एक परिवार था। उस परिवार मेँ रोज रोटियां ही बनती थी। रोटी ओ के साथ के लिए कभी सब्जी बनती थी कभी दाल। लेकिन दो – चार दिन बाद एक समय चावल भी बन जाते थे। चावल अधिकतर दाल के साथ या कढ़ी के साथ खाए जाते। उस परिवार मेँ एक लड़की भी थी। जब उसकी दादी चावल पकाती तो …
Read More »एक से भले दो Hindi Folktale on Proverb Two Heads Are Better Than One
एक परिवार था। उस परिवार में बूढी माँ और एक उसका लड़का। एक लड़की भी थी जो ससुराल में थी। बूढी माँ जीवों से बहुत प्यार करती थी। जब लड़का काम पर करता था, तो माँ अकेली रह जाती थी। उस समय बुढ़िया कुत्ता, तोता और नेवला से मन लगाए रखती थी। उसका लड़का भी इनसे बहुत प्यार करता था। …
Read More »कंगाली में आटा गिला Folktale on Hindi Proverb
एक मजदूर परिवार था। उस परिवार में किसी – न – किसी चीज का अभाव हमेशा बना रहता था। परिवार मेँ किसी बच्चे के पास पूरे कपड़े नहीँ होते थे। घर की रुखी – सूखी रोटी के अलावा बाहर की चीजें कम खा पाते थे। सर्दियाँ भी बिना गर्म कपड़ों के गुजर जाती थी। कभी भरपेट खाते तो कभी आधा …
Read More »अल्लाह का घर सब जगह है Hindi Folktale on Proverb ‘God Is Everywhere’
गुरु नानक के अधिकांश जीवन भ्रमण मेँ बिताया। वे देश के विभिन्न स्थानोँ पर घूमते रहे, गुरु महिमा का प्रचार करते रहे। समाज मेँ जागरुकता फैलाते रहे। कुरीतियाँ का हमेशा विरोध करते रहे। जहाँ – जहाँ वे जाते थे, उनकी वाणी सुनने के लिए भी भीड़ उमड़ पड़ती थी। एक बार वे घूमते – घूमते मक्का मदीना जा पहुंचे। वे …
Read More »पछतावा – दिल को छू लेने वाली कहानी
एक मेहनती और ईमानदार नौजवान बहुत पैसे कमाना चाहता था क्योंकि वह गरीब था और बदहाली में जी रहा था। उसका सपना था कि वह मेहनत करके खूब पैसे कमाये और एक दिन अपने पैसे से एक कार खरीदे। जब भी वह कोई कार देखता तो उसे अपनी कार खरीदने का मन करता। कुछ साल बाद उसकी अच्छी नौकरी लग …
Read More »जल में रह कर मगर से बैर – कहानियां कहावतो की
एक नदी थी। उसमे तमाम मछलियाँ रहती थीं। आस-पास गाओं के लड़के नदी के किनारे-किनारे चलते थे और किनारे से तैरती मछलियों के बच्चो को देखते थे। उन्हें पकड़ने की कोशिश भी करते थे। लेकिन मछलियों के बच्चे लड़कों के हाथ नहीं आते थीं। कभी कभी किनारे पर कछुए भी देखने को मिल जाते थे। उसी नदी में एक मगर …
Read More »साधना – शिक्षाप्रद बाल-कहानी
एक राजा किसी जंगल से गुजर रहा था कि उसे एक महात्मा ध्यान की मुद्रा में बैठे दिखे। जब महात्मा ने अपनी आँखें खोली। राजा ने नमस्कार कर पूछा, “इस जंगल में अकेले कैसी साधना कर रहे हैं?” महात्मा ने कहा, “मैं आत्मा से परमात्मा बनने की साधना कर रहा हूँ।” राजा ने पूछा, “यह साधना कब से चल रही …
Read More »सोना सुनार का, गहना संसार का – कहानियां कहावतो की
एक दिन रामफल सुनार की दुकान पर गया| उसके नाती का विवाह था। वह अपने साथ एक हँसुली ले गया। इस एक हँसुली से वह अपने तीन बेटों और एक नाती का विवाह कर चूका था। इस बीच वह तीन बार हँसुली को बदलवा चूका था। हर बार सुनार हँसुली के सोने के भार में से ताम्बे के टाँके का …
Read More »Motivational Hindi Folktale about Pride प्रगति और अभिमान
एक प्रसिद्ध मूर्तिकार अपने पुत्र को मूर्ति बनाने की कला में दक्ष करना चाहता था। उसका पुत्र भी लगन और मेहनत से कुछ समय बाद बेहद खूबसूरत मूर्तियां बनाने लगा। उसकी आकर्षक मूर्तियों से लोग भी प्रभावित होने लगे लेकिन उसका पिता उसकी बनाई मूर्तियों में कोई न कोई कमी बता देता था। उसने और कठिन अभ्यास से मूर्तियां बनानी …
Read More »Eklavya Guru–shishya Hindi Story एकलव्य की कहानी
गुरु द्रोणाचार्य, पाण्डवोँ और कौरवोँ के गुरु थे, उन्हेँ धनुर्विद्या का ज्ञान देते थे। एक दिन एकलव्य जो कि एक गरीब शुद्र परिवार से थे। द्रोणाचार्य के पास गये और बोले कि गुरुदेव मुझे भी धनुर्विद्या का ज्ञान प्राप्त करना है आपसे अनुरोध है कि मुझे भी आपका शिष्य बनाकर धनुर्विद्या का ज्ञान प्रदान करेँ। किन्तु द्रोणाचार्य नेँ एकलव्य को …
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