Jahangir National University : Movie Name
Directed by: Vinay Sharma
Starring: Urvashi Rautela, Siddharth Bodke, Ravi Kishan, Vijay Raj, Piyush Mishra, Rashami Desai
Genre: Drama
Running Time: – Minutes
Release Date: 21 June, 2024
Rating:
Budget: ₹ – Crore
The university in the film is fictional but its name is similar to that of Jahangirnagar University (Bangladesh) and evokes above all JNU in Delhi, although whether the film is based on real events related to this institution (JNU 2016 sedition controversy, JNU attack) remains unclear so far.
Jahangir National University: Overview
Jahangir National University is an upcoming Hindi-language drama thriller film directed by Vinay Sharma and produced by Pratima Datta under the banner of Mahakaal Movies Pvt. Ltd. The film stars Urvashi Rautela, Ravi Kishan, and Piyush Mishra as lead characters.
The film’s poster and its tagline “Can one educational university bring down the nation?” have been subject to controversy, the SFI, the students wing of the Communist Party of India (Marxist), for instance, calling this film a “propaganda”.
The film’s release had been announced for April, 5 2024 but later postponed. Now film is scheduled to release on 21 June 2024.
Storyline:
JNU depicts the story of a small towner Sourabh Sharma who is now a student of JNU. There he gets restless with the various activities of left-wing students who are anti-national and raises his voice against them. Sourabh finds Akhilesh Pathak(baba) as his charioteer who guides him on his path of opposing leftist domination in JNU. On this path Sourabh finds Richa as his life partner and a supporting force. Where left gang was remained untouched they were challenged heavily by Sourabh and right-wing which makes them restless as Sourabh enters the politics of JNU by winning one of their on-holding elections creating a history in JNU. Holding the post of one of the counselor, he opposes the anti- national agenda of leftists and supports the work in favour of students of JNU; Which makes him gain the popularity within the students. Sourabh with support of baba keeps opposing all their anti-national protests and the activity of love jihad happening in the institute. In 2014, Sourabh wins the election against the dominating left wing party on the position of joint secretary of the university; Breaking the entire ruling of left wing, which was supported by the administration of the university. In 2019, while the ruling of Arushi Ghosh as president of JNU student union was announced by the government, to raise the fees of JNU students – opposed by the left wing students. The students supporting the fees hike were beaten badly which included ABVP students who were acting to protect them. Later, one night in JNU, ABVP students united and acted violently against left wing and that was supported by local bodies.
बात ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ की हो या ‘आजादी गैंग’ की या फिर दिल्ली में हिंदू विरोधी दंगों की… इनकी जड़ों में एक ही नाम मिला, -JNU (जेएनयू) का। इस यूनिवर्सिटी को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है। कई गंभीर आरोप यहाँ से जुड़े छात्रों पर भी लगते हैं। ऐसे में जेएनयू नाम से एक फिल्म आ रही है, जिसका पूरा नाम जेएनयू: जहाँगीर नेशनल यूनिवर्सिटी रखा गया है। इस फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर भी जारी हो गया है, जो भगवा रंग में है। खास बात ये है कि जेएनयू की पहचान जिन गलत चीजों के लिए बनती जा रही थी, उन्हीं मुद्दों को इस फिल्म में दिखाया जाने वाला है, जिसमें बॉलीवुड के मंझे कलाकार नजर आएँगे। ये फिल्म 5 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
