नव वर्ष की अभिलाषा: प्रतिमा पाण्डेय – ऐसे तो अलग अलग दिनों पर पूरी दुनिया में नया साल मनाया जाता है। हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग वक़्त पर नए साल की शुरुआत होती है। लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 31 दिसंबर को साल का अंत होने के बाद 1 जनवरी को नए साल की शुरुआत होती है …
Read More »नया साल: पूर्णिमा वर्मन की नव वर्ष पर हिंदी बाल-कविता
नया साल: पूर्णिमा वर्मन की नव वर्ष पर हिंदी बाल-कविता – नए साल पर कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें छात्रों के लिए निबंध प्रतियोगिता आदि का आयोजित की जाती हैं। अगर आप नए साल पर निबंध लिखने के कुछ बेहतरीन आइडिया ढूंढ रहे हैं तो यहां हम इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। इन्हें आप …
Read More »नव वर्ष के स्वागत में: रंजना सोनी
नव वर्ष के स्वागत में: रंजना सोनी – नव वर्ष की प्रणाली ब्रह्माण्ड पर आधारित होती है, यह तब शुरु होता है जब सूर्य या चंद्रमा मेष के पहले बिंदु में प्रवेश करते हैं। आज, चंद्रमा मेष राशि में प्रवेश कर चुका है और दिन बाद अर्थात 13 अप्रैल को सूरज मेष राशि के पहले बिंदु में प्रवेश करेगा, जिस …
Read More »नव वर्ष के कोरे पन्नों पर: नयें साल की कविता
नव वर्ष एक उत्सव की तरह पूरे विश्व में अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग तिथियों तथा विधियों से मनाया जाता है। विभिन्न सम्प्रदायों के नव वर्ष समारोह भिन्न-भिन्न होते हैं और इसके महत्त्व की भी विभिन्न संस्कृतियों में परस्पर भिन्नता है। भारत के विभिन्न हिस्सों में नव वर्ष अलग-अलग तिथियों को मनाया जाता है। प्रायः ये तिथि मार्च और अप्रैल के …
Read More »पेट में पेड़: प्रभुदयाल श्रीवास्तव की भ्रष्टाचार पर कविता
पेट में पेड़: प्रभुदयाल श्रीवास्तव – 2005 में भारत में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल नामक एक संस्था द्वारा किये गये एक अध्ययन में पाया गया कि 62% से अधिक भारतवासियों को सरकारी कार्यालयों में अपना काम करवाने के लिये रिश्वत या ऊँचे दर्ज़े के प्रभाव का प्रयोग करना पड़ा। वर्ष 2008 में पेश की गयी इसी संस्था की रिपोर्ट ने बताया है …
Read More »जन-जन की पुकार: भ्रष्टाचार पर हिंदी कविता
जन-जन की पुकार: भारत में भ्रष्टाचार चर्चा और आन्दोलनों का एक प्रमुख विषय रहा है। स्वतंत्रता के एक दशक बाद से ही भारत भ्रष्टाचार के दलदल में धंसा नजर आने लगा था और उस समय संसद में इस बात पर बहस भी होती थी। 21 दिसम्बर 1963 को भारत में भ्रष्टाचार के खात्मे पर संसद में हुई, बहस में डॉ …
Read More »झाँसी की रानी: सुभद्रा कुमारी चौहान की वीर रस कविता
झाँसी की रानी: सुभद्रा कुमारी चौहान की वीर रस कविता – Subhadra Kumari Chauhan has authored a number of popular works in Hindi poetry. Her most famous composition is Jhansi Ki Rani, an emotionally charged poem describing the life of Rani Lakshmi Bai. The poem is one of the most recited and sung poems in Hindi literature. This and her …
Read More »विद्रोह: प्रसिद्ध नारायण सिंह जी की भोजपुरी कविता
विद्रोह: प्रसिद्ध नारायण सिंह – I recently visited Jhansi and as I am a great admirer or Rani Laxmibai, I went to see her palace, Jhansi Fort and museum. In the museum, I found a very nice poetry book related to the first freedom fight of India in 1857. In this book I found a truly remarkable poem in Bhojpuri, …
Read More »खोलो खोलो दरवाजे: प्रसून जोशी
खोलो खोलो दरवाजे: तारे ज़मीन पर वर्ष 2007 में रिलीज बॉलीवुड फिल्म है। फ़िल्म के निर्माता-निर्देशक आमिर ख़ान हैं, और शुरू की संकल्पना और शुरुआती विकास कार्य अमोल गुप्ते (लेखक और रचनात्मक निर्देशक) और दीपा भाटिया (अवधारणा, अनुसंधान और संपादन) के द्वारा निर्देशित है। यह संगीत सुविधाएँ शंकर-एहसान-लॉय की तिकड़ी द्वारा, गीत प्रसून जोशी के द्वारा तटरक्षक एनीमेशन दृश्य कम्प्यूटिंग …
Read More »चक्के में चक्का, चक्के पे गाड़ी: शैलेन्द्र
चक्के में चक्का, चक्के पे गाड़ी: Brahmachari is a 1968 Indian film. Written by Sachin Bhowmick, it is a G. P. and Ramesh Sippy production directed by Bhappi Sonie. The film stars Shammi Kapoor, Rajshree, Pran, Mumtaz, Jagdeep, Sachin and Asit Sen. The music was by Shankar Jaikishan. The film became a box office hit and won several awards, including …
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