वैलेंटाइन्स-डे: जोड़े बनाने का दिन

वैलेंटाइन्स-डे: जोड़े बनाने का दिन

प्यार एक ऐसा खूबसूरत एहसास है जिसे कुछ शब्दों में परिभाषित करना मुश्किल है। जितना आसान यह दिखता है, इसकी राहें उतनी ही कठिन हैं। इसकी गहराई केवल इसे जीने वाला ही समझ सकता है। एक-दूसरे को प्यार करना या थोड़ा समय रोमांस कर लेना प्रेम नहीं है, एक दूसरे को समझना, सम्मान और अहमियत देना सच्चे प्रेम मायने हैं। ‘वैलेंटाइन्स-डे‘ यानी विश्वभर के प्रेमियों का दिन, अनेक रूढ़ियों को तोड़ता तथा दिलों के रिश्तों को मजबूत बनाता एक खास दिन जब पूरी दुनिया प्रेम में डूबी होती है। यूरोप के इतिहास के अनुसार मध्य युग में इस प्रथा का आरंभ इटली से माना जाता है। मध्ययुगीन यूरोप में यह विश्वास प्रचलित था कि 14 फरवरी से पक्षी अपने जोड़े बनाने शुरू करते हैं, शायद यही वजह प्रेम-दिवस की शुरुआत कही जा सकती है। ऐसा भी माना जाता है कि यह दिन मूल रूप से रोम के एक संत वैलेंटाइन के नाम पर रखा गया है परंतु ऐतिहासिक दृष्टि से इसमें काफी मत हैं। 1260 में संकलित की गई पुस्तक ‘आरिया ऑफ जैकोबस डी वॉरजिन‘ में संत वैलेंटाइन का जिक्र है जिसके अनुसार रोम में तीसरी शताब्दी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था। उसके अनुसार विवाह करने से पुरुषों की ताकत और बुद्धि कम हो जाती है, उसकी इसी सोच के कारण उसने यह घोषणा कर दी कि उसकी सेना का कोई भी व्यक्ति विवाह नहीं करेगा। संत वैलेंटाइन ने इस क्रूर आदेश का विरोध करते हुए अनेक सैनिकों के विवाह करवाए। तब क्लॉडियस ने 14 फरवरी सन 269 को संत वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया, तब से उनकी स्मृति में यह दिन मनाने की परंपरा की शरुआत हुई।

क्या है प्यार

प्यार हर रूप में केवल प्यार है जो एक पवित्र भावना के साथ इंसान को खुदा के साथ जोड़ देता है। प्यार वहां से शुरू होता है जहां से सब शब्द और परिभाषाएं गौण हो जाती हैं। प्यार में समर्पण बहुत मायने रखता है। अगर आप सच में किसी से प्यार करते हैं तो उसे उसकी अच्छाइयों और बुराइयों के साथ स्वीकारना सीखें। बिना किसी उम्मीद के उसका ख्याल रखें और उसके अच्छे के बारे में सोचें। अपने पार्टनर पर ऐसी बंदिशे न लगाएं कि वह आपके अनुसार ही चले। माना कि प्यार में थोड़ी बंदिशे जरूरी होती हैं परंतु उनकी इंतेहा नहीं होना चाहिए। यह रिश्ता बहुत नाजुक होता है इसलिए इसे समझदारी और धैर्य से संभालना जरूरी है। आपके रिश्ते में पारदर्शिता जरूरी है, अगर आप दोस्त बनकर हर बात समझेंगे तो आपका विश्वास कभी नहीं टूटेगा।

बदल रहे हैं वैलेंटाइन के मायने

अब वैलेंटाइन-डे केवल प्रेमी-प्रेमिका के प्रेम के प्रतीक के रूप तक ही सीमित नहीं रहा है। अपने प्यार को प्रदर्शित करने का चलन घर-परिवार में भी अपनी पांव पसार रहा है। प्यार के खूबसूरत एहसास और इसकी गरिमा को बरकरार रख कर हम अपने बड़े होते बच्चों को तोहफे देकर और उनके साथ कुछ पल बिताकर उन्हें मर्यादित तरीके से इस दिन को मनाने के पहलू से अवगत करा सकते हैं क्योंकि कई बार टीनएजर बच्चे वैलेंटाइन-डे की उत्सुकता में कुछ गलत हरकतें कर बैठते हैं। ऐसे में उन्हें अपने घर-परिवार से मिले सहयोग से समझ आ जाएगा कि यह दिन शालीन रिश्तों और अपनों संग प्यार प्रदर्शित करने तथा प्यार को और अधिक प्रगाढ़  बनाने का दिन है। अपने घनिष्ठ दोस्तों एवं पारिवारिक सदस्यों के लिए अपनी व्यस्त दिनचर्या से एक दिन का समय निकाल कर उसे सबके लिए खास बना देना ही वैलेंटाइन-डे का मुख्य उद्देश्य है।

वैलेंटाइन गिफ्ट्स

अपने किसी खास को इस दिन ऐसा तोहफा दें जो उसके दिल पर आपकी गहरी छाप छोड़ दे। अगर गर्लफ्रैंड को गिफ्ट देने की सोच रहे हैं तो चॉकलेट, फ्लॉवर्स, ड्रैस, ज्यूलरी, परफ्यूम या लैदर बैग के अलावा ‘सरप्राइज्ड कैंडल लाइट डिनर’ एक बहुत ही रोमांटिक ऑप्शन हो सकता है। ब्वॉयफ्रैंड को गिफ्ट देना हो तो उन्हें ट्रेंडी वॉच, फ्लॉवर्स, टी-शर्ट-जींस, शेविंग किट या हार्टशेप एक्सैसरीज दी जा सकती है। अगर आपका बजट ज्यादा है तो उनकी गैजेट्स के प्रति पसंद को देखते हुए इस पर भी विचार करना बेहतर होगा। इसके अतिरिक्त एक-दूसरे के लिए लव-मैसेज लिखे मग, फोटो-फ्रेम, टैडी, की-रिंग्स व अन्य डैकोर एक्सैसरीज की विस्तृत रेंज बाजार में उपलब्ध है।

Check Also

28 Years Later: 2025 British post-apocalyptic horror film

28 Years Later: 2025 British post-apocalyptic horror film

Movie Name: 28 Years Later Directed by: Jonathan Entwistle Starring: Jodie Comer, Aaron Taylor-Johnson, Ralph Fiennes, …