सूर्योपासना का महापर्व छठ
छठ पूजा, सूर्योपासना का एक बड़ा पर्व है. यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है. छठ पूजा, सूर्य, उनकी पत्नी उषा और प्रत्यूषा, प्रकृति, जल, वायु, और सूर्य की बहन छठी मैया को समर्पित है.
छठ पूजा से जुड़ी कुछ खास बातें:
छठ पूजा, कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाई जाती है.
इस पर्व में चार दिनों तक सूर्य देव की भक्ति की जाती है.
इस दिन व्रती स्नान करके शुद्ध होते हैं और सूर्य देव से अपने दुखों का अंत करने की प्रार्थना करते हैं.
छठ पूजा में खरना के बाद अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और आखिर में उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत पूरा होता है.
छठ पूजा के बारे में पौराणिक मान्यताओं और लोकगाथाओं के मुताबिक, यह भारत के आदिकालीन सूर्यवंशी भरत राजाओं का मुख्य पर्व था.
सूर्य पूजा में तांबे के लोटे और तांबे की थाली का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है.
सूर्य को जल अर्पित करते समय ॐ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए.