नारद ने जब यह कहा की सत्यवान की आयु बस एक वर्ष की है तो सावित्री ने निष्ठा तथा आत्मविस्वास पूर्वक कहा – ‘जो कुछ होने को था सो हो चूका। ह्रदय तो बस एक ही बार चढ़ाया जाता है। जो ह्रदय निर्माल्य हो चूका उसे उसे लौटाया कैसे जाये? सती बस एक ही बार अपना ह्रदय अपने प्राण धन …
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महात्मा गांधी: कमला प्रसाद चौरसिया
‘वैष्णव जन तो तेने कहिये’ गाकर पीड़ा भोगी। ‘ईश्वर अल्ला तेरे नाम’ भजकर हुआ वियोगी। कुछ कहते ‘भारत की आत्मा’ कुछ कहते हैं संत। बापू से बन गया महात्मा, साबरमती का संत। सत्य अहिंसा की मूरत वह, चरखा खादी वाला। आज़ादी के रंग में जिसने, जग को ही रंग डाला। ∼ कमला प्रसाद चौरसिया
Read More »मच्छी माता मंदिर, मगोद डुंगरी गांव, वलसाड तहसील, गुजरात
भारत में एक ऐसा मंदिर है जहां पर व्हेल मछली की हड्डियों का पूजन होता है। गुजरात में वलसाड तहसील के मगोद डुंगरी गांव में ‘मत्स्य माताजी’ का मंदिर स्थित है। लगभग 300 वर्ष पुराने इस मंदिर का निर्माण मछुआरों ने किया था। समुद्र में जाने से पूर्व वे इस मंदिर में माथा टेककर माता का आशीर्वाद लेते थे। प्राचीन …
Read More »करणी माता मंदिर, देशनोक, बीकानेर
घर में एक चूहा देखने पर भी हम विचलित हो उठते हैं। चूहों से प्लेग नामक रोग फैलता है जिसके कारण लोग उन्हें अपने घरों से भगा देते हैं। लेकिन भारत में माता का एक ऐसा मंदिर है जहां लगभग 20,000 चूहे हैं अौर उनके द्वारा झूठा किया प्रसाद भक्तों को दिया जाता है। हैरानीजनक बात यह है कि मंदिर …
Read More »मायादेवी मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड
हरिद्वार को मायापुरी नाम से भी पुकारा जाता है। इसका कारण यह है कि यहां भगवती मायादेवी का मंदिर स्थित है। मायादेवी भगवती सती का ही एक स्वरूप हैं जिन्होंने अपने पिता दक्ष प्रजापति द्वारा किए गए यज्ञ में खुद सहित भगवान शिव को न बुलाए जाने पर यज्ञाग्रि द्वारा देहोत्सर्ग कर दिया था: विश्वोद्भवस्थिति लयदिषु हेतु मेकं, गौरीपति विदित …
Read More »नवरात्रि में नवदुर्गा के नौ रूप
शुरू हो रहे नवरात्रों पर विशेष भारतीय संस्कृति में नवरात्रों में दुर्गा पूजन करने की प्रथा सदियों पुरानी है। साल भर में मनाए जाने वाले सभी त्यौहार जहां एक बार मनाए जाते हैं वहीं नवरात्र साल में मुख्यत: दो बार आते हैं जिसमें देवी पूजन और कन्या पूजन की महिमा है। आश्विन मास में आने वाले नवरात्रों को शारदीय एवं …
Read More »नवरात्र का बदलता स्वरुप: मंजरी शुक्ला
“वंदे भूतेश मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नम नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।” हिंदू संस्कृति में मातृ स्थान प्रथम है। सनातन आदि काल से नवरात्र पूजा चली आ रही है। पितृपक्ष की समाप्ति के दूसरे ही दिन कलश स्थापना के साथ ही माँ दुर्गा की आराधना प्रारंभ हो जाती हैं। दुर्गा पूजा का पर्व भारतीय सांस्कृतिक पर्वों में सबसे ज़्यादा लोकप्रिय है। …
Read More »महात्मा लाला हंसराज: आर्यसमाज नेता एवं शिक्षाविद
भारत में शिक्षा के प्रसार में डी.ए.वी. विद्यालयों का बहुत बड़ा योगदान है। विद्यालयों की इस श्रृंखला के संस्थापक हंसराज जी का जन्म महान संगीतकार बैजू बावरा के जन्म से प्रसिद्ध हुए ग्राम बैजवाड़ा, जिला होशियारपुर, पंजाब में 19 अप्रैल, 1864 को हुआ था। बचपन से ही शिक्षा के प्रति इनके मन में बहुत अनुराग था पर विद्यालय न होने …
Read More »नेल्सन मंडेला की जीवनी व उनसे जुड़े रोचक तथ्य
नेल्सन मंडेला — अब्राहम लिंकन और मार्टिन लूथर किंग के विचारों को मानने वाले, दक्षिण अफ्रिका के गाँधी नेल्सन मंडेला का जन्म बासा नदी के किनारे ट्रांस्की के मवेंजो गाँव में 18 जुलाई, 1918 को हुआ था। माता का नाम नोमजामो विनी मेडीकिजाला था, वे एक मैथडिस्ट थीं। पिता का नाम गेडला हेनरी था। वे गाँव के प्रधान थे। उन्होने …
Read More »गुरमीत राम रहीम सिंह इन्साँ: आध्यात्मिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, अभिनेता व गायक
जन्म: 15 अगस्त 1967 – श्री गुरुसर मोडिया, राजस्थान, भारत राष्ट्रीयता: भारतीय व्यवसाय: आध्यात्मिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, अभिनेता, गायक संगठन: डेरा सच्चा सौदा माता-पिता: मघर सिंह, नसीब कौर गुरमीत राम रहीम सिंह का जन्म अगस्त 1967 में राजस्थान के गंगानगर जिले के श्री गुरुसदर मोइदा गांव में, एक जाट सिख परिवार में हुआ था। उनकी पिता का नाम मनहर सिंह और माता का नाम नसीब …
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