This is one of the best songs on friendship from the film Sholay. It’s an ideal song to express your love to your friend. Real-life friends Amitabh and Dharmendra look so good together in this song. Watch video. ये… दोस्ती हम नहीं… तोड़ेंगे तोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोडेंगे ये दोस्ती हम नहीं… तोड़ेंगे तोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ …
Read More »रॉक ऑन: जावेद अख्तर
दिल क्या कहता है मेरा क्या मैं बताऊँ तुम ये समझोगे शायद मैं पागल हूँ दिल क्या कहता है मेरा क्या मैं बताऊँ तुम ये समझोगे शायद मैं पागल हूँ दिल करता है टीवी टावर पे मैं चढ़ जाऊं चिल्ला चिल्ला के मैं ये सबसे कह दूँ रॉक ऑन है ये वक्त का इशारा रॉक ऑन हर लम्हा पुकारा रॉक …
Read More »यारी है ईमान मेरा: गुलशन बावरा
गर खुदा मुझ से कहे, कुछ मांग ऐ बन्दे मेरे मैं ये मांगू, महफिलों के दौर यूँ चलते रहे हमप्याला, हमनिवाला, हमसफ़र, हमराज हो ता क़यामत जो चिरागों की तरह जलते रहे यारी है ईमान मेरा, यार मेरी जिन्दगी प्यार हो बन्दों से ये सब से बड़ी है बंदगी साज-ए-दिल छेड़ो जहाँ में, प्यार की गूंजे सदा जिन दिलों में …
Read More »मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे: आनंद बक्षी
मेरे दिल से सितमगर तू ने अच्छी दिल्लगी की है के बन के दोस्त अपने दोस्तों से दुश्मनी की है मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे मुझे गम देनेवाले तू खुशी को तरसे तू फूल बने पतझड़ का, तुझ पे बहार न आये कभी मेरी ही तरह तू तड़पे, तुझ को करार न आये कभी जिये तू इस तरह …
Read More »रब को याद करूँ एक फ़रियाद करूँ: आनंद बक्षी
रब को याद करूँ एक फ़रियाद करूँ… बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा… मेरा दिलदार मिला दे ओय रब्बा… जब से हुयी ये लम्बी जुदाई… ना चैन आया, ना नींद आई… नज़रे तरस गयी आंखे बरस गयी… मुझे दीदार करा दे ओय रब्बा… बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा जी चाहे उसकी बाहों में झूलूँ… आंखो मे देखु, हाथो से …
Read More »तेरे जैसा यार कहाँ – कहाँ ऐसा याराना: अंजान
तेरे जैसा यार कहाँ, कहाँ ऐसा याराना, याद करेगी दुनिया, तेरा मेरा अफसाना… मेरी ज़िन्दगी सवारी, मुझको गले लगाके, बैठा दिया फलक पे, मुझे खात से उठाके… यारा तेरी यारी को मैने तो खुदा मन याद करेगी दुनिया तेरा मेरा अफसाना मेरे दिल की यह दुआ है कभी दूर तू न जाए तेरे बिना हो जीना वोह दिन कभी न …
Read More »बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा: आनंद बक्षी
रफ़ी: बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा किशोर: बने चाहे … रफ़ी: वो ख़्वाबों के दिन वो किताबों के दिन सवालों की रातें जवाबों के दिन कई साल हमने गुज़ारे यहाँ यहीं साथ खेले हुए हम जवां हुए हम जवां था बचपन बड़ा आशिकाना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा किशोर: बने चाहे … किशोर: ना बिछड़ेंगे मर …
Read More »चले नहीं जाना बालम – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
यह डूबी डूबी सांझ उदासी का आलम‚ मैं बहुत अनमनी चले नहीं जाना बालम! ड्योढ़ी पर पहले दीप जलाने दो मुझ को‚ तुलसी जी की आरती सजाने दो मुझ को‚ मंदिर में घण्टे‚ शंख और घड़ियाल बजे‚ पूजा की सांझ संझौती गाने दो मुझको‚ उगने तो दो उत्तर में पहले ध्रुव तारा‚ पथ के पीपल पर आने तो दो उजियारा‚ …
Read More »अगर कहीं मैं घोड़ा होता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
अगर कहीं मैं घोड़ा होता वह भी लंबा चौड़ा होता तुम्हें पीठ पर बैठा कर के बहुत तेज मैं दौड़ा होता पलक झपकते ही ले जाता दूर पहाड़ी की वादी में बातें करता हुआ हवा से बियाबान में आबादी में किसी झोपड़े के आगे रुक तुम्हें छाछ और दूध पिलाता तरह तरह के भोले भोले इंसानों से तुम्हें मिलाता उनके …
Read More »नए साल की शुभकामनाएं – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
खेतों की मेड़ों पर धूल भरे पांव को कुहरे में लिपटे उस छोटे से गांव को नए साल की शुभकामनाएं। जांते के गीतों को बैलों की चाल को करघे को कोल्हू को मछुओं के जाल को नए साल की शुभकामनाएं। इस पकती रोटी को बच्चों के शोर को चौंके की गुनगुन को चूल्हे की भोर को नए साल की शुभकामनाएं। …
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