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Asian Games Information For Students & Kids

Asian Games

The Asian Games is a multi-disciplinary sports event held once in every four years. Athletes from all Asian countries are welcomed to participate in this event. The Asian Games is recognized by the International Olympic Committee and is the second largest multi-sport event after the Olympics. Description: Before the Asian Games, the Far Eastern Championship Games were held. After the …

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असलियत यों खुली: बॉर्डर पर जासूस की अनूठी कहानी

Hindi Wisdom Story about A Suspicious Soldier: असलियत यों खुली

भारत, पाकिस्तान में घमासान युद्ध छिड़ा हुआ था। सीमा के निकट पड़ने वाले सभी गांव फौज ने खाली करवा लिए थे। पश्चिमी सीमा के निकट कलाणी नामक गांव था। उसे अभी खाली नहीं करवाया गया था; क्योंकि उस सीमा क्षेत्र में अभी युद्ध नहीं भड़का था। भारतीय फौज ने गांव वालों को चेतवानी दे रखी थी कि आदेश होने पर …

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देशभक्ति उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

Famous Patriotism Hindi Quotes देशभक्ति उद्धरण

देशभक्ति उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: देशभक्ति का तात्पर्य अपने देश के साथ प्रेम करना है। यह मानव के हृदय में जलने वाली ईश्वरीय ज्वाला है जो अपनी जन्म भूमि को अन्य सभी से अधिक प्यार करने की शिक्षा देती है। देशभक्त अपने देश के लिए बड़े से बड़े त्याग करने के लिए आतुर रहते हैं और अपनी मातृभूमि के …

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ऐसा देस है मेरा: जावेद अख्तर का लोकप्रिय फ़िल्मी देश भक्ति गीत

ऐसा देस है मेरा - जावेद अख्तर

जावेद अख़्तर का नाम भारत देश का बहुत ही जाना-पहचाना नाम हैं। जावेद अख्तर शायर, फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक तो हैं ही, सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में भी एक प्रसिद्ध हस्ती हैं। इनका जन्म 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में हुआ था। पिता जाँ निसार अख़्तर प्रसिद्ध प्रगतिशील कवि और माता सफिया अखतर मशहूर उर्दु लेखिका तथा शिक्षिका …

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जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा: राजेंद्र कृष्ण

जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा: राजेंद्र कृष्ण

राजेंद्र कृष्ण के गीतों का सफ़र ‘प्यार की शमा को तकदीर बुझाती क्यूं है किसी बर्बादे-मोहब्बत को सताती क्यूं है’। और 1948 में बनी फ़िल्म प्यार की जीत में क़मर जलालाबादी और राजेंद्र कृष्ण के गीत थे। राजेंद्र का यह गीत बहुत मकबूल हुआ ‘तेरे नैनों ने चोरी किया मेरा छोटा सा जिया परदेसिया’। 1948 में ‘बापू की यह अमर …

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सुनो गौर से दुनिया वालो: समीर का देशभक्ति फ़िल्मी गीत

सुनो गौर से दुनिया वालो - समीर

समीर हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार हैं। इनके ज्यादातर गीत हिट हुए और इनके द्वारा लिखें गए गीत आज भी लोगोंं की जुबानोंं पर हैं। उनके पिता अनजान भी गीतकार रहे थे। उनके पास सबसे अधिक गीत लिखने का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स है। उन्होंने लगभग 650 फिल्मों में 4000 गाने से अधिक लिखे हैं। उन्हें यश भारती पुरस्कार भी …

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खड़ा हिमालय बता रहा है: सोहनलाल द्विवेदी की गाँधी जी पर कविता

खड़ा हिमालय बता रहा है - सोहनलाल द्विवेदी

Albert Einstein said about him, “Generations to come will scarcely believe that such a one as this walked the earth in flesh and blood”. What a phenomenon our Father of the nation was! He took on an empire about which it was said that the “sun never sets on it”, and lead a whole subcontinent to freedom. That too while …

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कैसे भेंट तुम्हारी ले लूँ: बच्चन जी की निराश प्रेम कविता

Harivansh Rai Bachchan's Poem about Love & Frustration तब रोक न पाया मैं आँसू

Love requires great deal of efforts and full involvement. It exhausts the lovers. Then if one has to go through the whole process again! It is very difficult to revisit the old lanes and by lanes of love. कैसे भेंट तुम्हारी ले लूँ: हरिवंश राय बच्चन कैसे भेंट तुम्हारी ले लूँ क्या तुम लाई हो चितवन में, क्या तुम लाई हो …

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अनकहा सच: नाजायज रिश्तों की जायज कहानी

अनकहा सच: नाजायज रिश्तों की जायज कहानी

कितनी बार अपनी पसंदीदा नीली कलम उठाई और डायरी के बीच में फँसा दी। भूरे ज़िल्द की डायरी के सफ़ेद पन्नों ने जैसे अपनी उम्र पूरी कर ली हो और हल्की पीली चादर तान कर सोने जा रहे हो। तकदीर का खेल पर पन्नों के बीच छुपकर भला कहाँ चैन पाता है, वो तो आज़ाद होकर सबको अपनी उँगलियों पर …

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जीवन कट गया: जीवन से रची बसी नीरज की कविता

Gopal Das Neeraj

A life ends, just like millions of lives end. Nothing very important from a wider perspective. One can analyze all one wants, but the basic fact remains that one life ended just as millions do. A lovely poem by Neeraj. जीवन कट गया: गोपाल दास नीरज जीवन कटना था, कट गया अच्छा कटा, बुरा कटा यह तुम जानो मैं तो यह …

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