विश्व का महानतम अपराजित खिलाड़ी फ्लायड मेवेदर जूनियर, मुक्केबाजी की दुनिया में ‘द बैस्ट एवर‘ के नाम से प्रसिद्ध है उसने पेशेवर मुक्केबाजी में 1996 से लेकर अब तक के बाद विश्व की महान हस्तियों को पछाड़ क्र कई रिकार्ड बनाए हैं। उसने वर्ष 2015 में 2814 करोड़ रुपए कमा करके नया रिकार्ड बनाया और विश्व का एक वर्ष में सबसे अधिक रकम कमाने वाला व्यक्ति बना। इस मुकाम पर शायद ही कोई खिलाड़ी पहुंच सके।
यही नहीं मेवेदर ने जून 2014 से जून 2015 तक दो मुक्केबाजी मुकाबलों से 30 करोड़ डालर कमाए जो विश्व रिकार्ड है। मैत्री पैकियाओ के साथ 2 मई 2015 को बाक्सिंग के इतिहास के सबसे महंगे मुकाबले में उसे २४ करोड़ डालर ईनाम में मिले थे जो फिर एक विश्व रिकार्ड है। जून 2014 से जून 2015 तक 30 करोड़ डालर कमाने कारण अमेरिका की प्रसिद्ध ‘फ़ोर्ब्स पत्रिका‘ ने फ्लायड मेवेदर जूनियर को’ वर्ल्ड्स हाईएस्ट पेड सैलिब्रिटी- 2015‘ के सम्मान से सम्मानित किया। मेवेदर को इस ऊंचाई पर पहुंचाने का श्रेय उसके पिता फ्लायड मेवेदर सीनियर को जाता है।
मेवेदर ने 1996 ओलिम्पिक में पदक जीतने के पश्च्यात अक्टूबर 1996 में पेशेवर मुक्केबाजी में प्रवेश किया। 17 मुक्काबलों में सफलता के पश्च्यात 30 अक्टूबर 1998 में सिर्फ 2 वर्ष के अंतराल में ही विश्व के सर्वोत्तम विजेता जिनैरी हर्नाडेज को 8 वें चक्र में नाकआऊट करके विश्व मुक्केबाजी परिषद तथा द रिंग का 130 पौंड का सुपर फैदर वेट ख़िताब प्राप्त किया।
फ्लायड मेवेदर ने 2013 में शो-टाइम्स के साथ 30 महीने की 44 करोड़ डालर की डील की जो खेल जगत में सबसे बड़ी डील है। मई 2013 में इसने राबटों गुएरियो को हरा कर 3 करोड़ 20 लाख डालर जीते और सितम्बर 2013 को सेल अल्वरेज को पराजित करके विश्व मुक्केबाजी परिषद तथा द रिंग का ताज प्राप्त किया। इस मुकाबले में मेवेदर रिकार्ड 8 करोड़ डालर मिले।
2 मई 2015 को मेवेदर का एक ऐतिहासिक मुकाबला विभिन्न वर्गो में 8 विश्व खिताब के विजेता मैत्री पैकियाओ से हुआ। ‘फाइट ऑफ़ दी सेंचुरी‘ के इस मुकाबले को विश्व करोड़ों लोगों ने महंगी से महंगी टिकट खरीद कर देखा। इस मुकाबले से आयोजकों को 60 करोड़ डालर से ज्यादा की कमाई हुई। शुरू में इस मुकाबले में ईनाम राशि 25 करोड़ डालर रखी गई थी परंतु इतनी ज्यादा कमाई होने के कारण मेवेदर को इस मुकाबले के पश्च्यात 24 करोड़ डालर और पैकियाओ को 16 करोड़ डालर ईनाम में मिले।
आज तक मुक्केबाजी के इतिहास में ‘फाइट ऑफ दी सैंचुरी‘ के नाम से तीन मुकाबले हुए वे भी सिर्फ विश्व हैवीवेट ख़िताब के लिए।
मुक्केबाजी की दुनिया में यह पहला अवसर हैं कि 147 पौंड के वेल्टर वेट के फलायड मेवेदर जूनियर-मैत्री पैकियाओ के मुकाबले को ‘फाइट ऑफ द सैंचुरी‘ की संज्ञा दी गई। मेवेदर इस समय विश्व मुक्केबाजी परिषद, विश्व मुक्केबाजी एसोसिएशन विश्व मुक्केबाजी संगठन तथा द रिंग का 147 पौंड का वेल्टर वेट विजेता और विश्व मुक्केबाजी परिषद, विश्व मुक्केबाजी एसोसिएशन और द रिंग के 154 पौंड का लाइट मिडलवेट का विजेता है।
मेवेदर जून 2015 से दिसम्बर 2015 तक 12 करोड़ डालर अर्जित कर चुका है जिससे ‘फोर्ब्स’ की 2016 की सूची में फिर उसके प्रथम स्थान पर आने के आसार को गए हैं।
फ्लायड ने कभी भी अपने दर्शकों को निराश नहीं किया। बड़ा से बड़ा जोखिम उठा कर खेलना तथा बिजली जैसी तेजी प्रहार करना उसकी विशेषता है। उसका नजाकत भरे अंदाज में रिंग में आना तथा फुटवर्क द्वारा आगे-पीछे, बाएं-दाएं, एक कदम बाएं होना – पत्येक कोण से प्रतिद्वंद्वी पर प्रहार करना इतना मनोहारी होता है कि उसके इस अंदाज पर लोग कुर्बान हो जाते हैं। मेवेदर ने मुक्केबाजी को नंबर वन खेल बना दिया है जो आज तक कोई भी अन्य मुक्केबाज नहीं कर पाया।