घर-दुकान में रखे गए अथवा सजाए गए हर सामान पर वास्तु का प्रभाव पड़ता है। फिर चाहे वो नकारात्मक हो या सकारात्मक। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बहुत सारी ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें घरोंदे अथवा कार्यस्थान पर स्थान देने से धन की देवी लक्ष्मी रूष्ट हो जाती हैं और उन जातको से मुंह मोड़ लेती हैं। वास्तु के अनुसार घर को …
Read More »वास्तु शास्त्र और आवासीय भवन के लिए भूमि Vastu Shastra For Plots
वर्तमान समय में वास्तु शास्त्र का प्रत्येक मनुष्य के जीवन में अत्यधिक महत्व है क्योंकि वास्तु अनुकूल नहीं होगा तो मानसिक शांति कैसे होगी। सुखमय जीवन के लिए वास्तु देवता की प्रसन्नता आवश्यक है इसलिए गृह पूजन में ‘स्थान देवताभ्यो नम:‘, ‘वास्तु देवताभ्यो नम:‘ आदि मंत्रों से शांति प्रदान करने का विधान है। प्रत्येक दिशा का अपना महत्व है। दिशाओं …
Read More »अकाल मृत्यु से बचाए बरगद का पेड़
केवल वृक्ष हमें बचा सकते हैं लेकिन हम तो पेड़ काट कर बेच डालने के विशेषज्ञ हैं। कभी सड़क चौड़ी करने के नाम पर, कभी बांध बनाने के नाम पर, कभी बिजली की लाइन निकालने के नाम पर, कभी स्कूल-अस्पताल बनाने के नाम पर कितने पेड़ काट कर खा गए कोई हिसाब नहीं, नए पेड़ लगवाने के नाम पर बस …
Read More »घर के मंदिर से सकारात्मक उर्जा और महालक्ष्मी कैसे पाएं
घर के मंदिर में सुबह और शाम पूजा करने से हमारे भीतर सकारात्मक उर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता खत्म हो जाती है। जिस घर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है वहां सभी दैवीय शक्तियां अपना स्थायी बसेरा बनाती हैं। घर के पूजा घर से संबंधित छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखने से पूजन का श्रेष्ठ फल …
Read More »रसोईघर वास्तुशास्त्र
रसोईघर अर्थात किचन रूम की आवश्यकता सभी घरों में होती है। इस कक्ष के बिना मकान की कल्पना तक नहीं की जा सकती। शारीरिक ऊर्जा को विकसित करने के लिए तथा अच्छे स्वास्थ्य के लिए रसोईघर मकान की किस दिशा में स्थित तथा किस दिशा में स्थित न हो इसका वर्णन वास्तुशास्त्र के आधार पर प्रस्तुत है। रसोईघर में सामान …
Read More »खाना खाने के बर्तन और वास्तुशास्त्र
हमारा जीवनचक्र मूलतः पंचतत्व पर आधारित है। जल, अग्नि, वायु, भूमि और आकाश ही संपूर्ण ब्राहमांड का मूल है। हमारा भोजन भी इन्हीं पंचतत्व द्वारा निर्मित है। जीवन हेतु वायु तथा जल उपरांत सर्वाधिक महत्वपूर्ण भोजन ही माना जाता है। वास्तु तथा ज्योतिष शास्त्र में भोजन से संबंधित कई महत्वपूर्ण कथन बताए गए हैं। वास्तुशास्त्र में ऐसा वर्णित है की …
Read More »अगर ऐसा होता है तो धन, नाम और यश मिट्टी में मिल जाता है
वास्तुशास्त्र अनुसार जब किसी व्यक्ति के निवास यां कार्यक्षेत्र का देव स्थान दूषित होता है अर्थात किसी के घर में उत्तर-पूर्व कोण में शौच बना हो, ईशानकोण में सूर्य का प्रकाश न आता हो यां ईशानकोण अत्यधिक भारी हो गया हो। जिस स्थल का उत्तर-पश्चिम कोण बंद हो अर्थात जहां वायु का आवागमन बंद हो। जिस स्थान पर पूर्व व …
Read More »मंत्र जाप और दिशायें
देव या इष्ट सिद्धि के लिए मंत्र जप का विशेष महत्व है। मंत्र जप न केवल कामनापूर्ति का श्रेष्ठ साधन है, बल्कि यह दैवीय व आध्यात्मिक शक्तियों द्वारा मन व शरीर को ऊर्जावान, एकाग्र व संयमशील भी बनाता है। इसका लाभ चरित्र, स्वभाव और व्यवहार में अनुशासन व अच्छे बदलावों के रूप में मिलता है। बहरहाल, मंत्र जप की सांसारिक …
Read More »तरक्की में बाधक इन चीजों को घर से बाहर रखें
आजकल रोजमर्रा की अधिकतर वस्तुएं पैकिंग में आती हैं। इस कारण हर घर में रोजाना काफी कूड़ा निकलता रहता है। दिन भर निकलने वाले ऐसे कुड़े को कभी भी घर के ईशान कोण और मुख्य द्वार के सामने एकत्रित नहीं करना चाहिए। इन दो स्थानों को छोड़कर घर से निकलने वाला सभी प्रकार का कूड़ा कचरा घर में कहीं पर …
Read More »घर के मुख्य द्वार प्रतीक है धन, सफलता व उन्नति का
वास्तु के अनुसार घर को सजाना-संवारना, साफ-सुथरा रखना एक जरूरत है। जो वहां रहने वालों के जीवन की बाधाएं दूर कर खुशियां और सफलता दिलाने में सहायक होता है। घर का मुख्य द्वार वास्तु दोष से मुक्त होना अत्यंत आवश्यक है। यदि इसमें कोई दोष हो, तो इसे तुरंत वास्तु उपायों के द्वारा ठीक कर लेना चाहिए। माना जाता है …
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