जेएनयू फिल्म के पोस्टर में भगवा रंग में भारत का नक्शा दिखाया गया है, जो एक मुट्ठी में जकड़ा हुआ है। उसी नक्शे पर फिल्म की टैगलाइन – क्या एक एजुकेशनल यूनिवर्सिटी देश को तोड़ सकती है? (Can One Educational University Break The Nation?) भी लिखा हुआ है। इसके नीचे कई हाथ नारेबाजी की मुद्रा में उठे हुए हैं। इस फिल्म में पीयूष मिश्रा, रश्मि देसाई, उर्वशी रौतेला जैसे नामी चेहरे दिखेंगे, तो भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन भी इस फिल्म में नजर आएँगे। इस फिल्म का लेखक और डायरेक्शन विनय शर्मा कर रहे हैं।
‘जेएनयू: जहाँगीर नेशनल यूनिवर्सिटी’ का पहला पोस्टर सामने आते ही हंगामा मच गया है। जेएनयू जिस वामपंथी चरित्र की वजह से बदनाम हो चुका है, उसी वामपंथी गैंग के लोग सोशल मीडिया पर हंगामा मचाते नजर आ रहे हैं। जाने-माने वामपंथी लेखक और हिंदू विरोधी लेखन के लिए कुख्यात इरफान हबीब ने तो पोस्टर के जारी होते ही रोना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “जेएनयू को लेकर एक सनक रहा है। ये सिर्फ इसलिए, क्योंकि ये सोचने की आजादी देता है। जेएनयू ने पूरे भारत के वंचितों को जगह दी है। विचारों और संस्कृतियों का एक सच्चा मेल यहाँ होता था। यही एकमात्र वजह है कि इस प्रमुख संस्थान को हर दिन निशाना बनाया जा रहा है और उसे कमजोर किया जा रहा है।”
अक्सर आईडिया ऑफ इंडिया की जगह आईडिया ऑफ ब्रेकिंग इंडिया पर ट्वीट करने वाली कथित पूर्व पत्रकार रिया (असली नाम Andrea D Souza) ने लिखा, “जेएनयू के छात्र क्यों नहीं कदम (विरोध) उठाते? जवाहर लाल नेहरू वो नहीं है, जो फेक प्रोपेगेंडा फिल्में दावा कर रही हैं। जेएनयू को खुद ऐसे प्रोड्यूसर्स के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाने चाहिए।”
कुछ लोगों ने वामपंथियों की छटपटाहट को पकड़ लिया और अपनी प्रतिक्रिया दी। सोशल स्क्रिप्ट नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, “कश्मीर फाइल्स, द केरला स्टोरी, आर्टिकल 370, स्वातंत्र्य वीर सावरकर के बाद अब आ रही है जेएनयू। पाँच अप्रैल को तैयार रहें लेफ्टिस्ट एजेंडा को समझने के लिए, उन्होंने भारत देश के टुकड़े करने के लिए किस तरह की तरकीबें अपनाई।
बता दें कि 5 अप्रैल को रिलीज होने जा रही फिल्म जेएनयू-जहाँगीर नेशनल यूनिवर्सिटी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी पहले से चर्चा हो रही है। इस फिल्म को महाकाल मूवीज के बैनर तले बनाया जा रहा है।
Jahangir National University: Movie Trailer
Movie Review:
Blatant propaganda bereft of facts
The film portrays the 2016 JNU sedition row and the events that follow from the right-wing perspective.
Jawaharlal Nehru University (JNU) has for decades been India’s premiere institute for humanities. Over the last 10 years, though it has been at the centre of the larger struggle between two contrasting ideas of India, it has retained its academic excellence. Thus, it baffles the audience that one would make a film to showcase one’s visceral hatred for JNU at the cost of facts.
The film chronicles student activism in JNU through the eyes of Saurabh Sharma, a student. The campus is dominated by left-wing organisations. Sharma befriends Akhilesh Pathak and Richa Sharma (Urvashi Rautela), who share his hatred for the left. They clash with Krishna Kumar (Atul Pandey), Saira Rashid (Shivjyoti Rajput) and their comrades, and join the AIVP (ABVP).
The venture pretends to be a work of fiction. However, it’s obvious that the concerned individuals are thinly veiled representations of Kanhaiya Kumar and Sheila Rashid. The film portrays the 2016 JNU sedition row and the events that follow from the right-wing perspective. Sharma portrays the right’s antipathy for the former PM and the university named after him by repeatedly showing Jawaharlal Nehru’s statue in a derogatory manner. This, despite two of the ruling party’s top ministers (Nirmala Sitharaman and S Jaishankar) being alumni of JNU.
By hiding facts of the 2016 sedition case, showing custodial violence against the accused and glorifying police apathy to wide-scale intra-campus violence, the film comes out as blatantly partisan. The constant slurs against religious and sexual minorities make the film downright distasteful.
