भारत का यह आखिरी गांव आर्थिक तंगी से परेशान लोगों के लिए चमत्कार से कम नहीं है। उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गांव है। यह बद्रीनाथ से करीब 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। माना जाता है कि आर्थिक तंगी से परेशान जो भी लोग यहां आते हैं भोलेनाथ की कृपा से उनकी स्थिति बेहतर हो जाती है। …
Read More »गंगोत्री धाम, उत्तरकाशी, उत्तराखंड
उत्तरकाशी से 100 कि.मी. की दूरी पर गंगोत्री धाम स्थित है। माना जाता है कि यह वहीं स्थान है, जहां धरती पर अवतरित होते समय मां गंगा ने सबसे पहले छुआ था। मां गंगा का मंदिर चमकदार सफेद ग्रेनाइट के 20 फीट ऊंचे पत्थरों से बना हुआ है। मंदिर समुद्र की सतह से 3042 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। …
Read More »टपकेश्वर महादेव मंदिर, गढ़ी कैंट, देहरादून
देहरादून सिटी बस स्टेंड से 5.5 कि.मी. की दूरी पर गढ़ी कैंट क्षेत्र में एक छोटी नदी के किनारे टपकेश्वर मंदिर स्थित है। यहां एक गुफा में शिवलिंग स्थित है। जिस पर एक चट्टान से पानी की बूंदे टपकती रहती हैं। इसी कारण इसका नाम टपकेश्वर मंदिर है। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध से पूर्व गुरु द्रोणाचार्य अनेक स्थानों …
Read More »पीतलखोरा की गुफाएं, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
सह्याद्रि पहाड़ी के सतमाला में पीतलखोड़ा की गुफाएं स्थित हैं। यहां एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित 13 गुफाएं हैं। यहां से घाटी का मनोहर नजारा देखने को मिलता है। यहां कई गुफाओं में नक्काशी और चित्रकला दिखाई गई है जो ईसा पूर्व पहली सदी से ईस्वी के पांचवीं सदी तक की है। ये सभी गुफाएं अजंता के बाद ही …
Read More »कालाराम मंदिर, नासिक, महाराष्ट्र
सनातन धर्मियों की आस्था स्थली हैं नासिक के कालाराम मंदिर व गोराराम मंदिर। कालाराम श्रद्धा-भक्ति के केंद्र हैं जो दुखहर्ता हैं। भारत के चार कुंभ स्थानों में से एक है नासिक जो गोदावरी नदी तट पर स्थित है। गोदावरी पुण्य सलिला है। नासिक में ही गोदावरी तट पर पंचवटी अवस्थित सीता गुफा के निकट है सुप्रसिद्ध कालाराम का मंदिर जो …
Read More »बुंदेलखंड के लोक देवता लाला हरदौल
बुंदेलखंड में वैसे तो कई लोक देवियां और देवता हैं लेकिन उनमें से एक हैं ‘लाला हरदौल’। हरदौल की शौर्य गाथा को बयां करते कई नाट्य मंडल गांवों में अपनी प्रस्तुतियां देते हैं। लोक देवता के रूप में लाला हरदौल इतने पूज्य हैं कि बुंदेलखंड में किसी लड़की का विवाह हो तो पहला भात लाला हरदौल की तरफ से ही …
Read More »मनेर शरीफ, बिहार
मनेर शरीफ पटना से प्राय: 30 कि.मी. दक्षिण-पश्चिम की ओर है। किसी समय यह सोन और गंगा नदी के संगम पर बसा हुआ था। आज का मनेर करीब दो हजार घरों का एक छोटा-सा कस्बा है और सड़क के किनारे कुछ दुकानें हैं जिसमें दैनिक जीवन में काम आने वाली चीजें मिल जाती हैं। यहां का ‘नुकदी का लड्डू’ बहुत …
Read More »मां चिंतपूर्णी धाम, ऊना, हिमाचल प्रदेश
ऊना: चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो गए हैं। देशभर में भक्ति की आलौकिक सुंगध है। नवरात्रों में मां दुर्गा के सभी शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं भक्तिभाव से दर्शनों के लिए जाते हैं। सभी शक्तिपीठों को फूलों से सजाया गया है। इन शक्तिपूठों की काफी मान्यता है, इनमें से एक हैं मां चिंतपूर्णी धाम है। चिंतपूर्णी मंदिर भारत के प्रमुख तीर्थ …
Read More »Hazur Sahib: Takht Sachkhand Shri Hazur Abchalnagar Sahib, Nanded, Maharashtra
Nanded (pronounced Nander), formerly in Hyderabad State is now a district town in Maharashtra. It is a railway station on the Manmad-Secunderabad section of South Central Railway. One of the five Sikh Takhts is located here and the Sikhs reverently refer to it as Hazur Sahib. Nanded is associated with the first and the last of the Sikh Gurus. While …
Read More »Damdama Sahib Gurudwara, Talwandi Sabo, Punjab
Gurdwara Damdama Sahib, the ‘Seat of Temporal Authority’, is indeed one of the revered ‘takhts’ of the Sikhs. This was the place where Guru Gobind Singh, the tenth guru of the Sikhs, took repose from the raging political upheaval and spent time in serenity adding valuable verses to Sri Guru Granth Sahib. Located in the village of Talwandi Sabo near …
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