माना जाता है कि बेसबॉल खिलाड़ी पैट ब्राऊनिंग वह पहला खिलाड़ी था जिसने पहली बार ‘स्लगर’ से बेसबॉल को हिट किया था। यह वर्ष था 1884 जब एक गेम के बीच पैट का बैट टूट जाने पर एक युवक ने उसे नया बैट पकड़ाया। वह बैट आगे चलकर अमेरिका में विख्यात हुए बेसबॉल बैट ‘
लूईस स्लगर‘ का पहला रूप था। गत लगभग 130 वर्षों से यह बैट अमेरिका की प्रमुख बेसबॉल प्रतियोगिता ‘मेजर लीग बेसबॉल’ जितना ही मशहूर हो गया। दिलचस्प है कि जिस जर्मन प्रवासी फैड्रिक हिलेरीच की लूइसविले स्थित लकड़ी की वर्कशॉप में वह पहला बैट तैयार हुआ था वह फर्नीचर आदि अन्य सामान तैयार करते थे और उन्हें बेसबॉल का खेल जरा भी पसंद नहीं था। असल में उनका बेटा बड इस खेल को पसंद करता था और उसी ने वह पहला बैट बनाया था। जल्दी ही अन्य खिलाड़ी भी उसके बनाए बैट की मांग करने लगे जिसे वह हिकोरी नामक लकड़ी से बनाता था। हाथों से बनाए जाने वाला ‘लूइसविले स्लगर’ जल्द ही इस खेल के बड़े सितारों के इस्तेमाल किए जाने से लोकप्रिय हो गया। आज हिलेरिक एंड ब्रैडस्बी कम्पनी 18 लाख बैट प्रतिवर्ष तैयार करती है। अमेरिका में बेसबॉल के खेल के इतिहास में इस बैट का भी बड़ा योगदान रहा है।
अब ये बैट ‘एश’ तथा ‘मैपलवुड’ जैसी लकड़ियों से बनाए जाते हैं जो नियाग्रा फॉल्स के करीब स्थित अमेरिकी व कनाडा के जंगलों से आती हैं। हालांकि, अब इस कम्पनी को कई अन्य बैट निर्माताओं से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है। गतवर्ष मार्च हिलेरीच परिवार ने ब्रांड में अपनी हिस्सेदारी 70 मिलियन डॉलर में एक खेल सामान निर्माता कम्पनी विलसन को बेच दी। लूइसविले में फैक्टरी के साथ ही ‘लूइसविले स्लगर म्यूजियम’ भी स्थित है जहां बच्चे अपने प्रिय खिलाडियों द्वारा ऑटोग्राफ किए गए बैट्स के साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं। आगंतुकों को वह बैट भी विशेष रूप से पसंद आता है जो मशहूर खिलाड़ी बेब रुथ का था और उस पर उनके द्वारा हिट किए गए प्रत्येक रन के बदले में एक निशान उकेरा हुआ है।
म्यूजियम में बनी दुकान में लोग बैट पर अपना नाम लिखवा सकते हैं। इस संग्रहालय के ठीक बाहर एक विशालकाय बेसबॉल बैट भी हर किसी का ध्यान आकर्षित करता है जिसे 30 टन स्टील से बनाया गया है और यह 5 मंजिला ऊंचा है।