गुरुद्वारा बाबा अटल राय जी: गुरु की नगरी अमृतसर स्थित करोड़ों दिलों की धार्मिक राजधानी श्री हरिमंदिर साहिब परिसर के प्रांगण में स्थित नौ मंजिला गुरुद्वारा बाबा अटल राय जी को शहर की सबसे ऊंची इमारत होने का रुतबा प्राप्त है परन्तु यह भी एक प्रामाणिक सत्य है कि इस गुरुद्वारे की दीवारें विश्व स्तरीय भित्ति चित्रकारी से इस प्रकार …
Read More »दिल्ली का लोटस टैम्पल: सबसे सुन्दर मंदिर, जहाँ नहीं है ‘एक भी मूर्ति’
लोटस टैम्पल – भारत में एक ऐसा अनोखा मंदिर है, जहां न तो कोई पुजारी है और न ही कोई मूर्ति। यह मंदिर है दिल्ली का लोटस टैम्पल। इसे कमल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। दिल्ली में कालकाजी मंदिर, नेहरू प्लेस के पास स्थित यह मंदिर बहाई धर्म का उपासना स्थल है और शानदार वास्तुकला के कारण …
Read More »बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन धाम, मथुरा जिला, उत्तर प्रदेश
बांके बिहारी मंदिर भारत में मथुरा जिले के वृंदावन धाम में बिहारीपुरा में स्थित है। यह भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। बाँके बिहारी कृष्ण का ही एक रूप है जो इसमें प्रदर्शित किया गया है। इसका निर्माण 1864 में स्वामी हरिदास ने करवाया था। बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन धाम, मथुरा Name: बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन …
Read More »श्री दुर्वेश्वर महादेव मंदिर, धर्मशाला, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश
श्री दुर्वेश्वर महादेव मंदिर धर्मशाला: देव भूमि हिमाचल प्रदेश में कई स्थान अपने गौरवमयी इतिहास के साथ-साथ आस्था के स्रोत बने हुए हैं। इनमें से कुछ तो विश्व प्रसिद्ध हैं, जबकि कइयों के बारे में इतनी जानकारी नहीं है, जिनके इतिहास और महानता के बारे में तो श्रद्धालुओं को वहां पहुंचने पर ही पता चलता है। कांगड़ा जिले में धर्मशाला …
Read More »श्री गुरु जम्भेश्वर मंदिर, लोदीपुर धाम, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश राज्य
श्री गुरु जम्भेश्वर मंदिर, लोदीपुर धाम (लोदीपुर मंदिर) बिश्नोई समाज के अष्ट धामों में एक सबसे महत्वपुर्ण धाम (तीर्थ स्थल) है। यह स्थान उतरप्रदेश राज्य के मुरादाबाद जिले में स्थित है। लोदीपुर में श्री गुरु जम्भेश्वरजी ने खेजड़ी का एक वृक्ष लगाया था, जिसे आज भी देखा जा सकता है। इसी खेजड़ी वृक्ष के पास गुरु जाम्भोजी का एक मन्दिर …
Read More »दक्षिणेश्वर काली मंदिर, बैरकपुर, कोलकाता
दक्षिणेश्वर काली मंदिर, उत्तर कोलकाता में, बैरकपुर में, विवेकानन्द सेतु के कोलकाता छोर के निकट, हुगली नदी के किनारे स्थित एक ऐतिहासिक हिन्दू मन्दिर है। इस मंदिर की मुख्य देवी, भवतारिणी है, जो हिन्दू देवी काली माता ही है। यह कलकत्ता के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, और कई मायनों में, कालीघाट मन्दिर के बाद, सबसे प्रसिद्ध काली …
Read More »उमा भगवती मंदिर अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर: मां उमा ने की थी यहाँ तपस्या
Uma Bhagwati Mandir: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के शांगस में ऐतिहासिक उमा भगवती मंदिर 34 वर्ष बंद रहने के बाद इस जुलाई में खोला गया। दक्षिणी कश्मीर का अनंतनाग कभी आतंक का गढ़ था। 1990 में यहां आतंकवाद के चलते स्थानीय हिन्दुओं के पलायन करने के साथ ही उमा भगवती मंदिर भी बंद हो गया था। यहां तक कि हिंसा के …
Read More »त्रिनेत्र गणेश मंदिर, रणथम्भौर दुर्ग, सवाई माधोपुर, राजस्थान
त्रिनेत्र गणेश मंदिर: प्रत्येक कार्य को शुरूआत गणेश पूजा से को जाती है। भारत में अनेक गणेश मंदिर विश्व प्रसिद्ध हैं, इनमें से एक है – रणथम्भौर का गणेश मंदिर। राजस्थान के सवाई माधोपुर शहर के निकट स्थित दुर्ग रणथम्भौर का गणेश मंदिर आस्था एवं श्रद्धा के लिए जन-जन में प्रसिद्ध है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर, रणथम्भौर दुर्ग, सवाई माधोपुर, राजस्थान …
Read More »नारानाग मंदिर समूह, गांदरबल जिला, जम्मू व कश्मीर
नारानाग मंदिर समूह: दुनिया भर में प्रसिद्ध जम्मू-कश्मीर के हर एक कोने को प्रकृति ने नायाब सुन्दरता से नवाजा हुआ है। यहां कई ऐतिहासिक संस्चनाएं भी हैं, जिनमें से कइ्यों के बारे में लोगों को कम ही पता है। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण स्थल है गांदरबल जिले में स्थित नारानाग मंदिर समूह। इस मंदिर समूह को शोडरतीर्थ, नंदीकषेत्र व भूतेश्वर …
Read More »सिद्धनाथ शिव मंदिर सैथा, काकोरी, लखनऊ: Shri Siddhnath Shiv Mandir
नागर शैली के लिए मशहूर है सिद्धनाथ शिव मंदिर सैथा, शिखर में गर्भगृह छुपा होने का दावा आपको सैथा का सिद्धनाथ मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो शहर का इकलौता संरक्षित शिवाला है। नागर शैली में बने इस मंदिर को राज्य पुरातत्व निदेशालय ने संरक्षित किया है। यह मंदिर 8वीं सदी के होने का अनुमान माना जा …
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