जिस दिन होनी थी लड्डू की, बर्फी जी से शादी, बर्फी बहुत कुरूप किसी ने, झूठी बात उड़ा दी। गुस्से के मारे लड्डू जी, जोरों से चिल्लाये। वे बारात बिना पूंछे ही, घर वापस ले आये। लड्डू के दादा रसगुल्ला, बर्फी के घर आये। बर्फीजी को देख सामने, मन ही मन मुस्काये। बर्फी तो इतनी सुंदर थी, जैसे एक परी …
Read More »आओ चिड़िया – पक्षी चिड़िया पर बाल-कविता
आओ चिड़िया आओ चिड़िया, कमरे में आ जाओ चिड़िया। पुस्तक खुली पड़ी है मेरी, एक पाठ पढ़ जाओ चिड़िया। नहीं तुम्हें लिखना आता तो, तुमको अभी सिखा दूंगा मैं। अपने पापाजी से कहकर, कॉपी तुम्हें दिल दूंगा मैं। पेन रखे हैं पास हमारे, चिड़िया रानी बढ़िया-बढ़िया। आगे बढ़ती इस दुनिया में, पढ़ना-लिखना बहुत जरूरी। तुमने बिलकुल नहीं पढ़ा है, पता …
Read More »Hindi Bal-Kavita about Morning Routine मेरी नींद नहीं खुल पाती
मुझको नींद बहुत है आती सुबह-सुबह। मेरी नींद नहीं खुल पाती सुबह-सुबह। मम्मी टेप लगातीं उठने-उठने की पापा की बातों में धमकी पिटने की दोनों कहते जल्दी शाला जाना है नल चालू है उठकर शीघ्र नहाना है पर मुझको तो नींद सुहाती सुबह-सुबह मेरी नींद नहीं खुल पाती सुबह-सुबह। मम्मी तो उठ जातीं मुँह अँधियारे में पापा टहलें सुबह-सुबह गलियारे …
Read More »Hindi Bal Kavita on Wild Thoughts सोच रहा हूँ
सोच रहा हूँ, इस गर्मी में, चन्दा मामा के घर जाऊं। मामा मामी नाना नानी, सबको कम्प्यूटर सिखलाऊँ। सोच रहा हूँ पंख खरीदूं, उन्हें लगाकर नभ् में जाऊं। ज्यादा ताप नहीं फैलाना, सूरज को समझाकर आऊँ। सोच रहा हूँ मिलूं पवन से, शीतल रहो उन्हें समझाऊं। ज्यादा ऊधम ठीक नहीं है, उसे नीति का पाठ पढ़ाऊँ। सोच रहा हूँ रूप …
Read More »Hasya Vyang Bal Kavita on Inflation श्रम करने पर रुपये मिलते
घर में रुपये नहीं हैं पापा, चलो कहीं से क्रय कर लायें। सौ रुपये कितने में मिलते, मंडी चलकर पता लगायें। यह तो पता करो पापाजी, पाँच रुपये कितने में आते| एक रुपये की कीमत क्या है, क्यों इसका न पता लगाते। नोट पाँच सौ का लेना हो, तो हमको क्या करना होगा। दस का नोट खरीदेंगे तो, धन कितना …
Read More »पापा ऑफिस गए – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
मेरे पापा मुझे उठाते, सुबह-सुबह से बिस्तर से। और बिठाकर बस में आते, बिदा रोज करते घर से। भागदौड़ इतनी होती है, सब मशीन बन जाते हैं। मेरे शाला जाने पर सब, फुरसत से सुस्ताते हैं। तारक शाला चला गया है, अभी बिदा हुई मीता है। मम्मी कहती पानीपत का, युद्ध अभी ही जीता है। बच्चों के शाला जाने की, …
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