हुआ सवेरा, हुआ सवेरा, सूरज की किरणों ने डाल-डाल पर डाला घेरा, हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। मन में उमंग, तन में तरंग, जीवन ने फिर से लिया फेरा हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। चल निकला, बागों में जीवन, चल निकला, राहों में जीवन हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। पक्षियों का जागा फिर कलखू, मीठा-मीठा, मंद-मन मोहक हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। कलियों का …
Read More »Mukesh Classic Love Song कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है – साहिर लुधियानवी
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये तू अबसे पहले सितारों में बस रही थी कहीं तुझे ज़मीं पे बुलाया गया है मेरे लिये कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है के ये बदन ये निगाहें मेरी अमानत हैं ये गेसुओं की …
Read More »Anand Bakshi Romantic Love Song Sung By Mukesh चंचल शीतल निर्मल कोमल
चंचल शीतल निर्मल कोमल संगीत की देवी स्वर सजनी.. सुन्दरता की हर प्रतिमा से बढाकर है तू सुन्दर सजनी चंचल शीतल… कहते है जहा ना रवि पहुचे कहते है वहा पर कवी पहुचे तेरे रंग-रूप की छाया तक ना रवि पहुचे ना कवी पहुचे मै छूने लागून तू उड़ जाए परियो से तेरे पर सजनी चंचल शीतल… तेरे रसवंती होठो …
Read More »पानी रे पानी तेरा रंग कैसा: इन्द्रजीत सिंह तुलसी
शोर 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका लेखन, निर्देशन और निर्माण मनोज कुमार ने किया है। इसमें वह स्वयं जया भादुड़ी के साथ मुख्य भूमिका में हैं। शंकर (मनोज कुमार) एक दुर्घटना में अपनी पत्नी (नन्दा) को खो देता है। वह अपने बेटे को बचाते हुए मर जाती है। दुर्घटना के कारण, दीपक अपनी आवाज खो देता …
Read More »Bollywood Emotional Hindi Song आ लौट के आजा मेरे मीत
आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं बरसे गगन मेरे बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आजा शीतल पवन ये लगाए अगन ओ सजन अब तो मुखड़ा दिखा जा तूने भली रे निभाई प्रीत तूने भली रे निभाई प्रीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं …
Read More »Hindi Bal-Kavita about Morning Routine मेरी नींद नहीं खुल पाती
मुझको नींद बहुत है आती सुबह-सुबह। मेरी नींद नहीं खुल पाती सुबह-सुबह। मम्मी टेप लगातीं उठने-उठने की पापा की बातों में धमकी पिटने की दोनों कहते जल्दी शाला जाना है नल चालू है उठकर शीघ्र नहाना है पर मुझको तो नींद सुहाती सुबह-सुबह मेरी नींद नहीं खुल पाती सुबह-सुबह। मम्मी तो उठ जातीं मुँह अँधियारे में पापा टहलें सुबह-सुबह गलियारे …
Read More »Agyeya Contemplation Poem on Lost Love प्राण तुम्हारी पदरज फूली
प्राण तुम्हारी पदरज फूली मुझको कंचन हुई तुम्हारे चंचल चरणों की यह धूली! आईं थीं तो जाना भी था – फिर भी आओगी‚ दुख किसका? एक बार जब दृष्टिकरों से पदचिन्हों की रेखा छू ली! वाक्य अर्थ का हो प्रत्याशी‚ गीत शब्द का कब अभिलाषी? अंतर में पराग सी छाई है स्मृतियों की आशा धूली! प्राण तुम्हारी पदरज फूली! ∼ …
Read More »Gopal Singh Nepali Inspirational Hindi Poem on Frustration कुछ ऐसा खेल रचो साथी
कुछ ऐसा खेल रचो साथी कुछ जीने का आनंद मिले कुछ मरने का आनंद मिले दुनियां के सूने आंगन में कुछ ऐसा खेल रचो साथी वह मरघट का सन्नाटा तो रह रह कर काटे जाता है दुख दर्द तबाही से दब कर मुफ़लिस का दिल चिल्लाता है यह झूठा सन्नाटा टूटे पापों का भरा घड़ा फूटे तुम जंजीरों की झनझन …
Read More »Gopal Singh Nepali Hindi Bal-Kavita यह लघु सरिता का बहता जल
यह लघु सरिता का बहता जल‚ कितना शीतल‚ कितना निर्मल। हिमगिरि के हिम निकल–निकल‚ यह विमल दूध–सा हिम का जल‚ कर–कर निनाद कलकल छलछल‚ बहता आता नीचे पल–पल। तन का चंचल‚ मन का विह्वल। यह लघु सरिता का बहता जल। निर्मल जल की यह तेज धार‚ करके कितनी श्रृंखला पार‚ बहती रहती है लगातार‚ गिरती–उठती है बार बार। रखता है …
Read More »Gopal Singh Nepali Hindi Love Poem यह दिल खोल तुम्हारा हँसना
प्रिये तुम्हारी इन आँखों में मेरा जीवन बोल रहा है बोले मधुप फूल की बोली, बोले चाँद समझ लें तारे गा–गाकर मधुगीत प्रीति के, सिंधु किसी के चरण पखारे यह पापी भी क्यों–न तुम्हारा मनमोहम मुख–चंद्र निहारे प्रिये तुम्हारी इन आँखों में मेरा जीवन बोल रहा है देखा मैंने एक बूँद से ढँका जरा आँखों का कोना थी मन में …
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