Movie Songs:
Song TItle: Main Nahi Manta
Lyrics: Danish Rana
Music: Vijay Verma
Singer: Piyush Mishra
Song TItle: Sannata
Singers: Sonu Nigam, Lakshay Sharma & Supriya Pathak
Music: Vijay Verma
Lyrics: Rajesh Manthan
यहाँ के मगरमच्छ हम हैं… जहाँगीर नेशनल यूनिवर्सिटी (JNU) का टीजर आ गया, टुकड़े-टुकड़े का मंसूबा पालने वाले हो रहे बेनकाब
जेएनयू फिल्म का पोस्टर 12 मार्च 2024 को जारी किया था। जिसमें एक हाथ भारत के नक्शे को पकड़े हुए दिखाई दे रहा था। फिल्म का पोस्टर जारी होते ही वायरल हो गया। वहीं फिल्म का टीजर रिलीज कर दिया गया है, जिसने आते ही सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है।
उर्वशी रौतेला और विनय शर्मा की फिल्म ‘जेएनयू: जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी’ काफी समय से चर्चा में बनी हुई है। अब इस फिल्म का मंगलवार (19 मार्च 2024) को टीजर रिलीज कर दिया गया है। इसके टीजर में छात्र राजनीति और यूनिवर्सिटी के अंदर चल रही राजनीति को दिखाने की कोशिश की गई है। इस फिल्म में कॉलेज जाने वाले छात्रों का वो चेहरा दिखाया जाएगा, जो रोमांस से दूर राजनीति के बारे में क्या सोचता है और क्या करना चाहता है। वहीं, जेएनयू जैसी यूनिवर्सिटी किस तरह से ‘देश विरोधी कामों’ का अड्डा बन चुकी है, उसका भी ताना-बाना इस फिल्म में दिखाया जाने वाला है।
‘जेएनयू’ के टीजर में यूनिवर्सिटी के छात्रों की कहानी दिखाई जा रही है, जो क्लासरूम से ज्यादा समाचारों में छाए रहते हैं। ये फिल्म ‘जेएनयू’ में पढ़ाई के नाम पर हो रही राजनीति को उजागर करेगी। इसके साथ ही टीजर में इलेक्शन के दौरान के माहौल को दिखाया गया है। इस फिल्म के टीजर के एक सीन में टीवी की बहू रश्मि देसाई भी दिख रही हैं, जो ये कहती नजर आ रही हैं कि इलेक्शन जीतने के लिए जो जरूरत पड़े वो करें। इतना ही नहीं फिल्म के एक सीन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा होर्डिंग भी नजर आ रहा है। कुल मिलाकर यह फिल्म ‘जेएनयू’ और भारतीय राजनीति में उसके महत्व पर केंद्रित है।
इस फिल्म टीजर में रवि किशन भी पुलिस के रोल में काफी धांसू दिख रहे हैं। इसके अलावा टीजर में उर्वशी रौतेला की भी एक झलक देखने को मिली है, जिसे देखकर ऐसा लग रहा है फिल्म में वो रिपोर्टर के किरदार में नजर आने वाली हैं। खास बात ये है कि जेएनयू की पहचान जिन गलत चीजों के लिए बनती जा रही थी, उन्हीं मुद्दों को इस फिल्म में दिखाया जाने वाला है, जिसमें बॉलीवुड के मंझे कलाकार नजर आएँगे। ये फिल्म 5 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
बता दें कि इस फिल्म का पोस्टर 12 मार्च 2024 को जारी किया था। जिसमें एक हाथ भारत के नक्शे को पकड़े हुए दिखाई दे रहा था। फिल्म का पोस्टर जारी होते ही वायरल हो गया। वहीं फिल्म का टीजर रिलीज कर दिया गया है, जिसने आते ही सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है।
‘जेएनयू: जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी’ फिल्म को महाकाल मूवीज के बैनर तले बनाया गया है। फिल्म का निर्देशन विनय शर्मा ने किया है। वहीं इसका निर्माण प्रतिमा दत्ता ने किया है। यह फिल्म इस साल पांच अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म की शूटिंग का शेड्यूल पूरा हो चुका है। पार्थ नवले ने सिनेमैटोग्राफी और संजय सांकला ने एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली है। कलाकारों में उर्वशी रौतेला, सिद्धार्थ बोडके, रवि किशन, पीयूष मिश्रा, विजय राज, रश्मि देसाई, सोनाली सहगल और कई अन्य नाम शामिल हैं। इस फिल्म के टीजर को सोशल मीडिया पर भी जोरदार प्रतिक्रिया मिल रही है।