कभी-कभी जीवन बेहद क्रूर हो सकता है। किसी दिन आप खुद को दुनिया के शिखर पर पाते हैं। तो अगले ही दिन घोर निराशा में भी समा सकते हैं परंतु जो व्यक्ति किसी गम्भीर रोग के कारण मरणासन्न स्थिति में हो उसके लिए तो जीवन और भी ज्यादा क्रूर हो जाता है। बच्चों के होस्पाइस (मरणासन्न रोगियों का आश्रय) ‘हैप्पी …
Read More »दिलचस्प पाबंदियां – Interesting Restrictions across the world
अक्सर तरह-तरह की चीजों पर पाबंदियां लगती रहती हैं। दुनिया के कुछ देशों में तो कुछ बेहद बेतुकी पाबंदियां हैं। कुछ वक्त पहले हमने इनमें से कुछ पाबंदियों के बारे में आपको बताया था। आज ऐसी ही कुछ अन्य ‘BANNED’ चीजों या आदतों के बारे में आपको बता रहे हैं- च्यूंगम पर रोक सिंगापुर में गत 20 वर्षो से च्यूंगम …
Read More »Folk singer Malini Awasthi – Padma Shri Award winner
Folk singer Malini Awasthi is the recipient of Padma Shri 2016 and the award has made her happy not only for the recognition of her art but also for the genre she dabbles in. “I have long felt the pain as folk music does not get recognised as much as our other traditional art forms. The award means that the …
Read More »अंकों से जानें भविष्य, कौन सा नंबर है लकी
भविष्य फल कथन में ज्योतिष के अलावा अंक-शास्त्र विश्व की सबसे प्राचीन विधा है। इस विज्ञान में शून्य के अलावा शेष सभी नौ अंकों का प्रयोग किया जाता है। अंक शास्त्र के माध्यम से कई तरह के जटिल विषयों का जवाब प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक मनुष्य के जीवन में किसी खास अंक का महत्व होता है और जीवन में …
Read More »आप हाथी नहीं इंसान हैं
एक आदमी कहीं से गुजर रहा था, तभी उसने सड़क के किनारे बंधे हाथियों को देखा, और अचानक रुक गया। उसने देखा कि हाथियों के अगले पैर में एक रस्सी बंधी हुई है, उसे इस बात का बड़ा अचरज हुआ की हाथी जैसे विशालकाय जीव लोहे की जंजीरों की जगह बस एक छोटी सी रस्सी से बंधे हुए हैं! ये …
Read More »ऊँची उड़ान
गिद्धों का एक झुण्ड खाने की तलाश में भटक रहा था। उड़ते – उड़ते वे एक टापू पर पहुँच गए। वो जगह उनके लिए स्वर्ग के समान थी। हर तरफ खाने के लिए मेंढक, मछलियाँ और समुद्री जीव मौजूद थे और इससे भी बड़ी बात ये थी कि वहां इन गिद्धों का शिकार करने वाला कोई जंगली जानवर नहीं था और …
Read More »संकट ग्रस्त जहाज को बचानेवाला दयालु बालक
कई वर्ष हुए, जाड़े के दिनों में समुंद्र के किनारे एक गाँव में शोर हुआ कि ‘एक जहाज थोड़ी दूर पर कीचड़ मे फँस गया है और उस पर बैठे हुए लोग बड़े संकट में हैं।’ इस बात को सुनते ही चारों ओर से लोग एकत्र होने लगे और चिन्ता करने लगे। उस समय वहाँ एक भी नाव न थी, …
Read More »हौंसले – रेखा चंद्रा
खुले आसमान में करे परवाज हौसले हर पंछी में नहीं होते सिर्फ बहार ही तो नहीं बाग में ठूंठ भी यहां कम नहीं होते सीप में बने मोती हर बूंद के ऐसे मौके नहीं होते आंख में आंसू होंठों पर मुसकान ऐसे दीवाने भी कम नहीं होते जहां जाएं रोने के लिए ऐसे कोने हर घर में नहीं होते मरने …
Read More »नेताओं का चरित्र – माणिक वर्मा
सब्जी वाला हमें मास्टर समझता है चाहे जब ताने कसता है ‘आप और खरीदोगे सब्जियां! अपनी औकात देखी है मियां! हरी मिर्च एक रुपए की पांच चेहरा बिगाड़ देगी आलुओं की आंच आज खा लो टमाटर फिर क्या खाओगे महीना–भर? बैगन एक रुपए के ढाई भिंडी को मत छूना भाई‚ पालक पचास पैसे की पांच पत्ती गोभी दो आने रत्ती‚ …
Read More »मंहगा पड़ा मायके जाना – राकेश खण्डेलवाल
तुमने कहा चार दिन‚ लेकिन छह हफ्ते का लिखा फ़साना‚ सच कहता हूं मीत‚ तुम्हारा मंहगा पड़ा मायके जाना! कहां कढ़ाई‚ कलछी‚ चम्मच‚ देग‚ पतीला कहां कटोरी‚ नमक‚ मिर्च‚ हल्दी‚ अजवायन‚ कहां छिपी है हींग निगोड़ी‚ कांटा‚ छुरी‚ प्लेट प्याले सब‚ सासपैेन इक ढक्कन वाला‚ कुछ भी हम को मिल न सका है‚ हर इक चीज छुपा कर छोड़ी‚ सारी …
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