Arvind Kejriwal Biography For Students

Arvind Kejriwal Biography For Students

Born: 16 August 1968, Siwani, Hisar District, Haryana
Party: Aam Aadmi Party
Education: Indian Institute of Technology Kharagpur (1985–1989), Campus School, CCS HAU, Dayanand college
Awards:
  • Ramon Magsaysay Award for Emergent Leadership 2006
  • NDTV Indian of the Year
  • CNN-IBN Indian of the Year in Politics 2013
  • Satyendra K. Dubey Memorial Award 2005
  • CNN-IBN Indian of the Year in Public Service 2006
  • Policy Change Agent of the year 2010
  • Ashoka Fellowship 2004
  • Indian of the Year 2011
Arvind Kejriwal (born 16 August 1968) is an Indian politician, social activist and former Indian Revenue Service officer who is the seventh and current Chief Minister of Delhi. This is his second term as the Chief Minister, after his Party won the 2015 Delhi Assembly elections with a majority, winning 67 out of 70 assembly seats. He is the national convener of the Aam Aadmi Party (AAP).

अरविंद केजरीवाल एक भारतीय राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे पहले भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में थे और बाद में नौकरी छोड़कर वे सामाजिक, राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े हैं। उन्हें 2006 में रमन मैगसेसे पुरस्कार दिया गया था।

उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ गरीबतम आदमी का पक्ष मजबूत करने के लिए उसे सूचना का अधिकार देने का कानून बनवाया। वे एक NGO ‘साथी’ से भी जुड़े हुए हैं। केजरीवाल ने ‍Public Cause Research Foundation नाम का एक गैर-सरकारी संगठन भी बनाया है। नवंबर, 2012 में उन्होंने ‘आम आदमी पार्टी’ की शुरुआत की है और उनका दावा है कि उनकी पार्टी का उद्देश्य स्वराज है।

केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा राज्य के हिसार जिले के सिवानी गांव में हुआ था। गोविंद और गीता केजरीवाल उनके पिता और माता हैं। वे अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके पिता भी एक इंजीनियर थे जिन्होंने पिलानी के Birla Institute of Technology and Science Pilani से डिग्री ली थी। अरविंद का बचपन सोनीपत, मथुरा और हिसार में बीता।

केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली और टाटा स्टील में काम करने के बाद वे 1992 में भारतीय राजस्व सेवा में शामिल हुए। वे मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी, रामकृष्ण मिशन और नेहरू युवा केन्द्र से भी जुड़े रहे हैं। 2006 में जब वे आयकर विभाग में संयुक्त आयुक्त थे तब उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी।

अरविंद का विवाह सुनीता से हुआ जो खुद भ‍ी एक आईआरएस अधिकारी हैं और फिलहाल आयकर विभाग में अतिरिक्त आयुक्त हैं। दम्पति के दो बच्चे हैं, जिनसे एक बेटी हर्षिता और बेटा पुलकित है। केजरीवाल ने ‘स्वराज’ नामक एक पुस्तक भी लिखी है। वे शाकाहारी हैं, हालांकि कुछेक महीनों के लिए वे मांसाहारी बन गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने मांसाहार छोड़ दिया और वे पिछले कई वर्षों से विपासना का अभ्यास कर रहे हैं।

वर्ष 1999 में जब वे सरकारी सेवा में थे तभी उन्होंने परिवर्तन नाम का आंदोलन चलाया था, जिसके जरिए उन्होंने दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोगों की मदद करने का लक्ष्य रखा। सूचना का अधिकार कानून बनाने के लिए उन्होंने अरुणा रॉय के साथ चुपचाप सामाजिक आंदोलन चलाया था। 2005 में यह देशव्यापी कानून बनवाने में मदद की। उन्हें इसके लिए देश भर से पुरस्कार और प्रोत्साहन मिला।

