कहना हमेशा बड़ो का मानते माता पिता को शीश नवाते, अपने गुरुजनों का मान बढ़ाते वे ही बच्चे अच्छे कहलाते। नहा-धोकर रोज शाला जाते पढ़ाई में सदा अव्वल आते वे ही बच्चे अच्छे कहलाते। कभी न किसी से झगड़ा करते बात हमेशा सच्ची कहते, ऊंच-नीच का भाव न लाते वे ही बच्चे अच्छे कहलाते। कठिनाइयों से कभी न घबराते हमेशा …
Read More »हुआ पसीने से तर: तपती गर्मी पर हिंदी बाल-कविता
गर्मी में खाने को मैंने फ्रिज से सेब निकाला, गिरते-गिरते बचा हाथ से झट से उसे संभाला। बाहर आते ही गर्मी से हुआ बहुत बेहाल, बोला भइया नहीं उतारो मेरी नाजुक खाल। घबराहट में सिसक पड़ा वह लगा कांपने थर-थर, आंसू भर रोया बेचारा हुआ पसीने से तर। ~ रावेंद्र कुमार रवि
Read More »प्यारी मां: माँ की ममता पर बाल-कविता
मेरी भोली प्यारी मां दुनिया से है न्यारी मां, तुमसे मैंने जीवन पाया तुमने चलना मुझे सिखाया। हर संकट से मुझे उबारा तूने हरदम दिया सहारा, तू सबसे उपकारी मां मेरी भोली प्यारी मां। करुणामयी स्वरूप तुम्हारा अंधियारे में करे उजाला, महिमा तेरी मां है पावन ममता तेरी है मनभावन। तू है मेरी दुलारी मां मेरी भोली प्यारी मां, मीठी …
Read More »बर्तन – भिन्न प्रकार के बर्तनों पर हिंदी बाल-कविता
हर घर की रसोई में, ढेरों बर्तन होते हैं। बर्तनों में खाना खाते हैं। तांबे-कांसे-पीतल के बर्तन, पहले आम हुआ करते थे। अब स्टेनलैस स्टील, चीनी, मिट्टी, कांच और प्लास्टिक के होते हैं। शादी-ब्याह में बड़े-बड़े बर्तन, पहले खरीदे, दिए-लिए जाते थे। मिट्टी के कुछ गिने-चुने बर्तन, अब भी काम में लाए जाते हैं। ~ ओम प्रकाश बजाज
Read More »भारतीय रेल – ओम प्रकाश बजाज
2.5 करोड़ लोग रोज करते हैं सवारी, जो ऑस्ट्रेलिया की कुल है आबादी। 16 लाख से अधिक हैं इसके कर्मचारी, सर्वाधिक रोजगार देती है रेल हमारी। यह आंकड़ा विश्व के कई देशों की, कुल जनसंख्या पर भी पड़ता है भारी। 1366.33 मीटर लम्बाई वाला दुनिया में, सबसे लम्बा प्लेटफार्म है गोरखपुर का। हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रैस 115 जगह रुकने का भी कीर्तिमान …
Read More »परीक्षा – हिंदी में ज्ञानवर्धक बाल-कविता
मुझ से तुम न घबराना चुपके से आकर कहे परीक्षा, घबराने से गायब होती याद की थी जो बातें शिक्षा। याद रहा है जितना तुम को लिख दो उस को कहे परीक्षा, सरल-सहज पहले लिखना कानों में यह देती शिक्षा। जो भी लिखना, सुंदर लिखना सुंदरता की देती शिक्षा, जितना पूछे, उतना लिखना कह देती यह खूब परीक्षा। ~ ओमप्रकाश …
Read More »आम – फलों के राजा आम पर बाल-कविता
बागों में मुस्काते आम सबके मन को भाते आम, मीठी-मीठी महक बिखेरें पेड़ों पर सुस्ताते आम। प्यारे बच्चो जल्दी आओ दे आवाज बुलाते आम, भरे विटामिन-ए से होते सेहत पुष्ट बनाते आम। बन स्वादिष्ट पना गुणकारी लू को दूर भगाते आम, बस कोई ज्यादा मत खाना फोड़े भी करवाते आम। ~ कुमार गौरव अजीतेन्दु
Read More »गर्मी आई समस्या लाई Hindi Poem on Summers
गर्मी आई समस्याएं लाई सब की चिंता बढ़ाई, गर्म हवायें आग बरसायें लोग पसीने में नहायें। उल्टी-दस्त चक्कर आये घबराहट से जान जाये, मच्छर काटे डॉक्टर के पास जायें डेंगू, मलेरिया का डर सताये। पानी पी-पी के पेट भरू खाना खाने में संकोच करुं, कितना नहाऊं कितना पानी बहाऊं फिर भी तुझ से छुटकारा न पाऊं। शर्बत ठंडा राहत दिलाये …
Read More »सूरज Hindi Poem on Morning Routine Habits
सूरज सर पर चढ़ आया है चिड़ियों ने नभ चहकाया है, तुम भी अपना बिस्तर छोड़ो जल्दी से अपना मुंह धो लो। सूरज को तुम करो प्रणाम निकलेगा दिन सुख के साथ, भगवान् को भी कर लो याद सफल होंगे सारे काज। पैर बड़ो के तुम छू लो छोटों को आशीष दो, दूध गटागट पी जाओ राजा बेटा तुम बन …
Read More »Hindi Poem about Trees वही सफलता पाता है
पीपल मेरे पूज्य पिताजी, तुलसी मेरी माता है। बरगद को दादा कहने से, मन पुलकित हो जाता है। बगिया में जो आम लगा है, उससे पुश्तैनी नाता है। कहो बुआ खट्टी इमली को, मजा तब बहुत आता है। घर में लगा बबूल पुराना, वह रिश्ते का चाचा है। “मैं हूँ बेटे मामा तेरा,” यह कटहल चिल्लाता है। आंगन में अमरूद …
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