छुक-छुक, छुक-छुक करती रेल, धुआं उड़ाती चलती रेल। देखों बच्चों आई रेल। रंग होता है लाल इसका, इंजन लेकिन काला इसका। पेड़, नदी, खेत, खलियान, पार कर जाती चाय की दुकान। जाती जयपुर, मालवा, खांडवा, रायपुर, बरेली और आगरा। किसी शहर से किसी नगर से, नहीं है इसका झगड़ा-वगड़ा। ∼ महजबीं
Read More »सड़क बनी है लम्बी चौड़ी
सड़क बनी है लम्बी चौड़ी, इस पर जाए मोटर दौड़ी। सब बच्चे पटरी पर जाओ, बीच सड़क पर कभी न आओ। आओगे तो दब जाओगे, चोट लगेगी पछताओगे।
Read More »सम्पूर्ण यात्रा – दिविक रमेश
प्यास तो तुम्हीं बुझाओगी नदी मैं तो सागर हूँ प्यासा अथाह। तुम बहती रहो मुझ तक आने को। मैं तुम्हें लूँगा नदी सम्पूर्ण। कहना तुम पहाड़ से अपने जिस्म पर झड़ा सम्पूर्ण तपस्वी पराग घोलता रहे तुममें। तुम सूत्र नहीं हो नदी न ही सेतु सम्पूर्ण यात्रा हो मुझ तक जागे हुए देवताओं की चेतना हो तुम। तुम सृजन हो …
Read More »सांध्य सुंदरी – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
दिवसावसान का समय मेघमय आसमान से उतर रही है वह सांध्य सुंदरी परी–सी – धीरे धीरे धीरे। तिमिरांचल में चंचलता का नहीं कहीं आभास मधुर मधुर हैं दोनों उसके अधर– किन्तु ज़रा गंभीर – नहीं है उनमें हास विलास। हँसता है तो केवल तारा एक गुँथा हुआ उन घुँघराले काले बालों से, हृदयराज्य की रानी का वह करता है अभिषेक। …
Read More »सीपों से मोती पाने को – मनोहर लाल ‘रत्नम’
सीपों से मोती पाने को, मैं सागर तट पर खड़ा रहा। धरती पर मानव खोज रहा, मैं बना दधिचि अड़ा रहा॥ मानव का जीवन सीपों सा, कुछ भरा हुआ कुछ रीता सा। कुछ गुण, कुछ अवगुण, रमें हुए, कुछ गीता सा, कुछ सीता सा॥ मुझसे लहरों का कहना था, मैं सुनने को बस अड़ा रहा। सीपों से मोती पाने को, …
Read More »Pet Cat may give schizophrenia & bipolar disorder
Scientists have discovered that a parasite found in most cats can cause mental disorders, such as schizophrenia and bipolar disorder, in humans. Researchers at the Stanley Medical Research Institute (SMRI) in the US analysed data collected from two previous studies regarding a possible connection between the development of schizophrenia and childhood cat ownership. They found that exposure to cats in …
Read More »शौक गुलाबी पंखुड़ियों का – मनोज कुमार ‘मैथिल’
हमें भी शौक हुआ था किताबों के पन्नों में गुलाबी पंखुड़ियों का न जाने कब यह शौक मन में कुलबुलाने लगा। गुलाबी पंखुड़ियों को तोड़ किताबों के पन्नों में डाल दिया करते थे शायद इस आशा में की ये पंखुड़ियां हमेशा ताजा रहेंगी यूँ ही अपने सुगंधों को फैलाती पर आज जब उन पन्नों को खोल रहा था, देखा सूख …
Read More »भालू की शादी
भालू की शादी में आए, बन्दर और बटेर। हाथी आया, अजगर आया, आया बूढ़ा शेर। बन्दर ने ढोलकी बजाई, कोयल ने शहनाई। बिल्ली मौसी बेहद खुश थी, खाकर दूध–मलाई।
Read More »Doodle-art Products Back In Demand
The so-called aimless drawings have taken a new avatar and can be seen everywhere — from mugs, trays, key chains to wall posters, wedding cards, and even T-shirts, sarees, scarves Printed images, mostly in black and white, and many a time in colour, are finding new surfaces. These are seen almost everywhere — homes, offices, roadsides, hotels, coffee shops and …
Read More »शेर निराला हिम्मतवाला
शेर निराला हिम्मत वाला, लम्बी लम्बी मूंछों वाला, तेज नुकीले दांतों वाला, सब का दिल दहलाने वाला, हटो–हटो आया शेर, भागो–भागो आया शेर।
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