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60 साल से गुफा में रह रहे संन्यासी स्वामी शंकर दास ने राम मंदिर को दिए ₹1 करोड़

60 साल से गुफा में रह रहे स्वामी शंकर दास ने राम मंदिर को दिए ₹1 करोड़

संन्यासी स्वामी शंकर दास: 60 साल से गुफा में रह रहे 83 साल के इस संन्यासी ने राम मंदिर को दिए ₹1 करोड़: भौचक रह गए बैंककर्मी पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर में इस गुफा में कई वर्षों से श्रद्धालु आकर दान और चढ़ावा दिया करते थे। इस दौरान टाट वाले बाबा मंदिर के लिए धन संग्रह करते रहे। अयोध्या में …

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बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार विद्यार्थियों के लिए

Lokmanya Bal Gangadhar Tilak Quotes in Hindi बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार

उपनाम: बाल, लोकमान्य जन्मस्थल: रत्नागिरी जिला, महाराष्ट्र मृत्युस्थल: बम्बई, महाराष्ट्र आन्दोलन: भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम प्रमुख संगठन: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार बाल गंगाधर तिलक (जन्म: 23 जुलाई, 1856 – मृत्यु: 1 अगस्त, 1920) हिन्दुस्तान के एक प्रमुख नेता, समाज सुधारक और स्वतन्त्रता सेनानी थे। ये भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के पहले लोकप्रिय नेता थे। इन्होंने सबसे पहले …

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ऐ मेरे वतन के लोगों: कवि प्रदीप का लोकप्रिय देशभक्ति गीत

ऐ मेरे वतन के लोगों - कवि प्रदीप

यूं तो भारतीय सिनेमा जगत में वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिये अब तक न जाने कितने गीतों की रचना हुयी है लेकिन ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंखो मे भर लो पानी, जो शहीद हुये है उनकी जरा याद करो कुर्बानी।’ जैसे देश प्रेम की अछ्वुत भावना से ओत प्रोत रामचन्द्र द्विवेदी उर्फ कवि प्रदीप के इस गीत …

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हमारा देश: Agyeya Desh Prem Hindi Poem about Indian Culture

हमारा देश By Agyeya

हमारा देश: सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ इन्ही तृण – फूस – छप्पर से ढके ढुलमुल गँवारू झोंपड़ों में ही हमारा देश बस्ता है। इन्ही के ढोल – मादल – बांसुरी के उमगते सुर में हुनरी साधना का रस बस्ता है। इन्ही के मर्म को अनजान शहरों की ढकी लोलुप विषैली वासना का सांप डंसता है। इन्ही में लहराती अल्हड़ अपनी …

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मातृभूमि: Rashtrakavi Maithili Sharan Gupt Classic Desh Prem Poem

Rashtrakavi Maithili Sharan Gupt Classic Desh Prem Poem मातृभूमि

मातृभूमि: राष्ट्रकवि मैथिलि शरण गुप्त जी की देशप्रेम कविता नीलांबर परिधान हरित तट पर सुन्दर है। सूर्य-चन्द्र युग मुकुट, मेखला रत्नाकर है॥ नदियाँ प्रेम प्रवाह, फूल तारे मंडन हैं। बंदीजन खग-वृन्द, शेषफन सिंहासन है॥ करते अभिषेक पयोद हैं, बलिहारी इस वेष की। हे मातृभूमि! तू सत्य ही, सगुण मूर्ति सर्वेश की॥ जिसके रज में लोट-लोट कर बड़े हुये हैं। घुटनों …

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एक बरस बीत गया: अटल जी की नए साल पर कविता

एक बरस बीत गया - अटल बिहारी वाजपेयी

Another lovely poem by Atal Ji. One more year has passed by and one can just observe and feel inside the emptiness of this uninterrupted yet repetitive stream of passage of time… एक बरस बीत गया: अटल बिहारी वाजपेयी झुलसाता जेठ मास शरद चांदनी उदास सिसकी भरते सावन का अन्तर्घट रीत गया एक बरस बीत गया। सींकचों में सिमटा जग …

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जीवन बीत चला: अटल की संघर्षमय ज़िन्दगी पर कविता

जीवन बीत चला - अटल बिहारी वाजपेयी

अपने जीवन में अटल बिहारी ने 27 से ज्यादा कविताएं लिखी हैं। आज उनके निधन पर नजर डालिए उन कविताओं पर जो उन्हें अमर बनाती हैं। अटल बिहारी वाजपेयी ने एक कविता लिखी थी – दूध में दरार पड़ गई – ये कविता काफी लोकप्रिय हुई। उन्होंने इस कविता में देश की समस्या पर चिंता जताई। उनकी कविता कदम से कदम मिलाकर चलना …

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झुक नहीं सकते: अटल बिहारी वाजपेयी की यादगार कविता

झुक नहीं सकते: अटल बिहारी वाजपेयी की यादगार कविता

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की आधारशिला माने जाने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी अपनी हाजिर जवाबी से हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने न केवल एक बेहतरीन राजनेता बल्कि एक अच्छे कवि, पत्रकार और लेखक के रूप में नाम कमाया बल्कि एक शानदार वक्ता के रूप में भी लोगों का दिल जीता। अटल …

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अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचार बच्चों के लिए

अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचार

अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचार विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमन्त्री और रिकॉर्ड 9 बार लोकसभा के लिए चुने गये अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर, ब्रिटिश भारत में हुआ। इनके पिता का नाम पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी था जो मध्य प्रदेश की रियासत ग्वालियर में अध्यापक थे और हिन्दी …

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WhiteHatJr से क्यों नाराज हैं whistle blower प्रदीप पूनिया

WhiteHatJr से क्यों नाराज हैं whistle blower प्रदीप पूनिया

9 साल में ₹150 करोड़ की कमाई, 13 साल में गूगल में ₹20 करोड़ की जॉब: ‘वुल्फ गुप्ता’ का क्यों हुआ मर्डर? उन्होंने कहा कि ये न बताना कि ‘Wolf Gupta’ एक काल्पनिक पात्र है, जनता के साथ धोखा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने माना कि ये एक काल्पनिक पात्र है और इसके प्रचार से बच्चों की मानसिक अवस्था पर ज़रूर …

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