बाद में उन्होंने जन लोकपाल बिल के लिए अन्ना हजारे के साथ मिलकर अनशन किया और धरनों, प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। देश भर से उन्हें समर्थन मिला और उन्होंने प्रशांत भूषण, शांति भूषण, संतोष हेगड़े और किरण बेदी के साथ मिलकर जन लोकपाल के लिए आंदोलन चलाया, लेकिन यह आंदोलन सरकारी पेंतरेबाजी और राजनीतिक दलों की खींचतान के चलते आगे नहीं बढ़ सका। इसके लिए अन्ना हजारे और केजरीवाल जेल भी गए, लेकिन अंतत: कोई सार्थक परिणाम नहीं निकल सका।

भारी विरोध और लम्बे विचार विमर्श के बाद संसद ने लोक पाल बिल का मसौदा बनाने के लिए तीन बिंदुओं पर विचार करने का प्रस्ताव पास किया था।

आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party): अरविंद केजरीवाल के साथ काम करने वाले हजारे और किरण बेदी ने जन लोकपाल के लिए किसी भी पार्टी से जुड़ने से इनकार कर दिया और दोनों ने खुद को केजरीवाल से अलग कर लिया और इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन से जुड़े अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे केजरीवाल से दूर रहें। इसके बाद केजरीवाल राजनीति में सक्रिय हो गए और उन्होंने 2 अक्टूबर, 2012 को एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया और 24 नवंबर, 2012 को इसे आम आदमी पार्टी का नाम दिया।

रहस्योद्‍घाटनों का दौर: अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने से पहले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तौर पर केजरीवाल ने रॉबर्ट वाड्रा, सलमान खुर्शीद, नितिन गडकरी, उद्योगपतियों और नेताओं के खिलाफ आरोप लगाए। इन नेताओं में बाद में राष्ट्रपति पद पर चुने गए कांग्रेस के शीर्षनेता प्रणब मुखर्जी भी शामिल रहे हैं।

Biography of Arvind Kejriwal

The popular socialist Arvind Kejrival was born in Hisar which is located in the state of Haryana and on June 16, 1968. He is also good in studies and this is the reason, he received an opportunity to work with Tata Steel Company after completing his graduation from IIT Kharagpur. He worked in that organization till 1992. He resigned from his position in that company and switched to Civil Services examination and he cracked it to join as the Joint Commissioner in Indian Revenues services. He started working in Income Tax department of New Delhi division. While, he was working in that department, in 2000, he resigned from their as well and started a NGO in Delhi itself, Parivartan. In the year of 2006, he ultimately taken resignation fro his job and started working for social causes.

The foundation of Parivartan had taken place in the Delhi itself and it was maintained by the volunteers of Kejriwal itself. It was established so that it may make the country corruption free. The basic agenda of this society was to remove corruption from the system of government. It had also solved various problems of the people who were facing problem due to corrupted system. The NGO worked a lot in the field of education and also for public distribution system. Today also, the NGO is working to improve the working inside the government offices and providing benefits of RTI to the people.

Arvind Kejrival is the personality who implemented the Central Right to Information Act and he is the only person because of which, RTI Delhi is possible today.

He was also awarded with the Ramon Magsaysay Award in 2006 for Emerging Leadership and changing the trend of government working for the common people. He is a devoted person to all the social activities and participated strongly in all of them and also won various prizes for his services. He was also come into light from the second movement which was the struggle which he faced for the implementation of Lok Pal Bill. He was also accompanied by Anna Hazare who is also the popular socialist. He received much support from the people during his Hunger Strike and other movements that he carried on.

Arvind Kejriwal is the person who met various popular celebrities in his lifetime. He also met Mother Teresa and he was really impressed by her service that she delivered to others. He also served the people in Kali Ghat and followed the path of Mother Teresa while she was in West Bengal.

The main idea behind his getting socialist was he wants to see the country Corruption-Free. In this way, he joined the hands of socialists who also think in the same manner. During his movements, people of the country were stay with him and supported him a lot. He played a strong role in the anti corruption events in which people had given him full support.

He is the youth icon and this is the reason that he got support from the youths of the country for his movements.

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