Baisakhi: The New Season English Poetry – Baisakhi (especially in Punjab) is celebrated in much the same way as Gurpurbs. Gurdwaras are decorated and visited. Parades, dancing and singing happen throughout the day. Many Sikhs choose to be baptized into the Khalsa brotherhood on this day. Baisakhi: The New Season Stretching, rubbing my eyes, With a wide yawn, I fill …
Read More »जय आद्य शक्ति माँ आरती Jaya Aadya Shakti
जय आद्य शक्ति माँ आरती: Puja is an important ritual in Hindu culture. It marks the beginning as well as the culmination of many customs. Pooja finds prominence in various Hindu festivals, such as Durga Pooja, Diwali, Dussehra etc. The ritual is regarded as the most convincing way to invoke a deity and seek his / her blessings. This is …
Read More »जय आद्या शक्ति आरती: अनुराधा पौडवाल
जय आद्या शक्ति आरती: अनुराधा पौडवाल – ‘Navratri‘ literally translates to ‘nine nights’ and during these nine nights and ten days, Goddess Durga is worshiped with devout fervor and spirituality. The Sharad Navratri is observed with utmost enthusiasm and it usually falls during the month of September and October. It is the peak of festivity in India and the joy of …
Read More »होली आती याद दिलाती: पिछली होली की याद में
होली आती याद दिलाती: भारत में होली का त्यौहारोत्सव सभी के जीवन मे बहुत सारी खुशियॉ और रंग भरता है, लोगों के जीवन को रंगीन बनाने के कारण इसे आमतौर पर ‘रंग महोत्सव’ कहा गया है। यह लोगो के बीच एकता और प्यार लाता है। इसे “प्यार का त्यौहार” भी कहा जाता है। यह एक पारंपरिक और सांस्कृतिक हिंदू त्यौहार …
Read More »मोहे तू रंग दे बसंती: प्रसून जोशी का फ़िल्मी गीत
मोहे तू रंग दे बसंती: प्रसून जोशी का फ़िल्मी गीत – प्रसून जोशी के “कुछ कर गुज़रने” की शुरुआत पहाड़ों से हुई। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 1971 में जन्म हुआ। पिता पीसीएस अफसर थे। मां क्लासिकल सिंगर। मां-पिता दोनों की संगीत में दिलचस्पी थी। एक इंटरव्यू में प्रसून ने कहा था, “पिता पीसीएस अधिकारी थे तो देर रात तक लाइब्रेरी खुलवाए …
Read More »बसंती हवा: केदार नाथ अग्रवाल
बसंती हवा: केदारनाथ अग्रवाल (१ अप्रैल १९११ – २२ जून २०००) प्रमुख हिन्दी कवि थे। १ अप्रैल १९११ को उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के कमासिन गाँव में हनुमान प्रसाद गुप्ता व घसीटो देवी के घर हुआ था। केदार जी के पिताजी स्वयं कवि थे और उनका एक काव्य संकलन ‘मधुरिम’ के नाम से प्रकाशित भी हुआ था। केदार जी …
Read More »आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी की बाल-कविता
आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी – Here is a simple poem on spring for children. The scenery described comprising the mustard fields and flowering of mango trees is something that many urban children today would not be familiar with. For old timers, these things arouse nostalgia. आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी आया वसंत आया वसंत छाई जग में शोभा अनंत सरसों खेतों …
Read More »होकर मगन आया है बसंत: वसंत ऋतु पर कविता
होकर मगन आया है बसंत: माघ महीने की पंचमी तिथि से ऋतुराज बसंत का आगमन होता है। मानव तो क्या पशु-पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। वसंत पंचमी पर्व भारतीय जनजीवन को अनेक तरह से प्रभावित करता है। प्राचीनकाल से इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जाता है। जो शिक्षाविद भारत और भारतीयता से …
Read More »संग बसंती अंग बसंती: आनंद बक्षी
संग बसंती अंग बसंती: Raja Aur Runk is the story of a prince and a pauper. Two children, born on the same day at the same time: one to the king, Raja Sahib, and one to a poor man, Hariya (Ajit). The king is thrilled at the birth of Yuvraj, the heir to the throne, while Hariya is cynical about …
Read More »ऋतुओं की ऋतू बसंत: सुमित्रानंदन पंत
ऋतुओं की ऋतू बसंत: सुमित्रानंदन पंत – वसंत पञ्चमी या श्रीपंचमी एक हिन्दू त्यौहार है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है। इस दिन पीले वस्त्र धारण करते हैं। शास्त्रों में बसंत पंचमी को ऋषि पंचमी से उल्लेखित किया …
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