा मम धन्या माता।। ध्रुवपदम्। या मां प्रातः शय्यातः जागरयति सम्बोधनतः। हरस्मिरणं या कारयति। आलस्यं मम नाश्यति।। एषा मम…। कुरु दत्तं ग्रहकार्यम् त्वम्, कुरु सुत! पाठभ्यासं त्वम्। आदेश ददती एवम् योजयते कार्ये नित्यम्।। एषा मम…। मधुरं दुग्धं ददाति या स्वादु फलं च ददाति या। यच्छति महां मिष्टान्नम् यच्दति महां लवणत्राम्।। एषा …
Read More »बॉर्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर: लक्षण व उपचार
बॉर्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर (बी.पी.डी.) को लेकर अक्सर लोगों को गलतफहमी रहती है। वे इसे एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या समझते है जिसमें रोगी बेहद आक्रामक हो जाता है अथवा वह सामान्य कामकाज में अक्षम हो जाता है जबकि वास्तव में बी.डी.पी. एक रोग है जिसकी पहचान अक्सर नहीं हो पाती है और यही कारण है अक्सर इसका उपचार नहीं हो पता …
Read More »मछली जल की रानी है – जीवन उसका पानी है: नर्सरी राइम
मछली जल की रानी है मछली जल की रानी है जीवन उसका पानी है हाथ लगाओ डर जाएगी बाहर निकालो मर जाएगी सारा पानी पी जाएगी फिर वो स्कूल नही जाएगी टीचर जी के घर जाएगी एक समोसा खा जाएगी फिर वो मोटी हो जाएगी फिर घर जाकर सो जाएगी ~ एनोनिमस
Read More »Alert! Non-Veg Lovers of India
Owner Of Warehouse Where Rotten Meat Was Kept In Kolkata Arrested Last week, the West Bengal government’s food safety teams and the police had seized 20 tonnes of rotten meat of dead animals, allegedly sourced from dumping grounds The kingpin of a meat supply racket in Kolkata has been arrested at Garia in South 24 Parganas district, officers of a …
Read More »रविन्द्रनाथ टैगोर के अनमोल विचार विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
रविन्द्रनाथ टैगोर के अनमोल विचार विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: रविन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई, 1861 को कलकत्ता के प्रसिद्ध जोर सांको भवन में हुआ था। आपके पिता देबेन्द्रनाथ टैगोर (देवेन्द्रनाथ ठाकुर) ब्रह्म समाज के नेता थे। आप उनके सबसे छोटे पुत्र थे। आपका परिवार कोलकत्ता के प्रसिद्ध व समृद्ध परिवारों में से एक था। भारत का राष्ट्र-गान आप ही …
Read More »तनखा दे दो बाबूजी: मजदूर दिवस पर हिंदी कविता
अबके तनखा दे दो सारी बाबूजी अब के रख लो बात हमारी बाबूजी इक तो मार गरीबी की लाचारी है उस पर टी.बी. की बीमारी बाबूजी भूखे बच्चों का मुरझाया चेहरा देख दिल पर चलती रोज़ कटारी बाबूजी नूण-मिरच मिल जाएँ तो बडभाग हैं हमने देखी ना तरकारी बाबूजी दूधमुंहे बच्चे को रोता छोड़ हुई घरवाली भगवान को प्यारी बाबूजी …
Read More »विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए जानकारी
प्रति वर्ष 12 जून के दिन को विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 2016 के लिए इस दिवस का थीम है – “आपूर्ति श्रृंखलाओं में श्रम को खत्म करना हर किसी का दायित्व है“। इस दिवस का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा की जरुरत पर बल देना तथा इसके प्रति लोगों को …
Read More »महंगाई मार गई: वर्मा मलिक का महंगाई पर फ़िल्मी गीत
प्रोड्यूडर-डायरेक्टर-एक्टर मनोज कुमार की ‘रोटी कपड़ा और मकान‘ (1974) में एक हिट गाना था – बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गयी। इसकी बड़ी मज़ेदार कहानी है। मनोज के कहने पर गीतकार वर्मा मलिक ने महंगाई पर एक गाना लिखा। गाना क्या कव्वाली बन गयी। उसे पहले तो पढ़ कर सब हंसे। कंटेंट पर भी और इस पर भी क्या …
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