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ज्योतिष और सरकारी नौकरी

ज्योतिष और सरकारी नौकरी

प्रशासनिक सेवाओं की अहमियत आज भी विद्यमान है। इसी कारण सरकारी अफसर बनने की चाहत में हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स व प्रतिस्पर्धी प्री एंटरेंस टेस्ट देने हेतु तत्पर रहते हैं। भारत में निजीकरण के बावज़ूद भी सरकारी नौकरी पाने की चाहत कम नहीं हुई है। वास्तविकता में सरकारी नौकरी में स्थिरता व सुनिश्चिता के साथ साथ सामाजिक रुतबा भी …

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सूर्य मन्दिर, अमादलपुर गांव, यमुनानगर, हरियाणा

सूर्य मन्दिर, अमादलपुर गांव, यमुनानगर, हरियाणा

भारत के गौरवमयी इतिहास को संजोय एक ऐसा सूर्य मन्दिर जो कि हरियाणा के जिला यमुनानगर के गांव अमादलपुर में है। इस मंदिर पर सूर्य ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए सूर्य ग्रहण के दिन साधू संत और श्रद्धालु दूर-दूर से यहां माथा टेकने आते हैं। पूरे भारत वर्ष में केवल दो ही ऐसे मंदिर हैं जहां सूर्य …

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Hindi Jokes

Hindi Jokes

गाय और बछड़ा सिपाही – यह गाय और बछड़ा किसका हैं? राम – गाय का तो मुझे पता नहीं, पर बछड़ा किसका हैं यह मैं जनता हूँ। सिपाही – किसका हैं? राम – जी गाय का। भिखारी भिखारी (सेठ से) – भगवान ने नाम पर कुछ दे दे सेठ जी। सेठ – अभी खुल्ले नहीं हैं कल ले लेना। भिखारी …

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मधुशाला – हरिवंश राय बच्चन

मधुशाला – हरिवंश राय बच्चन

मृदु भावों के अंगूरों की आज बना लाया हाला, प्रियतम, अपने ही हाथों से आज पिलाऊँगा प्याला, पहले भोग लगा लूँ तेरा फिर प्रसाद जग पाएगा, सबसे पहले तेरा स्वागत करती मेरी मधुशाला॥१॥ प्यास तुझे तो, विश्व तपाकर पूर्ण निकालूँगा हाला, एक पाँव से साकी बनकर नाचूँगा लेकर प्याला, जीवन की मधुता तो तेरे ऊपर कब का वार चुका, आज …

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निःस्वार्थ सेवा की सच्ची कहानी

निःस्वार्थ सेवा की सच्ची कहानी

यह अभियान एक निःस्वार्थ सेवा थी जिसके हीरो स्मृता के पिता राजिंदर सिंह आहलूवालिया थे। कुवैत से अचानक अपना सब कुछ छोड़ कर मुम्बई के सहारा हवाई अड्डे (अब छत्रपति शिवजी अंतरार्ष्ट्रीय हवाई अड्डा) पहुंच रहे भारतीयों के लिए वह कुछ करना चाहते थे। इस सेवा में पूरे परिवार ने साथ दिया। स्मृता उस घटनाक्रम को याद करते हुए बताती …

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वेलेंटाइन दिवस के बारे में कुछ अनमोल विचार

वेलेंटाइन दिवस के बारे में कुछ अनमोल विचार

वेलेंटाइन दिवस के बारे में कुछ अनमोल विचार: भारत के महानगरों में वेलेंटाइन दिवस मनाना इतना लोकप्रिय हो गया है कि संत वेलेंटाइन अपने ही देश के लगने लगे हैं। वैसे, संत स्वभावत: सार्वदेशिक होते हैं। वे किसी विशेष क्षेत्र के भले की नहीं, विश्व भर के हित में सोचते हैं। इसी तरह, सभी समाजों के संतों में कुछ बातें …

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इन हिन्दू मंदिरों में खास पोशाक पहन कर ही जा सकते हैं आप

इन हिन्दू मंदिरों में खास पोशाक पहन कर ही जा सकते हैं आप

भारत साधु- संतों की धरती है। अधिकतर भगवान के अवतार इसी पावन भूमी पर हुए हैं। यहां सभी धर्मों से संबंधित बहुत सारे मंदिर हैं। जिनका अपना- अपना महत्व है। कुछ मंदिर ऐसे हैं जहां दर्शनों के लिए जाने से पहले पहनना पड़ता है खास पहनावा। आईए जानें क्या हैं वो पहनावे और क्यों पहने जाते हैं। विश्वनाथ मंदिर: उत्तरप्रदेश …

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चल उठ नेता – अशोक अंजुम

चल उठ नेता - अशोक अंजुम

चल उठ नेता तू छेड़ तान! क्या राष्ट्रधर्म? क्या संविधान? तू नये ­नये हथकंडे ला! वश में अपने कुछ गुंडे ला फिर ऊँचे­ ऊँचे झंडे ला! हर एक हाथ में डंडे ला! फिर ले जनता की ओर तान! क्या राष्ट्रधर्म? क्या संविधान? इस शहर में खिलते चेहरे क्यों? आपस में रिश्ते गहरे क्यों? घर­ घर खुशहाली चेहरे क्यों? झूठों पर …

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सद्गुरु जगजीत सिंह जी

सद्गुरु जगजीत सिंह जी

सद्गुरु जगजीत सिंह जी का जन्म 22 नवम्बर 1920 को श्री भैणी साहिब (लुधियाना) में पिता गुरु प्रताप सिंह जी व माता भूपिंद्र के गृह में हुआ। तीक्ष्ण बुद्धि और दैवी शक्तियों के मालिक होने के कारण आपको ‘बेअंत’ के नाम से पुकारा जाता था। गुरु पिता की आज्ञा में रह कर आपने बचपन से ही संगीत विद्या व नाम-वाणी …

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