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चित्रकार – नरेश अग्रवाल

]मैं तेज़ प्रकाश की आभा से लौटकर छाया में पड़े कंकड़ पर जाता हूँ वह भी अंधकार में जीवित है उसकी कठोरता साकार हुई है इस रचना में कोमल पत्ते मकई के जैसे इतने नाजुक कि वे गिर जाएँगे फिर भी उन्हें कोई संभाले हुए है कहाँ से धूप आती है और कहाँ होती है छाया उस चित्रकार को सब-कुछ …

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चूड़ामणि शक्तिपीठ, रूड़की, उत्तराखंड

Chudamani Shaktipeeth, Roorkee, Uttrakhand

सच्चे और ईमानदार लोग भगवान को बहुत प्रिय होते हैं। उनके साथ वो कभी कुछ बुरा नहीं होने देते सदा उनके अंग-संग रहते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं पाप करने पर भी पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। आज हम आपको यात्रा करा रहे हैं एक ऐसे मंदिर की जहां पाप करने के उपरांत ही मिलती हैं मनचाही मुरादें। …

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गड़बड़ घोटाला – सफ़दर हाश्मी

यह कैसा है घोटाला, कि चाबी में है ताला। कमरे के अंदर घर है, और गाय में है गौशाला॥ दांतों के अंदर मुहं है, और सब्जी में है थाली। रुई के अंदर तकिया, और चाय के अंदर प्याली॥ टोपी के ऊपर सर है, और कार के ऊपर रस्ता। ऐनक पर लगी हैं आँखें, कापी किताब में बस्ता॥ सर के बल …

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हाशिया – मनोज कुमार ‘मैथिल’

मैं एक हाशिया हूँ मुझे छोड़ा गया है शायद कभी ना भरने के लिए मेरे बाद बहुत कुछ लिखा जायेगा मुझसे पहले कुछ नहीं मैं उनके लिए अस्तित्वहीन हूँ जिनका अस्तित्व मुझसे है मैं एक हाशिया हूँ मुझे छोड़ा गया है सुन्दर दिखने के लिए मुझे छोड़ लिखे जाते हैं बड़े-बड़े विचार मुझपर विचार करने की फुर्सत कहाँ ? मैं …

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दर्द माँ-बाप का – शिल्पी गोयल

वे बच्चे जो करते हैं माँ-बाप का तिरस्कार, अक्ल आती है उन्हें जब पड़ती है बुरे वक़्त की मार। क्या करे दुनिया ही ऐसी है, बेटे तो बेटे बेटियां भी ऐसी हैं। माँ-बाप का खून करते हैं बच्चे, जब बारी आती है अपनी तो रो पड़ते हैं बेचारे बच्चे। माँ-बाप के सहारे जीते थे कभी बच्चे, अब बच्चों के सहारे …

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पाकिस्तान जहाँ हिंन्दू रखते हैं रोज़े

पाकिस्तान जहाँ हिंन्दू रखते हैं रोज़े

आज जबकि भारत के कुछ प्रदेशों में गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर काफी विवाद छिड़ा हुआ है, मुझे पाकिस्तान के एक समाचार पत्र में छपे एक लेख को पढऩे का अवसर मिला जो इस विवाद में उलझे लोगों के मार्गदर्शन का एक अनुपम उदाहरण बन सकता है और उन्हें यह सूझ-बूझ दे सकता है कि विभिन्न धर्मों के …

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Churmura, Churmura – Sanjay Ahluwalia

Churmura, Churmura, Churmura. Yeah, yeah, Churmura. My Papa gave me a Rupee, To buy one toffee. But I want Churmura. Churmura, Churmura, Churmura. Yeah, yeah, Churmura. My Papa gave me a Dollar, To buy one roller. But I want Churmura. Churmura, Churmura, Churmura. Yeah, yeah, Churmura. My Papa gave me a Yen, To buy one pen. But I want Churmura. …

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बस्ता – महजबीं

हे भगवान मेरा यह बस्ता, करता है मेरा हाल खस्ता। कवा दो इसका भार कम, निकल ना जाए मेरा दम। कब चलेगा ऐसे काम, जीना हुआ मेरा हराम। जो छीने मेरा आराम हे भगवान निकालो कोई रास्ता, तुझे हमारे बचपन का वास्ता। ∼ महजबीं

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डाल पर बन्दर

बैठा था एक डाल पर बन्दर भीग रहा पानी के अंदर। थर-थर थर-थर काँप रहा था, ऑछी-ऑछी रहा था। चिड़िया बोली बन्दर मामा, कहा नहीं क्यों तुमने माना ? ऑछी-ऑछी छींक रहे हो सुन मामा को गुस्सा आया, चिड़िया का घर तोड़ गिराया। चूँ-चूँ चूँ-चूँ चिड़िया रोई, बैठ डाल पर वो भी सोई।

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