पिताजी के अचानक आ धमकने से पत्नी तमतमा उठी… “लगता है, बूढ़े को पैसों की ज़रूरत आ पड़ी है, वर्ना यहाँ कौन आने वाला था… अपने पेट का गड्ढ़ा भरता नहीं, घरवालों का कहाँ से भरोगे ?” मैं नज़रें बचाकर दूसरी ओर देखने लगा। पिताजी नल पर हाथ-मुँह धोकर सफ़र की थकान दूर कर रहे थे। इस बार मेरा हाथ कुछ …
Read More »किसान का इंटरव्यू
एक टी.वी. पत्रकार एक किसान का इंटरव्यू ले रहा था… पत्रकार : आप बकरे को क्या खिलाते हैं…? किसान : काले को या सफ़ेद को…? पत्रकार : सफ़ेद को… किसान : घास… पत्रकार : और काले को…? किसान : उसे भी घास… पत्रकार : आप इन बकरों को बांधते कहाँ हो…? किसान : काले को या सफ़ेद को…? पत्रकार : …
Read More »सपनों की ताबीर
रात में एक चोर घर में घुसता है। कमरे का दरवाजा खोला तो मुसहरी पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी। खटपट से उसकी आंख खुल गई। चोर ने घबरा कर देखा तो वह लेटे लेटे बोली “बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो, लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। …
Read More »भगवान मुझे Mobile बना दे
वह प्राइमरी स्कूल की टीचर थी। सुबह उसने बच्चो का टेस्ट लिया था और उनकी कॉपिया जाचने के लिए घर ले आई थी। बच्चो की कॉपिया देखते देखते उसके आंसू बहने लगे। उसका पति वही लेटे mobile देख रहा था। उसने रोने का कारण पूछा। टीचर बोली , “सुबह मैंने बच्चो को ‘मेरी सबसे बड़ी ख्वाइश‘ विषय पर कुछ पंक्तिया लिखने को कहा था; एक बच्चे ने …
Read More »होशियार बकरा
दादी कोई कहानी सुनाओ! अच्छा आओ! मेरे पास बैठो! में तुम्हे एक होशियार बकरे की कहानी सुनती हूँ! दूर पहाड़ो में घने जंगलो के बीच एक गॉव में सभी लोग प्यार से रहते थे! वे खेती करते थे और जानवर भी पालते थे- गाय-बैल-घोड़े, भैंसे और भेड़-बकरियां! वे मिमियाती रहती थीं लेकिन कोई भी नहीं जानता था कि वे क्या बातें करती …
Read More »टेक्नोलॉजी
दादाजी की गोदी मे खेलते हुए बच्चे ने बड़े प्यार से दादाजी को पूछा “दादाजी दादाजी… मेरा पहला जन्मदिन आपको याद है?” दादाजी ने अपनी अनुभवी आंखो को सिकुड़ते ओर माथे की पेशनि को तंग करते अपने विचारो के घोड़े दौड़ाये ओर कहा “ना बेटे अब इतनी पुरानी बाते किसे याद होगी? तेरा पहला जन्मदिन जब तु एक साल का …
Read More »निर्दोष
माँ मैं एक पार्टी में गया था. तूने मुझे शराब नहीं पीने को कहा था, इसीलिए बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे और मैं सोडा पीता रहा. लेकिन मुझे सचमुच अपने पर गर्व हो रहा था माँ, जैसा तूने कहा था कि ‘शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाना’. मैंने वैसा ही किया. घर लौटते वक्त मैंने शराब को छुआ तक नहीं, भले ही बाकी दोस्तों ने मौजमस्ती के नाम पर जमकर …
Read More »जीवन का लक्ष्य
एक किसान के घर एक दिन उसका कोई परिचित मिलने आया। उस समय वह घर पर नहीं था। उसकी पत्नी ने कहा-‘वह खेत पर गए हैं। मैं बच्चे को बुलाने के लिए भेजती हूं। तब तक आप इंतजार करें।’ कुछ ही देर में किसान खेत से अपने घर आ पहुंचा। उसके साथ-साथ उसका पालतू कुत्ता भी आया। कुत्ता जोरों से हांफ रहा था। उसकी यह हालत …
Read More »संत की मज़ार
किसी मज़ार पर एक फकीर रहते थे। सैकड़ों भक्त उस मज़ार पर आकर दान-दक्षिणा चढ़ाते थे। उन भक्तों में एक बंजारा भी था। वह बहुत गरीब था, फिर भी, नियमानुसार आकर माथा टेकता, फकीर की सेवा करता, और फिर अपने काम पर जाता, उसका कपड़े का व्यवसाय था, कपड़ों की भारी पोटली कंधों पर लिए सुबह से लेकर शाम तक …
Read More »दोस्ती
“देख दोस्त तुझे ये करना तो पड़ेगा ही।” सिगरेट को आगे करते हुए मीनेश ने दर्पण से कहा। कबीर इंडस्ट्रीज के मालिक करण मल्होत्रा का एकलोता पुत्र दर्पण जो बचपन से पढ़ाई में होशियार था। आज अपने एक टपोरी दोस्त मीनेश के साथ बगीचे में बैठा था। मीनेश ने सिगरेट का कश लेकर हवा में धुवा उड़ाते हुए दर्पण से …
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