देखा पूरब में आज सुबह, एक नई रोशनी फूटी थी। एक नई किरन, ले नया संदेशा, अग्निबान-सी छूटी थी॥ एक नई हवा ले नया राग, कुछ गुन-गुन करती आती थी। आज़ाद परिन्दों की टोली, एक नई दिशा में जाती थी॥ एक नई कली चटकी इस दिन, रौनक उपवन में आई थी। एक नया जोश, एक नई ताज़गी, हर चेहरे पर …
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जन गण मन की कहानी
सन 1911 तक भारत की राजधानी बंगाल हुआ करता था। सन 1905 में जब बंगाल विभाजन को लेकर अंग्रेजो के खिलाफ बंग-भंग आन्दोलन के विरोध में बंगाल के लोग उठ खड़े हुए तो अंग्रेजो ने अपने आपको बचाने के लिए के कलकत्ता से हटाकर राजधानी को दिल्ली ले गए और 1911 में दिल्ली को राजधानी घोषित कर दिया। पूरे भारत में उस समय लोग …
Read More »राष्ट्रगान मुझको भी आता है: मनोहर लाल ‘रत्नम’
जन गण मन बीमार पड़ा है, अधिनायक है कहाँ सो गया, भारत भाग्य विधाता भी तो, इन गलियों में कहीं खो गया। मेरे भारत के मस्तक पर, है आतंक की काली छाया – कर्णधार जितने भारत के, इन सबको है संसद भाता। मुझसे यदि पूछ कर देखो, राष्ट्रगान मुझको है आता॥ आग लगी है पंजाब मेरे में, सिंधु और गुजरात …
Read More »वन्दे मातरम्: बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय
वन्दे मातरम् भारत का संविधान सम्मत राष्ट्रगीत है। बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा संस्कृत बाँग्ला मिश्रित भाषा में रचित इस गीत का प्रकाशन सन् 1882 में उनके उपन्यास आनन्द मठ में अन्तर्निहित गीत के रूप में हुआ था। इस उपन्यास में यह गीत भवानन्द नाम के सन्यासी द्वारा गाया गया है। इसकी धुन यदुनाथ भट्टाचार्य ने बनायी थी। ∼ बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय हिन्दी-अनुवाद …
Read More »वन्दे मातरम की कहानी: राजीव दीक्षित की जुबानी
ये लेख परम सम्मानीय भाई राजीव दीक्षित जी के व्याख्यानों से लिया गया है, उम्मीद है कि आप लोगों को पसंद आएगी। वन्दे मातरम की कहानी ये वन्दे मातरम नाम का जो गान है जिसे हम राष्ट्रगीत के रूप में जानते हैं उसे बंकिम चन्द्र चटर्जी (बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय) ने 7 नवम्बर 1875 को लिखा था। बंकिम चन्द्र चटर्जी बहुत ही …
Read More »परमहंस योगानंद के अनमोल विचार
Born: 5 January 1893, Gorakhpur Died: 7 March 1952, Millennium Biltmore Hotel, Los Angeles, California, United States Guru: Swami Sri Yukteswar Giri Nationality: American, Indian परमहंस योगानन्द बीसवीं सदी के एक आध्यात्मिक गुरू, योगी और संत थे। उन्होंने अपने अनुयायियों को क्रिया योग उपदेश दिया तथा पूरे विश्व में उसका प्रचार तथा प्रसार किया। योगानंद के अनुसार क्रिया योग ईश्वर …
Read More »सद्गुरु जग्गी वासुदेव के अनमोल विचार Sadhguru Jaggi Vasudev Quotes
सद्गुरु जग्गी वासुदेव के अनमोल विचार: जग्गी वासुदेव (जन्म: ३ सितम्बर, १९५७) एक योगी, सद्गुरु और दिव्यदर्शी हैं। उनको ‘सद्गुरु’ भी कहा जाता है। वह ईशा फाउंडेशन (Isha Foundation) नामक लाभरहित मानव सेवी संस्थान के संस्थापक हैं। ईशा फाउंडेशन भारत सहित संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड, लेबनान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में योग कार्यक्रम सिखाता है साथ ही साथ कई सामाजिक और …
Read More »ऐ पी जे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार
नाम Dr APJ Abdul Kalam / डॉ. अवुल पकिर जैनुल आब्दीन अब्दुल कलाम जन्म 15 अक्टूबर 1931 जन्म स्थान रामेश्वरम, तमिलनाडु मृत्यु 27 जुलाई 2015 (aged 83) मृत्यु स्थान सिलोंग, मेघालय, भारत (Shillong, Meghalaya, India) पिता का नाम जैनुल आब्दीन माता का नाम आशियम्मा राष्ट्रीयता भारतीय धर्म इस्लाम परिवार के बारे में सक्षिप्त जानकारी उनके पिता जैनुल आब्दीन नाविक थे। …
Read More »ऐ पी जे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार
अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम जन्म 15 अक्टूबर 1931 – 27 जुलाई 2015, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत), जिन्हें डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता के रूप में विख्यात हैं। ऐ पी जे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार
Read More »अमिताभ बच्चन के अनमोल विचार
अमिताभ बच्चन (जन्म: 11 अक्टूबर) बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय अभिनेता हैं। 1970 के दशक के दौरान उन्होंने बड़ी लोकप्रियता प्राप्त की और तब से भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे प्रमुख व्यक्तित्व बन गए हैं। बच्चन ने अपने करियर में कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें तीन राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और बारह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार शामिल हैं। उनके नाम सर्वाधिक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता …
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