Barsana (Mathura district of the state of Uttar Pradesh, India) is the home village of Radha, and ‘Kanha Barsane main aayi jaiyo‘ is quite a famous geet about the teasing that goes on between Radha and Lord Krishna. Here hasya kavi Allhad Bikaneri has made a parody of this old song in the modern context. How things have changed! बुलाय …
Read More »राधा कैसे ना जले: जावेद अख्तर हिंदी फ़िल्मी गीत
राधा कैसे ना जले: लगान मधुबन में जो कन्हैया किसी गोपी से मिले कभी मुस्काये, कभी च्छेदे, कभी बात करे राधा कैसे ना जले, राधा कैसे ना जले आग टन मॅन में लगे राधा कैसे ना जले, राधा कैसे ना जले मधुबन में भले कान्हा किसी गोपी से मिले मॅन में तो राधा के ही प्रेम के हैं फूल खिले …
Read More »राजीव कृष्ण सक्सेना की धार्मिक कविता: मैं ही हूं
We humans see the world and interpret it as per our mental capacities. We try to make a sense out of this world by giving many hypotheses. But reality remains beyond us, a matter of constant speculation. मैं ही हूँ प्रभु पुत्र आपका, चिर निष्ठा से चरणों में नित बैठ नाम का जप करता हूँ मैं हीं सिक्का खरा, कभी …
Read More »गंगा मैया हो एक भाई दे दो: बहन की भगवान से प्रार्थना
Gender Discrimination: Gender based discrimination against female children is pervasive across the world. It is seen in all the strata of society and manifests in various forms. As per the literature, female child has been treated inferior to male child and this is deeply engraved in the mind of the female child. Some argue that due to this inferior treatment …
Read More »बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है: इन्दीवर
Resham Ki Dori (1974) Movie Plot: Ajit and Rajoo become orphans. Ajit, as the older brother takes care of his younger sister, at great personal sacrifice. When he tries to save his sister from sexual assault, death occurs. Is Ajit responsible? He emerges as Vinod from jail. In English the loose translation of the title would be “a silken thread” …
Read More »यह है भारत देश हमारा: सुब्रह्मण्य भारती की देश प्रेम कविता
सुब्रह्मण्य भारती (जन्म: 11 दिसम्बर, 1882 – मृत्यु: 11 सितम्बर, 1921) भारत के महान् कवियों में से एक थे, जिन्होंने तमिल भाषा में काव्य रचनाएँ कीं। इन्हें महाकवि भरतियार के नाम से भी जाना जाता है। भारती एक जुझारू शिक्षक, देशप्रेमी और महान् कवि थे। आपकी देश प्रेम की कविताएँ इतनी श्रेष्ठ हैं कि आपको भारती उपनाम से ही पुकारा …
Read More »भारत गुण–गौरव: शमशेर बहादुर सिंह देश प्रेम बाल-कविता
Here is an old poem of Shamsher Bahadur Singh, in praise of ancient motherland India. शमशेर बहादुर सिंह (जन्म: 13 जनवरी, 1911 – मृत्यु: 12 मई, 1993) आधुनिक हिंदी कविता के प्रगतिशील कवि हैं। ये हिंदी तथा उर्दू के विद्वान हैं। प्रयोगवाद और नई कविता के कवियों की प्रथम पंक्ति में इनका स्थान है। इनकी शैली अंग्रेज़ी कवि एजरा पाउण्ड …
Read More »छोडो कल की बातें कल की बात पुरानी: प्रेम धवन का देश प्रेम गीत
Hum Hindustani is a 1960 Hindi movie produced by Sashadhar Mukherjee and directed by Ram Mukherjee. The film stars Sunil Dutt, Joy Mukherjee, Asha Parekh, Jagirdar, Helen, Leela Chitnis, Agha, Prem Chopra and Sanjeev Kumar in his debut. The film is a remake of “Basu Parivar” (1952). The film about clash of Indian feudalism and modern youth during in the …
Read More »साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल: गाँधी जी पर देश भक्ति गीत
दे दी हमें आज़ादी (Miraculously given us freedom) or Sabarmati ke Sant is an Indian song written by Kavi Pradeep. It is a patriotic song dedicated to Mahatma Gandhi and his non-violence nature. This a film soundtrack of Bollywood film Jagriti (1954). This song was sang by Asha Bhosle. साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल: कवि प्रदीप दे दी …
Read More »अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं: शकील बदायूँनी
शकील बदायूँनी (जन्म: 03 अगस्त, 1916 – निधन: 20 अप्रैल, 1970) – शकील बदायूनी का जन्म स्थान उत्तर प्रदेश का शहर बदायूँ है। यह एक उर्दू के शायर और साहित्यकार थे। लेकिन इन्होंने बालीवुड में गीत रचनाकार के रूप में नाम कमाया। अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं: शकील बदायूँनी अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं …
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