Located in eastern Sikkim, India, at an altitude of about 1547m above sea level, Rumtek Monastery or the Dharma Chakra Centre is one of the most important centers of Kagyu lineage of Buddhism, after Tibet. The monastery is a replica of the Kagyu headquarters in Tibet and it is the seat of His holiness Gyalwa Karmapa, the 16th Karmapa, the …
Read More »Rajgir, Nalanda District, Bihar
Located amidst a scenic cragged backdrop, Rajgir, a city in Nalanda district of Bihar in India, is a famous tourist destination, as well as a holy destination for many religions like Hinduism, Buddhism and Jainism. The city, surrounded by seven hills, is home to many pagodas, monasteries and temples. It is mentioned in the epics that Rajgir was known as …
Read More »Kushinagar, Uttar Pradesh, India
Kushinagar, a district in Uttar Pradesh, India, is one of the major Buddhist pilgrimage centers because it is the place where Lord Buddha is believed to have entered Mahaparinirvana (death). It was near the Hiranyavati River that Buddha took his last breath and was cremated at the Ramabhar Stupa. Located at a distance of 55 kilometers away from Gorakhpur, Uttar …
Read More »महुरगढ़, नांदेड़, महाराष्ट्र
आस्था और उल्लास का केंद्र है नांदेड़ का माहुर गांव, ठीक होते हैं त्वचा रोग माहौर के नाम से जाना जाने वाला माहुर गांव महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में नांदेड़ जिले के किनवट शहर से 40 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में बसा है। पहले माहौर एक बड़ा शहर था और दक्षिणी बेरार का एक राज्य भी। यहां सह्याद्रि पहाडिय़ों के पूर्वी छोर …
Read More »भारत के प्रसिद्ध शनि देव मंदिर
शनिदेव के खास मंदिर, जहां दर्शन करने से दूर होते हैं शनि दोष जिस व्यक्ति पर शनिदेव की कृपा हो जाती है वह रंक से राजा बन जाता है। यहां शनिदेव के कुछ ऐसे मंदिरों के बारे में बताया गया है जिनके दर्शन करने से व्यक्ति को शनि दोषों से मुक्ति मिलती है। शनि मंदिर कोसीकलां, मथुरा, उत्तर प्रदेश दिल्ली …
Read More »भारत का आखिरी गांव: माणा गांव, चमोली जिला, उत्तराखंड
भारत का यह आखिरी गांव आर्थिक तंगी से परेशान लोगों के लिए चमत्कार से कम नहीं है। उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गांव है। यह बद्रीनाथ से करीब 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। माना जाता है कि आर्थिक तंगी से परेशान जो भी लोग यहां आते हैं भोलेनाथ की कृपा से उनकी स्थिति बेहतर हो जाती है। …
Read More »गंगोत्री धाम, उत्तरकाशी, उत्तराखंड
उत्तरकाशी से 100 कि.मी. की दूरी पर गंगोत्री धाम स्थित है। माना जाता है कि यह वहीं स्थान है, जहां धरती पर अवतरित होते समय मां गंगा ने सबसे पहले छुआ था। मां गंगा का मंदिर चमकदार सफेद ग्रेनाइट के 20 फीट ऊंचे पत्थरों से बना हुआ है। मंदिर समुद्र की सतह से 3042 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। …
Read More »टपकेश्वर महादेव मंदिर, गढ़ी कैंट, देहरादून
देहरादून सिटी बस स्टेंड से 5.5 कि.मी. की दूरी पर गढ़ी कैंट क्षेत्र में एक छोटी नदी के किनारे टपकेश्वर मंदिर स्थित है। यहां एक गुफा में शिवलिंग स्थित है। जिस पर एक चट्टान से पानी की बूंदे टपकती रहती हैं। इसी कारण इसका नाम टपकेश्वर मंदिर है। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध से पूर्व गुरु द्रोणाचार्य अनेक स्थानों …
Read More »पीतलखोरा की गुफाएं, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
सह्याद्रि पहाड़ी के सतमाला में पीतलखोड़ा की गुफाएं स्थित हैं। यहां एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित 13 गुफाएं हैं। यहां से घाटी का मनोहर नजारा देखने को मिलता है। यहां कई गुफाओं में नक्काशी और चित्रकला दिखाई गई है जो ईसा पूर्व पहली सदी से ईस्वी के पांचवीं सदी तक की है। ये सभी गुफाएं अजंता के बाद ही …
Read More »कालाराम मंदिर, नासिक, महाराष्ट्र
सनातन धर्मियों की आस्था स्थली हैं नासिक के कालाराम मंदिर व गोराराम मंदिर। कालाराम श्रद्धा-भक्ति के केंद्र हैं जो दुखहर्ता हैं। भारत के चार कुंभ स्थानों में से एक है नासिक जो गोदावरी नदी तट पर स्थित है। गोदावरी पुण्य सलिला है। नासिक में ही गोदावरी तट पर पंचवटी अवस्थित सीता गुफा के निकट है सुप्रसिद्ध कालाराम का मंदिर जो …
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