बड़ा कौन: वार्षिक परीक्षा अभी शुरू नहीं हुई थी। आठ वर्षीय अवि अपने मम्मी-पापा और दीदी के साथ दिल्ली जा रहा था। वहां उसके सबसे छोटे मामा जी की शादी थी। अवि के स्कूल में तीन छुट्टियां भी हो रही थीं इसलिए उसकी खुशी और बढ़ गई थी। बड़ा कौन: दर्शन सिंह ‘आशट’ अगले दिन सुबह सारा परिवार पटियाला से …
Read More »बदल गया टीटू: कक्षा अध्यापिका ने पढ़ाकू टीटू की पोल खोल कर रख दी
बदल गया टीटू: टीटू की पढ़ाई में कोई रुचि नहीं थी। वह दिन भर धमाचौकड़ी करता। स्कूल में उसकी न तो अध्यापकों से बनती थी और न ही उन विद्यार्थियों से, जिनकी रुचि पढ़ाई में थी मगर टीटू ने अपने घर में अपना प्रभाव एक अत्यंत पढ़ाकू बच्चे का जमा रखा था। बदल गया टीटू: प्रो. रणजोध सिंह अत: स्कूल …
Read More »चिंटू का कमाल: स्कूल में गणतंत्र दिवस का आयोजन
चिंटू का कमाल: चिंटू के स्कूल में 26 जनवरी की तैयारियां चल रही थीं। इस दिन उसके स्कूल में कई प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम होने वाले थे। उसकी कक्षा में पढ़ने वाले कई बच्चे इस प्रोग्राम में भाग ले रहे थे। चिंटू क्लास में चुपचाप बैठा था। उसे चुप देखकर आरती मैडम ने पूछा, “क्या बात है चिंटू, तुम इतने …
Read More »असलियत यों खुली: बॉर्डर पर जासूस की अनूठी कहानी
भारत, पाकिस्तान में घमासान युद्ध छिड़ा हुआ था। सीमा के निकट पड़ने वाले सभी गांव फौज ने खाली करवा लिए थे। पश्चिमी सीमा के निकट कलाणी नामक गांव था। उसे अभी खाली नहीं करवाया गया था; क्योंकि उस सीमा क्षेत्र में अभी युद्ध नहीं भड़का था। भारतीय फौज ने गांव वालों को चेतवानी दे रखी थी कि आदेश होने पर …
Read More »संकल्प: हिंदुस्तान के सैनिक की बहादुर बेटी के दृड़ निश्चय पर शिक्षाप्रद कहानी
संकल्प: नेहा की आयु 5 वर्ष थी। एक दिन जब स्कूल में Parent-Teacher meeting हुई तो किसी कारण उसकी मम्मी स्कूल न आ पाईं। नेहा को मन ही मन मम्मी पर गुस्सा आ रहा था। आखिर स्कूल में छुट्टी हुई तो नेहा सीधी घर आई। जब वह कमरे में आई तो देखा कि उसकौ मम्मी बिस्तर पर पड़ी हैं और …
Read More »छोटों को दो प्यार: आइये जाने चीते ने कैसे अपना जन्मदिन मनाया
छोटों को दो प्यार: आज चीते का जन्मदिन था, जो आजकल कुछ उदास-सा रहता था क्योंकि उसके सब बच्चे दूसरे जंगलों में रहने चले गए थे। उसकी पत्नी ने सलाह दी, “आज जंगल के जानवरों के साथ हिल-मिल कर, बातें करके अपना दिन बिताइए। आपने अपना जन्मदिन बहुत अच्छी तरह से मनाया, आपको इस बात की खुशी होगी।” छोटों को …
Read More »नए साल का जश्न: अगले पल का मालूम नहीं तो कल की चिंता क्यूँ करना
नए साल का जश्न: खीखी गाँव में आज सुबह से ही फ़िर किसी बात पर लोगों ने हँसना शुरू कर दिया था। बात इतनी सी थी कि बूढ़ी काकी ने बिना चश्में के अपनी बकरी को कुत्ता समझ लिया था और वह उसे हड़काते हुए घास चराने के लिए मैदान की ओर ले जा रही थी। पर मुखिया खिल्लड़ प्रसाद …
Read More »शिबू का नया साल: गरीब विद्यार्थी की प्रेरक कहानी
शिबू का नया साल: नया साल आने वाला था और क्लास के सभी बच्चों में खुसुर पुसुर शुरू हो गई थी। सबको पता था कि इस साल भी प्रिंसिपल सर बच्चों के साथ नए साल पर कोई बढ़िया सा आइडिया लेकर आएँगे। क्लास का मॉनीटर दीपेश डस्टर से दस बार ब्लैक बोर्ड पोंछ चुका था पर प्रिंसिपल सर ने अभी …
Read More »The Little Match-Seller: Story by Danish Author Hans Christian Andersen
The Little Match-Seller: It was terribly cold and nearly dark on the last evening of the old year, and the snow was falling fast. In the cold and the darkness, a poor little girl, with bare head and naked feet, roamed through the streets. The Little Match-Seller: Hans Christian Andersen It is true she had on a pair of slippers …
Read More »A Christmas Carol: Charles Dickens – A Ghost Story of Christmas
A Christmas Carol: Once upon a time – of all the good days in the year, on Christmas Eve – old Scrooge sat busy in his counting-house. It was cold, bleak, biting weather: foggy withal: and he could hear the people in the court outside, go wheezing up and down, beating their hands upon their breasts, and stamping their feet …
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