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खुशियो का दिन आया है – समीर

खुशियो का दिन आया है, जो मांगा वो पाया है… आज मुझे मेरी मां ने बेटा कहके बुलाया है खुशियो का दिन आया है जो मांगा वो पाया है आज मुझे मेरी मां ने बेटा कहके बुलाया है मां मेरी मां, मां मेरी मां… पूछ ना मुझको कितना रुलाती थी, हर घडी हर पल तेरी याद आती थी… सीने से …

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गुरु अर्जन देव जी शहीदी दिवस

गुरु अर्जन देव जी शहीदी दिवस

भारतीय संत परम्परा में पंचम पातशाह श्री गुरु अर्जन देव जी का विशेष तथा महत्वपूर्ण स्थान है। इनकी उत्कृष्ट बाणी तथा अनुपम कुर्बानी ने सिखों के जीवन में जो रंग भर कर उसे गौरवमयी बनाया, वह इतिहास के सुनहरे पृष्ठों से प्रकट है। गुरु जी ने लोगों को सामाजिक कल्याण तथा परमार्थिक बोध का एहसास करवाया। वाणीकार तथा संगीतकार होने …

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जय माता दी – देव कोहली

जय माता दी जय माता दी हे अम्बे बलिहारी लगे सबको तू प्यारी तेरी शेरों की सवारी देखें सब नर नारी हे अम्बे बलिहारी… अष्ट भुजाएं वेष अनोखा खडग तेग है तेरी शोभा तेरे जैसा कोई न होगा माँ अब आँखें खोल जय माता दी जय माता दी जय माता दी बोल हे माता कोहराम मचा है कठिन घड़ी है …

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Henna Art back in vogue in Srinagar Valley

Henna Art back in vogue in Srinagar Valley

Young girls and women from all backgrounds are trying their hand out at henna art, which has made Eid eve look all the more attractive. Henna artists had erected their make shift stalls or coordinated with the plush beauty parlours of the city for catering to the rush of women, who wish to adorn their hands. Majority of these henna …

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जय पार्वती माता – संजीवनी भेलंडे

जय पार्वती माता, मैया जय गौरा माता। ब्रह्म सनातन देवी, शुभ फल की दाता॥ जय… अरिकुल पद्म विनासनि, जय सेवक त्राता। जग जीवन जगदंबा, हरिहर गुण गाता॥ जय… सिंह को वाहन साजे, कुण्डल है साथा। देव वधू जहं गावत, नृत्य करत ता था॥ जय… सतयुग शील सुसुंदर, नाम सति कहलाता। हेमांचल घर जन्मी, सखियन रंगराता॥ जय… शुंभ निशुंभ विदारे, हेमांचल …

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जय संतोषी माता – दुर्गा जसराज

जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता। अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता॥ जय… सुंदर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो। हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो॥ जय… गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे। मंद हँसत करूणामयी, त्रिभुवन जन मोहे॥ जय… स्वर्ण सिंहासन बैठी, चंवर ढुरे प्यारे। धूप, दीप, मधुमेवा, भोग धरें न्यारे॥ जय… गुड़ अरु चना परमप्रिय, तामे …

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जय मां काली – इन्दीवर

खदगम चक्र गदेशु चाप परिघान शूल बुशुन्दिम शिरः शंख संदा धतिम करे स्त्रिनायानाम सरवांग भूशाप्तन जय मां काली, जय मां काली जान चाहे लेनी पड़े, जान चाहे देनी पड़े बलि हम चढ़ाएगे जय काली, जय काली, नाश दुष्ट का करने वाली… जय मां काली जान चाहे लेनी पड़े, जान चाहे देनी पड़े बलि हम चढ़ाएगे जय काली, जय काली, नाश …

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जिस्म संदल – राजमूर्ति सिंह ‘सौरभ’

जिस्म संदल, कारनामे हैं मगर अंगार से, आपकी सूरत अलग है आपके किरदार से। आप के सारे मुखौटे अब पुराने हो गये, औए कुछ चेहरे नए ले आइये बाजार से। ख़ाक हो जाएगी बस्ती, क्या महल क्या झोपडी, दूर रखिये आग को, बारूद के अम्बार से। अपना चेहरा साफ़ करिये, आईने मत तोडिये, हल ना होंगे मसले, यूँ नफरतों-तकरार से। …

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