भारत हमको जान से प्यारा है सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है सदियों से भारत भूमि दुनिया की शान है भारत माँ की रक्षा में जीवन कुर्बान है भारत हमको जान से प्यारा है… उजड़े नहीं अपना चमन, टूटे नहीं अपना वतन गुमराह ना कर दे कोई, बरबाद ना कर दे कोई मंदिर यहाँ, मस्जिद वहाँ, हिन्दू यहाँ, मुस्लिम यहाँ मिलते …
Read More »वीरमती – वीर मराठा नारी की लोक कथा
देवगिरि नामक एक छोटा – सा राज्य था। चौदहवीं शताब्दी में वहाँ के राजा रामदेव पर अलाउद्दीन ने चढ़ाई की। उसने राजा रामदेव के पास अधीनता स्वीकार करने के लिये संदेस भेजा, किन्तु सच्चे राजपूत पराधीन होने के बदले युद्ध में हँसते – हँसते मर जाना अधिक उत्तम मानते हैं। राजा रामदेव ने अलाउद्दीन को बहुत कड़ा उत्तर दिया। क्रोध …
Read More »How Lord Vithoba came to Pandharpur
It is said that the devotee Pundalik founded Pandharpur. His father Janudeva and mother Satyavati lived in a thick forest called Dandirvan. Pundalik was a devoted son but soon after his marriage he began to ill-treat his parents. To escape from their misery, the parents decided to go on a pilgrimage to Kashi. When Pundalik’s wife learnt about this, she …
Read More »Theft of the Parijat Tree
Indra, the king of heaven, had Nandan Kanan, the most wonderful garden, you can imagine! It had all the beautiful and sweet-scented flowers that grow on earth and many more that were out of the world. The pride of the garden was the Parijat, a tree that bore delicate white flowers with the most exquisite fragrance. Its aroma filled up …
Read More »Usha’s Dream
Many years ago, Vana, the King of demons, pleased Shiva with his devotion. For his great tapasya, he won a boon that he would remain invincible to all, both on the heaven and the earth. Vana had a beautiful daughter named Usha. Her great friend and constant companion was Chitralekha, the daughter of one of Vana’s ministers. As Usha grew …
Read More »ईमानदारी – स्वतंत्रता दिवस समारोह की कहानी
विक्की अपने स्कूल में होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह को ले कर बहुत उत्साहित था। वह भी परेड़ में हिस्सा ले रहा था। दूसरे दिन वह एकदम सुबह जग गया लेकिन घर में अजीब सी शांति थी। वह दादी के कमरे में गया, लेकिन वह दिखाई नहीं पड़ी। “माँ, दादीजी कहाँ हैं?” उसने पूछा। “रात को वह बहुत बीमार हो …
Read More »Independence Day – Tara Sahgal
Fifty days of independence from you. You that I am when finally I sleep. Where colors blur into a muddy brown and almond eyes are star tingly blue. You are my context, my only clue. How do you deny me when I am you? My tongue curls sounds that you have made. My box is of stones that you have …
Read More »भारत देश हमारा है यह
भारत देश हमारा है यह, हमको जान से प्यारा है, दुनिया में सबसे न्यारा यह, सबकी आंखों का तारा है। मोती हैं इसके कण- कण में, बूँद- बूँद में सागर है, प्रहरी बना हिमालय बैठा, धरा सोने की गागर है, भूमि ये अमर जवानों की है, वीरों के बलिदानों की, रत्नों के भंडार भरे हैं, गाथा स्वर्णिम खानों की, सत्य, …
Read More »भारत देश हमारा प्यारा
भारत देश हमारा प्यारा, यह है सब देशों से न्यारा। मुकुट हिमालय इसका सुन्दर, धोता इसके चरण समुन्दर। गंगा यमुना की जल धारा, जिससे है पावन जग सारा। अन्न फूल फल सब हैं प्यारे, इसके रत्न जवाहर न्यारे। राम कृष्ण हैं अंतर्यामी, इसके सभी पुत्र हैं नामी। हम सदैव इसके गुण गायें, सब मिल इसका सुयश सुनायें। भारत देश हमारा …
Read More »भारत देश हमारा है
भारत देश हमारा है, प्राण से बढ़कर प्यारा है, झंडा इसका न्यारा है, इसको हमने निखारा है। ईश्वर का वरदान है ये, बापु का अरमान है ये, धर्मो की पहचान है ये, हम सब का अभिमान है ये। नदियो की भौचार है ये, कवियो का श्रृंगार है ये, भाषा का भण्डार है ये, एकता की पुकार है ये। वीरो की …
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