गणेश चतुर्थी उत्सव का आरंभ: अष्टसिद्धि दायक गणपति सुख-समृद्धि, यश-एेश्वर्य, वैभव, संकट नाशक, शत्रु नाशक, रिद्धि-सिद्धि दायक, ऋणहर्ता, विद्या-बुद्धि-ज्ञान तथा विवेक के प्रतीक माने जाते हैं। शिव पुराण के अनुसार गणेशावतार भाद्रपद के कृष्णपक्ष की चतुर्थी के दिवस पर हुआ था। शिव – पार्वती ने उन्हें अपनी परिक्रमा लगाने से प्रसन्न होकर सर्वप्रथम पूजे जाने का आशीष दिया था जो …
Read More »आल्हाखंड: संयोगिता का अपहरण
आगे आगे पृथ्वीराज हैं‚ पाछे चले कनौजीराय। कबहुँक डोला जैयचंद छीनैं‚ कबहुँक पिरथी लेय छिनाय। जौन शूर छीनै डोला को‚ राखैं पांच कोस पर जाय। कोस पचासक डोला बढिगौ‚ बहुतक क्षत्री गये नशाय। लड़त भिड़त दोनों दल आवैं‚ पहुँचे सोरौं के मैदान। राजा जयचंद ने ललकारो‚ सुन लो पृथ्वीराज चौहान। डोला लै जइ हौ चोरी से‚ तुम्हरो चोर कहै है …
Read More »वक़्त नहीं
हर ख़ुशी है लोंगों के दामन में, पर एक हंसी के लिये वक़्त नहीं। दिन रात दौड़ती दुनिया में, ज़िन्दगी के लिये ही वक़्त नहीं। सारे रिश्तों को तो हम मार चुके, अब उन्हें दफ़नाने का भी वक़्त नहीं। सारे नाम मोबाइल में हैं, पर दोस्ती के लिये वक़्त नहीं। गैरों की क्या बात करें, जब अपनों के लिये ही …
Read More »जिन-दर्शन – सौरभ जैन ‘सुमन’
नर से नारायण बनने की जिनमे इच्छा होती है। हर क्षण उनके जीवन में एक नई परीक्षा होती है॥ ऐसे वैसे जीव नही जो दुनिया से तर जाते हैं। जग में रहके जग से जीते नाम अमर कर जाते हैं॥ खुश किस्मत हूँ जैन धरम में जनम मिला। खुश किस्मत हूँ महावीर का मनन मिला॥ मनन मिला है चोबीसों भगवानो …
Read More »पुराना इतवार
आज मुझे उस बूढ़ी अलमारी के अन्दर पुराना इतवार मिला है… जाने क्या ढूँढने खोला था उन बंद दरवाजों को, अरसा बीत गया सुने, उन धुंधली आवाजों को, यादों के सूखे बागों में, जैसे एक गुलाब खिला है। आज मुझे उस बूढ़ी अलमारी के अन्दर, पुराना इतवार मिला है… एक भूरे रंग की पुरानी कॉपी, नीली लकीरों वाली, कुछ बहे …
Read More »The World Is Mine
Today, upon a bus, I saw a very beautiful woman and wished I were as beautiful. When suddenly she rose to leave, I saw her hobble down the aisle. She had one leg and used a crutch. But as she passed, she passed a smile. Oh, God, forgive me when I whine. I have two legs; the world is mine. …
Read More »Paryushan Parva
Paryushan Parva is the king of all festivals and hence is known as Parvadhiraj. Parvadhiraj Paryushana, this festival has the highest power of doing auspicious to the worshippers. This festival takes the soul to the upper condition. It lights the lamps of life i.e. pious life. This festival also shows the path of salvation. It is compared with water works …
Read More »Look what your Zodiac sun sign has to say about your fashion style
Your zodiac sign can offer some uncannily accurate answers as to why you dress the way you do, believes astropalmist Praveen Singh Chauhan Have you often wondered what to wear to make the best impression? Believe it or not each of the 12 astrological signs can give you plenty of information about your personality. Knowing your sun sign can help …
Read More »Srinagar Dara Shikoh Festival of Arts – Mission Kashmir
The Dara Shikoh Festival, Srinagar, encourages vibrant dialogue, energetic workshops and experiments in theatre, music, photography, poetry and environment to celebrate the heritage of the Valley A villa set in the middle of 40 acres of almond, apple and pear orchards, the front facing the Dal Lake and the back, the vast Himalayas, becomes the focus of literary and creative …
Read More »माँ – मेरी माँ
पति के घर में प्रवेश करते ही पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा: “पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता किया, वहाँ भी नहीं पहुँचे! मामला क्या है?” “वो-वो… मैं…” पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, “बोलते नही? कहां चले गये थे। ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?” “वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया …
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