Poems For Kids

Poetry for children: Our large assortment of poems for children include evergreen classics as well as new poems on a variety of themes. You will find original juvenile poetry about trees, animals, parties, school, friendship and many more subjects. We have short poems, long poems, funny poems, inspirational poems, poems about environment, poems you can recite

समय का मोल: समय के महत्व पर हिंदी भाषा में प्रेरणादायक बाल-कविता

समय का मोल: समय के महत्व पर रामप्रसाद शर्मा की हिंदी बाल-कविता

समय का मोल: समय बहुत कीमती है और हमें इसे किसी भी तरह से बर्बाद नहीं करना चाहिए। इसी तरह, हम जो पैसा खर्च करते हैं, उसे कमा सकते हैं, लेकिन हम अपने खोए हुए समय को वापस नहीं पा सकते। तो, यह समय को पैसे से अधिक मूल्यवान बनाता है। इसलिए, हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए। इस ब्लॉग …

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Overpopulation Poem For Students And Children

Kids poem on Overpopulation in English

Overpopulation occurs when a species’ population exceeds the carrying capacity of its ecological niche. It can result from an increase in births (fertility rate), a decline in the mortality rate, an increase in immigration, or an unsustainable biome and depletion of resources. Moreover, it means that if there are too many people in the same habitat, people are limiting available …

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जनसंख्या: Hindi Poem about Over Population

Hindi Poem about Over Population जनसंख्या

भारत की अनेक समस्याओं का कारण यहाँ की तेजी से बढती हुई Population है। स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि इसे सख्या विस्फोट की संज्ञा दी जाती है। अर्थशारित्रयों का मत है कि भारत के लिए इस बढती हुई जनसंख्या की जरूरतो को पूरा करने के लिये पर्याप्त साधन नहीं हैं। आज हमारी जनसख्या लगभग एक अरब पाच करोड …

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Population Explosion: Poetry On Over Population

Population Explosion - English Poetry about Population

Population Explosion: In biology or human geography, population growth is the increase in the number of individuals in a population. Many of the world’s countries, including many in Sub-Saharan Africa, the Middle East, South Asia and South East Asia, have seen a sharp rise in population since the end of the Cold War. The fear is that high population numbers …

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Short English poem about Increasing Population

Short English poem about - Increasing Population

Increasing Population: Global human population growth amounts to around 83 million annually, or 1.1% per year. The global population has grown from 1 billion in 1800 to 7.616 billion in 2018. It is expected to keep growing, and estimates have put the total population at 8.6 billion by mid-2030, 9.8 billion by mid-2050 and 11.2 billion by 2100. Many nations …

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अध्यापक: Hindi Poem on Relationship Between The Guru and Pupil

अध्यापक: Hindi Poem on Relationship Between The Guru and Pupil

अध्यापक: गुरु-शिष्य परम्परा आध्यात्मिक प्रज्ञा का नई पीढ़ियों तक पहुंचाने का सोपान। भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य परम्परा के अन्तर्गत गुरु (शिक्षक) अपने शिष्य को शिक्षा देता है या कोई विद्या सिखाता है। बाद में वही शिष्य गुरु के रूप में दूसरों को शिक्षा देता है। यही क्रम चलता जाता है। यह परम्परा सनातन धर्म की सभी धाराओं में मिलती है। गुरु-शिष्य की यह परम्परा ज्ञान के किसी भी क्षेत्र …

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मैं और मेरा मोटापा: हास्य कविता

मैं और मेरा मोटापा अक्सर ये बातें करते हैं: हास्य कविता

मैं और मेरा मोटापा अक्सर ये बातें करते हैं: आज अस्वस्थ जीवनशैली के कारण उत्पन्न बीमारियों में से सबसे बड़ी बीमारी मोटापा है। यह बीमारी पूरी दुनिया में एक महामारी बन गई है। भारत में अनेक लोग मोटापा के शिकार हैं। मोटापे के कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। जब परेशानियां बढ़ने लगती हैं तो लोग …

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Happy Fathers Day: Celebrating Fatherhood

Happy Fathers Day

Happy Fathers Day: Father’s Day is not as respected and popularly observed as Mother’s Day. There is a simple reason for this. Although almost everyone has difficult issues with their mothers, there is no doubt as to their mother’s love. The same is not true for fathers. Because men have a more difficult time expressing their feelings to their children, …

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अवगुंठित: सुमित्रानंदन पंत की हिंदी प्रेम कविता

अवगुंठित: सुमित्रानंदन पंत (20 मई 1900 – 28 दिसम्बर 1977) हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि और लेखक थे। उनका जन्म अल्मोड़ा (उत्तर प्रदेश) के कैसोनी गाँव में हुआ था। इनके जन्म के पश्चात् ही इनकी माँ चल बसी और इनका पालन-पोषण इनकी दादी ने ही किया। आपका वास्तविक नाम गुसाईं दत्त था और बाद में आपने अपना नाम सुमित्रानंदन पंत रख …

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सृष्टि: सुमित्रानंदन पंत की प्रकृति पर हिंदी कविता

सृष्टि: सुमित्रानंदन पंत की प्रकृति पर हिंदी कविता

सृष्टि: सुमित्रानंदन पंत (Sumitranandan Pant, जन्म: 20 मई 1900; मृत्यु: 28 दिसंबर, 1977) हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक हैं। सुमित्रानंदन पंत नये युग के प्रवर्तक के रूप में आधुनिक हिन्दी साहित्य में उदित हुए। सुमित्रानंदन पंत ऐसे साहित्यकारों में गिने जाते हैं, जिनका प्रकृति चित्रण समकालीन कवियों में सबसे बेहतरीन था। आकर्षक व्यक्तित्व के …

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