2 जुलाई, 1961 को अंदर से बुरी तरह से टूट चुके इस लेखक ने इसी घर के बरामदे में अपने ही हाथों से अपनी जीवनलीला (committed suicide) खत्म कर ली थी। हैमिंग्वे अपनी चौथी पत्नी के साथ इस घर में रहने के लिए वर्ष 1959 की शरद या पतझड़ के मौसम में आया था। वह अपने प्यारे स्थल क्यूबा को छोड़ कर यहां आए थे। उन्हें लगता था कि इलाके का रुखा मौसम और इस घर का अग्रिरोधी निर्माण उनकी रचनाओं के लिए सुरक्षित साबित होगा। हालांकि, इस घर में वह ज्यादा वक़्त नहीं गुजार सके और यहां उनकी खुशीयों तथा रचनात्मकता दोनों की अवधि बहुत कम रही।
बिगड़ती सेहत की वजह से वह अपने प्रिय शौक शिकार से दूर थे और उन्हें खड़े होकर लिखने की भी आदत थी। अवसाद के उपचार (Depression Treatment) हेतु उन्हें बिजली के झटके दिए जाते थे और धीरे-धीरे वह अपनी याददाश्त भी खोते जा रहे थे। इससे उनकी लेखन क्षमता भी प्रभावित हो रही थी। ऐसे में इस घर में रचित अपनी अंतिम शानदार पुस्तक ‘ए मूवेबल फीस्ट (A Moveable Feast)’ लिखने पर उन्हें कुछ ज्यादा ही मेहनत करनी पड़ रही थी।
गत वर्ष अगस्त में इस लिविंग म्यूजियम को अमेरिका के ‘नेशनल रजिस्टर ऑफ हिस्टोरिक प्लेसिज’ की में स्थान दिया गया है। इस संबंधी सूचना देती एक पट्टिका घर के उसी प्रवेश स्थल पर लगी है जहां शिकार के इस शौकीन लेखक ने 61 वर्ष की उम्र में शॉटगन से अपनी जान ले ली थी।
फिलहाल इस हैमिंग्वे के इस घर को देखने के लिए ‘नेचर कंसेर्वेन्सी (The Nature Conservancy)’ से विशेष इजाजत लेनी पड़ती है क्योंकि यहां लोगो के ज्यादा आने-जाने पर पड़ोसियों को आपत्ति है परन्तु इसे लेखकों के लिए आश्रय स्थल का रूप देने या जनता के लिए खोलने की योजना पर काम जारी है।
केचुम शहर के साथ हैमिंग्वे का पहला संबंध 1939 का है जब उन्हें ‘सन वैली रेजॉर्ट’ के स्वामी ने उन्हें रेजॉर्ट में ठहरने के लिए आमंत्रित किया था। हैमिंग्वे को निःशुल्क ठहरने तथा मेहमान नवाजी के बदले में मशहूर लोगों को यहां आकर्षित करके इसकी लोकप्रियता बढ़ाने का काम सौंपा गया था।
अपनी प्रेयसी तथा भविष्य में उनकी पत्नी बनी युद्ध पत्रकार मारथा गैलहोर्न के साथ तब वह इस रेजॉर्ट के सुइट नं. 206 में रुके थे। आज इस होटल की दीवारों पर उनकी कई तस्वीरें लगी हैं जिनमें वह शिकार करते व शोरगुल मचाते हुए मस्ती करते दिखाई देते हैं। इसी सुइट में उन्होंने ‘फोर ह्यूम द बैल टॉल्स (For Whom the Bell Tolls)’ की रचना की थी जिससे उन्हें खूब प्रसिद्धि तथा धन अर्जित हुआ।
हैमिंग्वे शिकार के बहुत शौकीन थे और सन वैली में शिकार की एक यादगार घटना को एक लघु कहानी ‘द शॉट’ में उन्होंने हमेशा के लिए अमर भी किया है।
अपने सम्पर्कों से हैमिंग्वे ने सन वैली को मशहूर लोगों में एक स्की रेजॉर्ट के रूप में लोकप्रिय बना दिया।
केचुम कब्रिस्तान में हैमिंग्वे की सादी-सी कब्र दो पेड़ों के मध्य स्थित है। इसके बाईं ओर उनकी अपनी पत्नी मैरी की कब्र है जो 1986 में अपने निधन तक इसी शहर में रहीं। उन्होंने ही हैमिंग्वे हाऊस को ‘नेचर कंसेर्वेन्सी’ को दान कर दिया था जिसने शुरुआत में इसे दफ्तर के रूप में प्रयोग किया।
इस इलाके में हैमिंग्वे से जुड़ी कई यादें, स्थल तथा चीजें मौजूद हैं। सन वैली संग्रहालय में वह टाइपराइटर प्रदर्शित है जिसका प्रयोग हैमिंग्वे ने किया था। यहां के सामुदायिक पुस्तकालय में हैमिंग्वे के कई कागजात तथा रैफ्रैंस वर्क्स देखे जा सकते हैं। यहां हर वर्ष अर्नेस्ट हैमिंग्वे फैस्टिवल भी आयोजित होता है।
केचुम कोरल भी यहीं है जिसे अब मैकडोनल्ड्स कैबिन्स कहा जाता है, जहां सन् 1946 में हैमिंग्वे अपनी पत्नी मेरी के साथ रहे थे। हैमिंग्वे से इतर भी केचुम में खोज करने के लिए कई आकर्षण हैं। यहां की फ्लाई फिशिंग, स्कीइंग तथा व्हाइट वाटर विश्व स्तरीय हैं। यहां कुदरती नजारों की भी कोई कमी नहीं है।