टिहरी जनपद में जौनपुर प्रखंड के सुरकुट पर्वत पर मां सुरकंडा का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। यह स्थान समुद्रतल से करीब 3000 मीटर की ऊचांई पर है। पौराणिक मान्यता के अनुसार यहां पर माता सती का सिर गिरा था। तभी से यह स्थान सुरकंडा देवी के नाम से प्रसिद्ध हो गया। कहा जाता है कि यहां पर देवराज इंद्र ने …
Read More »Pachmatha Temple, Adhartal, Jabalpur, Madhya Pradesh पचमठा मंदिर, अधारताल
अधारताल तालाब में अमावश की रात भक्तों की भीड़ होती है। यह तालाब गोंडवाना शासन में रानी दुर्गावती के विशेष सेवापति रहे दीवान अधार सिंह के नाम से बनाया गया था। यहां पर मां लक्ष्मी का मंदिर स्थित है। यह स्थान पचमठा मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह स्थान पूरे देश के तांत्रिकों के लिए साधना का विशेष …
Read More »Yamraj Mandir, Bharmour, Chamba, Himachal Pradesh भारमौर स्थित यमराज मंदिर
देवभूमि हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भारमौर में यमराज का एक मंदिर स्थित है। इसके विष्य में कहा जाता है कि यमराज मरने के पश्चात सर्वप्रथम आत्माअों को यहीं लेकर आते हैं। यह मंदिर रहस्यों से भरा पड़ा है। कुछ लोग मंदिर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। मंदिर के अंदर एक खाली कमरा है, जिसे यमराज …
Read More »भुवनेश्वरी भूखी माता मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
उज्जैन में क्षिप्रा नदी के किनारे भूखी माता का बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर में दो देवियां विराजमान है। माना जाता है कि दोनों बहने हैं। इनमें से एक को भूखी माता अौर दूसरी को धूमावती के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर को भुवनेश्वरी भूखी माता मंदिर भी कहा जाता है। कहा जाता है कि आज भी मंदिर …
Read More »Mana, Chamoli District, Uttrakhand माणा, चमोली जिला, उत्तराखंड
उत्तराखंड में स्थित देश के सीमांत गांव माणा में आने से गरीबी अौर आर्थिक तंगी से सदा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है। कहा जाता है कि इस गांव को भगवान शिव का आशीर्वाद मिला है कि जो भी यहां आएगा उसकी गरीबी दूर हो जाएगी। गणेश जी ने व्यास ऋषि के कहने पर महाभारत की रचना की थी। …
Read More »विनायक मंदिर, त्रिची (तिरुचिरापल्ली), तमिलनाडु
दक्षिण भारत का प्रसिद्ध पहाड़ी किला मंदिर तमिलनाडु राज्य के त्रिची शहर के मध्य पहाड़ के शिखर पर स्थित है। चैल राजाओं द्वारा चट्टानों को काटकर इस मंदिर का निर्माण किया गया। जहां भगवान श्री गणेश का मंदिर है। पहाड़ के शिखर पर विराजमान होने के कारण गणेश जी को उच्ची पिल्लैयार कहते हैं। यहां आने वाले दर्शनार्थी मंदिर में …
Read More »Kiradu Temple, Barmer, Rajasthan किराडू मंदिर, बाड़मेर, राजस्थान
राजस्थान के बाड़मेर जिले में किराडू मंदिर स्थित है। यह मंदिर दुनिया में अपने रहस्यों के लिए विख्यात है। शाम के पश्चात कोई भी यहां रुकने की हिम्मत नहीं करता क्योंकि कहा जाता है कि शाम के बाद यहां ठहरने वाला पत्थर का बन जाता है। एक कथा के अनुसार कहा जाता है कि वर्षों पूर्व किराडू में तपस्वी साधु …
Read More »Latu Devta Temple, Chamoli, Uttrakhand लाटू देवता का मंदिर
भारत में बहुत सारे मंदिर हैं। सभी की अलग-अलग मान्यताएं हैं। आज जिस मंदिर से हम आपको रू-ब-रू करवा रहे हैं, वह है तो मंदिर लेकिन कोई भी जागृत आंखों से दर्शन नहीं कर सकता। यहां तक की मंदिर के पुजारी भी पूजा करने से पूर्व अपनी आंखों पर पट्टी बांध लेते हैं। उत्तराखंड के चमोली जिले में देवाल नामक …
Read More »भारत का पहला जटायु मंदिर, ग्वालियर, मध्य प्रदेश
भारत का पहला जटायु मंदिर ग्वालियर में बनकर तैयार हो गया है। इस मंदिर में कल विधि-विधान से प्रतिमा की स्थापना के बाद से मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। मंदिर की स्थापना के पीछे असल भावना ‘नारी बचाओ, बेटी बचाओ‘ का संदेश लोगों तक पहुंचाना है। उल्लेखनीय है कि यह मंदिर सत्यनाराण की टेकरी गेंडेवाली सड़क के समीप हिन्दी …
Read More »Jainism
Jainism, traditionally known as Jain Shasan or Jain dharma, is an Indian religion that prescribes a path of ahimsa – nonviolence – towards all living beings, and emphasises spiritual interdependence and equality between all forms of life. Practitioners believe that nonviolence and self-control are the means by which they can obtain liberation. Asceticism is thus a major focus of the Jain faith. The three …
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