‘बंदूक का जवाब बंदूक से देंगे’: ‘हमारे बारह’ का इस्लामी कट्टरपंथियों ने किया विरोध तो भड़के अन्नू कपूर, ‘जनसंख्या जिहाद’ पर बनी है फिल्म
उन्होंने कहा कि जो लोग बंदूक की बात करेंगे, उन्हें वो भी बंदूक से ही जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत और अवैयक्तिक रूप से वो नास्तिक हैं।
अन्नू कपूर की एक फिल्म आ रही है, ‘हम दो हमारे बारह’, जिसे लेकर वो विवादों में घिर गए हैं। मुस्लिम कट्टरपंथी उनकी आलोचना कर रहे हैं, क्योंकि इस फिल्म में ‘जनसंख्या जिहाद’ की समस्या को दिखाया गया है और साथ ही जनसंख्या विस्फोट की समस्या को दर्शाया गया है। वहीं इस्लामी कट्टरपंथी कह रहे हैं कि इसके जरिए मुस्लिमों को निशाना बनाया गया है। फिल्म को ये भी दिखाया गया है कि कैसे मुल्ला-मौलवी महिलाओं को एक वस्तु की तरह समझते हैं।
फिल्म को प्रतिबंधित किए जाने की माँग के बीच फिल्म के कलाकारों को हत्या की धमकियाँ भी मिल रही है। वहीं फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे अन्नू कपूर ने कहा है कि वो अच्छे पैसों के लिए ये फिल्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड (CBFC) ने इस फिल्म को पास कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग बंदूक की बात करेंगे, उन्हें वो भी बंदूक से ही जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत और अवैयक्तिक रूप से वो नास्तिक हैं। उन्होंने कहा कि निर्माता-निर्देशक को लगा कि इस कहानी को पर्दे पर उतारने के लिए वो सही आदमी हैं।
अन्नू कपूर ने कहा कि उन्होंने इस किरदार के साथ न्याय करने का पूरा प्रयास किया है, बाकी चीजों से उन्हें फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि उनका काम है फिल्म में अभिनय कर के अपने किरदार के साथ न्याय करना और उन्होंने अपना काम किया है। उन्होंने कहा कि वो धार्मिक इंसान नहीं हैं, उन्हें धर्म या राजनीति से कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने कहा कि वो पैसे के लिए काम करते हैं, लेकिन वो न चोरी करेंगे, न जेब काटेंगे, न गला घोंटेंगे और न ही देश को बेचेंगे।
#AnnuKapoor REACTS To Ban On #HamareBaarah: 'If They Bring A Gun, We Shall Also…'https://t.co/xiNAhX6aKQ
— Free Press Journal (@fpjindia) June 3, 2024
अन्नू कपूर ने कहा कि लोग हर समय प्रोपेगंडा की बात करते रहते हैं, वो इससे परेशान नहीं हैं। उन्होंने दर्शकों से निवेदन किया कि वो फिल्म को देखें और तय करें कि फिल्म कह क्या रही है। उन्होंने पूछा कि बिना फिल्म देखे लोग क्यों जज कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि जिसे उनकी फिल्म के खिलाफ आवाज़ उठानी है वो शब्दों का इस्तेमाल करें न कि बंदूकों का, अगर वो बंदूक ला सकते हैं तो हम भी लाएँगे। उन्होंने कहा कि फिल्म को गाली दिए जाने का अर्थ है कि वो हार गए हैं, हम जीत गए हैं।