The skies they were ashen and sober; The leaves they were crisped and sere — The leaves they were withering and sere; It was night in the lonesome October Of my most immemorial year; It was hard by the dim lake of Auber, In the misty mid region of Weir — It was down by the dank tarn of Auber, …
Read More »वर्षा के मेघ कटे: गोपी कृष्ण ‘गोपेश’
वर्षा के मेघ कटे – रहे–रहे आसमान बहुत साफ़ हो गया है, वर्षा के मेघ कटे! पेड़ों की छाँव ज़रा और हरी हो गई है, बाग़ में बग़ीचों में और तरी हो गई है – राहों पर मेंढक अब सदा नहीं मिलते हैं पौधों की शाखों पर काँटे तक खिलते हैं चन्दा मुस्काता है; मधुर गीत गाता है – घटे–घटे, …
Read More »Michael Jackson: Thriller – Horror themed Music Video
It’s close to midnight and something evil’s lurking in the dark Under the moonlight, you see a sight that almost stops your heart You try to scream but terror takes the sound before you make it You start to freeze as horror looks you right between the eyes You’re paralyzed ‘Cause this is thriller, thriller night And no one’s gonna …
Read More »Haunted House: Jack Prelutsky Poem for Students and Children
There’s a house upon the hilltop, We will not go inside, For that is where the witches live, Where ghosts and goblins hide. Tonight they have their party, All the lights are burning bright, But oh we will not go inside, The haunted house tonight. The demons there are whirling, And the spirits swirl about. They sing their songs to …
Read More »दीवाली आने वाली है: राजीव कृष्ण सक्सेना
मानसून काफूर हो गया रावण का भी दहन हो गया ठंडी–ठंडी हवा चली है मतवाली अब गली–गली है पापा, मम्मी, भैय्या, भाभी बूआ, चाचा, दादा, दादी राह सभी तकते हैं मिल कर हर मन को भाने वाली है दीवाली आने वाली है चॉकलेट को छोड़ो भाई देसी है दमदार मिठाई लड्डू, पेड़ा, कलाकंद है बरफी दानेदार नरम है गरम जलेबी, …
Read More »रूप के बादल: गोपी कृष्ण ‘गोपेश’
रूप के बादल यहाँ बरसे, कि यह मन हो गया गीला! चाँद–बदली में छिपा तो बहुत भाया ज्यों किसी को फिर किसी का ख्याल आया और, पेड़ों की सघन–छाया हुई काली और, साँस काँपी, प्यार के डर से रूप के बादल यहाँ बरसे… सामने का ताल, जैसे खो गया है दर्द को यह क्या अचानक हो गया है? विहग ने …
Read More »ओम जय जगदीश हरे: आरती विष्णुजी की
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ ॐ जय… जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिनसे मन का। सुख-सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय… मात पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी। तुम बिन और न दूजा, आस करूँ मैं जिसकी॥ ॐ जय… तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतर्यामी। पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सब …
Read More »माँ लक्ष्मी जी की आरती Maa Lakshmi Aarti
In order to please the Goddess of Wealth, Lakshmi puja is conducted on the third (main) day of the five-day festival, Diwali. On the day, people clean their home and premises, illuminate the place with earthen lamps (diya) and electric lights. In the evening, they offer prayers to Goddess Lakshmi and pray for good health and prosperity. During the puja, some like singing bhajans, while …
Read More »मोहब्बत बड़े काम की चीज है: साहिर लुधियानवी
हर तरफ हुस्न है, जवानी है, आज की रात क्या सुहानी है रेशमी जिस्म थरथराते है, मारामारी ख्वाब गुनगुनाते है धड़कनो मे सुरूर फैला है, रंग नजदीक-ओ-दूर फैला है दावाता-ये-इश्क दे रही है फजा आज हो जा किसी हसी पे फ़िदा के मोहब्बत बड़े काम की चीज है काम की मोहब्बत के दम से है दुनिया की रौनक मोहब्बत ना …
Read More »चाँद सिफारिश: प्रसून जोशी
सुभान अल्लाह… चांद सिफारिश जो करता हमारी देता वोह तुमको बता शर्म-ओ-हया पे परदे गिरा के करनी है हमको खता जिद्द है अब तोह है खुद को मिटाना होना है तुझमे फना चांद सिफारिश जो करता हमारी देता वोह तुमको बता शर्म-ओ-हया पे परदे गिरा के करनी है हमको खता तेरी अदा भी है झोंके वाली छू के गुजर जाने …
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